सूरज भी पश्चिम में जा कर डूब जाता है...जोशी
खरगोन जब सूरज पश्चिम दिशा में जाता है तो डूब जाता है और चारो और अंधकार छा जाता है इसलिए यह आवश्यक है की हम अपने उत्सव संस्कार को पश्चिमी संस्कृति के अनुरूप नहीं मनाए हम अपने जन्म दिवस पर केक काटकर मोमबत्ती बुझाकर उजाले से अंधेरे की ओर नही जाए बल्कि हम अपने उत्सव संस्कार को भारतीय वैदिक संस्कृति के अनुरूप दीप प्रज्वलित कर बूंदी के लड्डू बाट कर मनाए... उक्त उदगार विहिप जिला उपाध्यक्ष दीप जोशी ने शक्ति पीठ मां गायत्री मंदिर में मेकअप आर्टिस्ट पूजा गौरव के जन्मदिवस संस्कार पर आयोजित दीप महायज्ञ के शुभावसर पर बतौर अतिथि के रूप में व्यक्त किए।
उल्लेखनीय है कि अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा भारतीय वैदिक संस्कृति के अनुसार निशुल्क संस्कार संपन्न कराए जाते है इसी तारतम्य में गुरुवार रात्रि को शक्ति पीठ में मेकअप आर्टिस्ट पूजा गौरव जोशी का जन्मदिवस संस्कार दीप महायज्ञ के साथ सम्पन्न हुआ इस अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के जिला संयोजक जोगीलाल मुजाल्दे जी ने अपने प्रेरणादाई उद्बोधन में कहा की भारतीय वैदिक संस्कृति में दीप यज्ञ का विशेष महत्व है। जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ या अन्य कोई भी संस्कार को दीप यज्ञ के माध्यम से मनाना चाहिए। घर घर यदि दीप यज्ञ होंगे तो लोगो का मन और विचार सदाचारो की ज्योति से प्रकाशित होगा। इससे पूर्व साधकों ने गुरु जी, गुरुमाता जी व गायत्री माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन व पुष्प अर्पित किए। समापन में शांतिपाठ किया। दीप यज्ञ आओ गढ़े संस्कार वान पीढ़ी की उपझोंन सह सयोजिका श्रीमती सुनीता पाटीदार ने संपन्न कराया। इस अवसर पर डॉ. संतोष पाटीदार, सौरभ मोरे, राकेश शाह,मांगीलाल पाटीदार, बि एल मंडलोई,अंकुर जोशी, राजू चंद्री, तुषार शाह, नंद किशोर गुप्ता, राजाराम मंडलोई, योगेश पाटीदार, शशिकांता मंडलोई, अर्चना चांदोरे, राधा सोलंकी, रजनी पाटीदार, सीमा जोशी, आयुषी जोशी, मोनल जैन ,वन्दना शाह, नंदनी ठक्कर आदि उपस्थित थे।
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