जगन्नाथजी की रथ यात्रा ब्रह्म और जीव के एकात्म की यात्रा है... महंतश्री
खरगोन। परमात्मा हमारे जीवन के रथ को खीच रहा है और हमे अवसर दिया है की हम एक बार परमात्मा का रथ जीव बनकर खींचे... जगन्नाथ रथ यात्रा की रस्सी हमारी श्रद्धा और भक्ति की रस्सी है जो भक्त पूरी श्रद्धा से इस रथ यात्रा में हिस्सा लेते है वो जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाते है... जगन्नाथ रथ यात्रा ब्रह्म और जीव की एकात्म यात्रा है... उक्त उदगार जगन्नाथ रथ यात्रा महेश्वर का खरगोन में निमंत्रण देने आए महंत श्री हृदय गिरी महाराज श्री ने श्री सिद्धि विनायक गणपति मंदिर में अपने मुखारबिंद से व्यक्त किए।
श्री जगन्नाथ सन्यास आश्रम से जुड़े दीप जोशी ने बताया कि मां अहिल्या की पावन नगरी महेश्वर में नर्मदा नदी के पेशवा घाट पर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से प्रत्येक वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है। इस दिन भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ विशाल रथ पर विराजमान होकर नगर का भ्रमण करते हैं। इस वर्ष 7 जुलाई रविवार को आषाढ़ शुक्ल द्वितीया के दिन रवि पुष्य नक्षत्र का महायोग के शुभ अवसर पर निमाड़ के श्री जगन्नाथ जी की यात्रा पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ धूमधाम से निकलेगी।
निमाड़ के जगन्नाथ जी की रथ यात्रा में श्री नवग्रह की नगरी खरगोन के सनातन धर्मावलंबीयो की सहभागिता हेतु आयोजित बैठक में यात्रा के आयोजक महंत श्री हृदय गिरी जी महाराज श्री, हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय सह संयोजक दीपक शर्मा, सकल हिंदू समाज अध्यक्ष बबलू पाल, शिव डोला समिति के अध्यक्ष लिंबू भंडारी, पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन, भूपेंद्र आर्य, रणजीतसिंह डंडीर, राजेश महाजन, शेलू रघुवंशी, हरीश गोस्वामी, बंटी तवर, महेश पाटीदार, शेखर जायसवाल, लोकेंद्र रावत, मनोहर भावसार, आर कानूनगो सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। बैठक का संचालन दीप जोशी ने किया एवम अंत में आभार सकल हिंदू समाज अध्यक्ष बबलू पाल ने व्यक्त किया।
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