खरगोन में किसानों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव
खरगोन। जिले में चना खरीदी के 4 करोड़ 70 लाख रुपए नहीं मिलने पर पीड़ित 204 किसान गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। सनावद मंडी में बेची उपज की रकम नहीं मिलने से गुस्साए किसान दोपहर 2 बजे अनाज मंडी से बाइक रैली में कलेक्ट्रेट पहुंचे। किसानों के समर्थन में बड़वाह विधायक सचिन बिरला भी पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने उपज की राशि न मिलने तक अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है।
यहां कलेक्ट्रेट गेट पर नारेबाजी कर राशि दिलाने की मांग की। किसानों ने सनावद मंडी चोर है, किसानों का शोषण बंद करो... की नारेबाजी की। भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले दोपहर 12 बजे किसानों ने कृषि उपज मंडी के किसान विश्राम गृह में आंदोलन की रणनीति बनाई। यहां उन्होंने फसल की राशि न मिलने तक अनिश्चित कालीन धरना देने का निर्णय लिया।
किसान प्रतिनिधियो ने बताया कि उनकी कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से चर्चा हुई है। वह वरिष्ठ अफसरों के दौरे को लेकर व्यस्त हैं। कलेक्टर ने किसानों को उनकी उपज की राशि करोबारी की संपत्ति को कुर्क करके लौटाने का मौखिक आश्वासन दिया है। जबकि किसानों का कहना है कि कुर्की के बाद भी इतनी रकम नहीं हो पाएगी। लापरवाह तरीके से मंडी में लाइसेंस देने के आरोप भी लगाए हैं।
यहां कलेक्ट्रेट गेट पर नारेबाजी कर राशि दिलाने की मांग की। किसानों ने सनावद मंडी चोर है, किसानों का शोषण बंद करो... की नारेबाजी की। भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले दोपहर 12 बजे किसानों ने कृषि उपज मंडी के किसान विश्राम गृह में आंदोलन की रणनीति बनाई। यहां उन्होंने फसल की राशि न मिलने तक अनिश्चित कालीन धरना देने का निर्णय लिया।

भारतीय मजदूर संघ प्रांत संगठन मंत्री गोपाल पाटीदार ने बताया कि उपज बेचकर किसान परेशान है। सनावद में धरना दिया। समस्या हल नहीं हुई। 25 जून को राशि मिलने का आश्वासन मिला था। हालांकि कुछ नहीं हुआ। व्यापारी पर कार्रवाई करने की बात कहीं जा रही है लेकिन कारोबारी से क्या लेना। हमने मंडी प्रशासन को उपज दी है हमें राशि चाहिए। धरने में बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
चना सीजन में किसानों में उपज सनावद मंडी में बेची थी। साईराम ट्रेडर्स के अनिल मालाकार ने चना खरीदा था। किसानों से धोखाधड़ी करने पर कारोबारी पर FIR दर्ज कर जेल भेज दिया।
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