लड़कियां ऐसे कदम नही उठाए की अपने पिता को ठेस पहुंचे-पंडित रामदास

खरगोन। भगवान शिव की आराधना एवं उपासना का पर्व श्रावण मास के उपलक्ष्य में भावसार मोहल्ला स्थित श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर में रामदास जी महाराज बड़गांव वाले के मुखारविंद से सात दिवसीय शिव महापुराण गुरुवार से प्रारंभ हो चुकी है। कथा के चौथे दिन कथावाचक महाराज श्री रामदास ने कहां कि लड़कियों को ऐसे कोई कदम नही उठाना चाहिए, जिससे उनके पिता को ठेस पहुंचे। जबकि काम ऐसा करो कि पिता के साथ परिवार एवं समाज का भी नाम हो। कथा के चौथे दिन रविवार को पंडित श्री रामदास जी ने शिव-पार्वती के विवाह के बारे में बताया। पंडित रामदास जी ने कथा सुनाते हुए कहा कि भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह के पहले से ही तारकासुर राक्षस का तीनों लोक में अत्याचार था और उसका वध भोलेनाथ व माता पार्वती के पुत्र से होना था। इसीलिए भोलेनाथ व माता पार्वती का विवाह पहले से ही होना तय था। यानी यह सब लीला भगवान की थी। इस दौरान श्रद्धालुओं को धार्मिक भजनों पर नृत्य किया। कथा के दौरान बबलू ने तबला वर्मा एवं सुरेश कुशवाह ने पेटी के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी। कथा 1 अगस्त गुरुवार से प्रारंभ हुई, जो 7 अगस्त तक चलेगी। शिव महापुराण का समय दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक है। श्रृंगार मित्र मंडल के सदस्यों ने सभी शिव भक्तों से आव्हान किया है कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर शिव महापुराण कथा का श्रवण करें। इस अवसर पर श्रृंगार मित्र मंडल के गुलाबचंद मल्लीवाल, हरीश गोस्वामी, गायत्री गोस्वामी, धर्मेंद्र भावसार लाला, राजू भावसार, राज राठौर सहित श्रृंगार मित्र मंडल के सदस्य सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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