सर्वपतिृ अमावस्या पर होगा तर्पण के साथ धर्म पिंडदान

 

खरगोन। बुधवार को सर्वपितृ अमावस्या के उपलक्ष्य में कुंदा नदी तट स्थित मां अहिल्या घाट पर सामुहिक रूप से होने वाले तर्पण के साथ अपने पित्रों के पिंडदान के साथ धर्म पिंडदान भी किया जाएगा। गीता गंगा ट्रस्ट अध्यक्ष पंडित जगदीश ठक्कर ने बताया कि श्राद्ध कर्म घर में, नदी तट या तीर्थ में होता है, तो उसका अधिक महत्व होता है। पितृ की मुक्ति के लिए श्राद्ध का विशेष महत्व बताया गया है। कहां जाता है कि महालय में श्राद्ध करने के बाद 16 श्राद्धकर्म की पूर्णता हो जाती है तथा पितृ को शाश्वत्‌ संतुष्टि मिलती है। अपने पितृ के लिए पिंडदान, श्राद्ध तर्पण, यज्ञ, विप्रों को भोजन करना एवं गौदान करते है उनके पितृ तृप्त होकर समस्त मनोकामनाएं को आशीर्वाद देते हैं। 

पंजीयन करवाकर ले सकते है भाग

पंडित ठक्कर ने कहां की कोई भी व्यक्ति पंजीयन करवाकर तर्पण कर सकता है। कार्यक्रम प्रातः 8 बजे प्रारंभ होगा। तर्पण में दिन देश के लिए अपनी जान कि बाजी लगाने वाले शहीदों का तर्पण किया जाएगा। वही ऐसे नागरिक जिनका इस दुनिया में कोई नही है, उनके लिए भी तर्पण किया जाएगा। तर्पण में मुख्य रूप से विष्णु पुजन, ब्रह्म यज्ञ, देव, मनुष्य, यम, पितृ तर्पण के साथ पिंड दान भी कराए जाएंगे।

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