नारकोटिक्स के अपराधियों की धरपकड़ और मजबूत विवेचना के लिए बनाया गया एक्शन प्लान
खरगोन। पुलिस अधीक्षक खरगोन धर्मराज मीना के निर्देशन में थाना स्तर पर मादक पदार्थों (गांजा/अफीम आदि) की कार्यवाही हेतु अनुसंधान के लिए द्वारा 01 दिवसीय सेमीनार आयोजित किया गया । उक्त सेमिनार मे जिले के समस्त थानो से सहायक उप निरीक्षक व उप निरीक्षक स्तर के अधिकारीयों की उपस्थित में एन.सी.बी. इन्दौर झोन से आयो विधि विशेषज्ञ राजेन्द्र प्रजापति के द्वारा दिया गया ।
उक्त सेमिनार में अवैध मादक पदार्थों में पुलिस के द्वारा किये जाने वाली कार्यावही जैसे जप्ती, गिरफ्तारी, सेम्पलिंग आदि कार्यवाही संबंधित एन.डी.पी.एस. एक्ट संबंधित प्रावधानों के संबंध में बताया गया । पुलिस द्वारा कार्यवाही के दौरान क्या-क्या कार्यवाही करनी चाहिए व नहीं करनी चाहिए वह भी बताया गया । प्रिट्रायल ड्रग डिस्पोजल तथा 52 ए की कार्यवाही संबंधित नवीन संशोधनों के संबंध में सभी को बताया गया ।
साथ ही सभी अवैध मादक पदार्थ की कार्यवाही की फोटो ग्राफी/वीडियों ग्राफी को अनिवार्य रूप से करने हेतु बताया गया । उपस्थित विवेचकों के साथ चर्चा कर उनके एन.डी.पी.एस. एक्ट की कार्यवाही के दौरान आने वाली समस्या का भी निराकरण किया गया । इस सेमीनार/प्रशिक्षण शिविर से नारकोटिक्स की तस्करी और बिक्री करने वाले आपराधिक की धरपकड़ और उन्हे सजा दिलाने मे मदद मिलेगी
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना के द्वारा भी एन.डी.पी.एक्ट एक्ट की कार्यवाही करने वाले अधिकारी/कर्मचारीयों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए है।
जिला खरगोन पुलिस के द्वारा चलाया गया नशा मुक्ति हेतु जागरूकता कार्यक्रम
खरगोन। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार आगामी 26 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य मे नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया जाने हेतु निर्देशित किया गया है । इसी तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना के निर्देशन, अति.पुलिस अधीक्षक (शहर) तरुणेन्द्र सिह बघेल, अति.पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मनोहर सिंह बारिया के मार्गदर्शन मे समस्त अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) व समस्त थाना प्रभारियो को अपने अपने थाना क्षेत्रों मे नशा मुक्ति अभियान चलाने व आम जन को नशे से होने वाले दुष्परिणाम से जागरूक करने हेतु नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम चलाने हेतु निर्देशित किया गया था । 22 जून को जिला खरगोन के समस्त थानों और चौकियों के अंतर्गत आने वाली स्कूलो व शैक्षणिक संस्थानों मे पुलिस के द्वारा नवजवानों को जागरूक कर अभियान की शुरुवात की गई । जिसमे पुलिस के द्वारा बताया गया की आज समाज में नशीले पदार्थों का चलन तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी चपेट में भारी संख्या नवयुवक आ रहे हैं । युवाओं में विशेष कर स्कूल/कॉलेज के छात्र-छात्राओं में नशे की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है । नशा करने से युवाओं का भविष्य अंधकार मे चला जाता है, जिसका दुष्परिणाम नशा करने वाले के साथ साथ उसके परिवार को भी झेलना पड़ता है । नशा करने वाले व्यक्ति को कैंसर, हार्ट अटैक, फेफड़ों की बीमारी, रक्तचाप, शरीर का कमजोर होना, याददाश्त कमजोर होना, मानसिक रोग आदि की बीमारी से ग्रसित हो सकते है।
पुलिस के द्वारा युवाओ को बताया गया कि नशे की आदत एक बीमारी है जिससे ज्यादातर सामाजिक, मानसिक तथा आर्थिक रूप से कमजोर लोग और युवा इसका शिकार होते हैं इसलिए नशे से दूर रहना ही सबसे अच्छा उपाय है । साथ ही साथ नशे की लत वाले व्यक्ति के साथ सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाते हुए नशे में फंसे व्यक्ति को इलाज के लिए प्रेरित करना चाहिए । साथ ही यह प्रवृत्ति इनको अपराध घटित करने के लिए भी प्रेरित करती है । आने वाले पीढ़ी को नशे से दूर कर एक सुनहरा भारत बनाने के लिए पुलिस की यह पहल है ।
उक्त जागरूकता कार्यक्रम के अंत मे पुलिस के द्वारा कार्यक्रम मे शामिल युवाओ को नशा न करने की शपथ भी दिलाई गई ।
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