हनुमान भक्त जैसा मोदीजी का जीवन - यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में भाजपा प्रत्याशी गजेंद्रसिंह पटेल ने नाम निर्देशन पत्र जमा किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नामांकन सभा को संबोधित कर रोड शो किया
खरगोन। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को खरगोन लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी व सांसद गजेंद्रसिंह पटेल के समर्थन में नामांकन रैली को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हनुमान भक्त बताते हुए बात-बात पर मोदीजी को कोसने वाले इंडी गठबंधन के नेताओं को परिवारवादी बताया। उन्हें रोज एक ही व्यक्ति दिखता है और कोई नहीं मिलता है। वे नरेंद्र मोदी को पानी पी पीकर रोज गाली देते हैं। सोनिया गांधी इसलिए गाली देती है कि राहुल को पीएम नहीं बनने दे रहे हैं। इसका हम क्या करें भाई। वह अपने परिवार से बाहर नहीं आ रही हैं। उनको अपने राहुल व प्रियंका के अलावा कुछ दिखता नहीं। लालू यादव इसलिए गाली बकते हैं कि उनके तेजस्वी को नहीं बनने दे रहे हैं। ममता इसलिए बोलती हैं कि भतीजे को आगे नहीं आने दे रहे हैं। पूरा खानदान अपने खानदान को आगे बढ़ाने निकला है लेकिन नरेंद्र मोदी करते हैं देश के 142 करोड़ ये मेरे खानदान के लोग है, मेरे परिवार के लोग है।
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार ने बताया बुधवार प्रातः हेलीपेड से सीधे कलेक्टोरेट पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, लोकसभा संयोजक व विधायक बालकृष्ण पाटीदार, खरगोन जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह राठौर, बड़वानी जिलाध्यक्ष कमलनयन इंगले की उपस्थिति में जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पार्टी प्रत्याशी पटेल का नाम निर्देशन पत्र जमा करवाया। तत्पश्चात जवाहर मार्ग पर विशाल नामांकन रैली को संबोधित करते हुए कल हम सबने हनुमान जयंती मनाई। हम अपने हनुमानजी को याद करें व रामराज्य को याद करें।रामराज्य से अगर हनुमानजी को हटा दो तो ऐसा लगता है राम राज्य अधूरा रह जाएगा। जब से रामजी व हनुमानजी का मिलन हुआ, भगवान राम का भी जीवन बदल गया। हनुमानजी ने जो आदर्श दुनिया के सामने उत्पन्न किया वह हमें आज भी प्रेरणा देता है। हनुमानजी के बिना माता सीता का पता कैसे लगता। भगवान राम के लिए, सीता माता के लिए अगर हनुमानजी नहीं होते तो समुद्र कौन लांघता। हनुमानजी समुद्र लांघकर माता सीता का पता लगाकर आए और घमंडी रावण की लंका को जलाकर आए। हमें इस बात का गर्व है। यादव ने कहा आज भी जैसे रावण को घमंड था वैसे ही आज घमंडिया गठबंधन है। नामांकन सभा को प्रत्याशी पटेल ने संबोधित करते हुए जनआशीर्वाद मांगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री यादव का उपमुख्यमंत्री देवड़ा, भाजपा खरगोन जिलाध्यक्ष राठौर, बड़वानी जिलाध्यक्ष इंगले, लोकसभा प्रभारी सुभाष कोठारी, सहप्रभारी लोकेश शुक्ला, संयोजक बालकृष्ण पाटीदार, सहसंयोजक राजेंद्र यादव, विधायक राजकुमार मेव आदि ने पुष्पहार से स्वागत किया गया। रोड शो नगर के विभिन्न मार्गों से होकर गणेश मंदिर कुंदा तट पहुंचकर संपन्न हुआ। संचालन जिला कार्यालय मंत्री मोहन राठौर ने किया।
रामराज्य के लिए जनता की सेवा कर रहे हैं मोदीजी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा वर्तमान में हनुमानजी का भक्त लोकसभा में सरकार बनाने के लिए आपका आशीर्वाद लेने आया है। जिसका अपना कोई परिवार नहीं है। हनुमान जी का भी कोई परिवार नहीं था। मोदीजी जनता राज, रामराज्य बनाने के लिए लगातार सेवा कर रहे हैं। यह चुनाव प्रधानमंत्री मोदीजी के लिए है। मोदीजी का सरकार में आना रामराज्य की स्थापना का उदाहरण था। राम दरबार में सबको पुरस्कार मिला। माता सीता ने हनुमानजी को मोतियों की माला दी। हनुमानजी प्रत्येक मोती में रामजी को ढूंढ रहे थे। जब मोतियों मंे रामजी नहीं मिले तो उन्हें पूरी माला बेकार लगी। ऐसे ही भौतिक संसार में यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी ने सेवा का संकल्प लिया। एक बाल बराबर दाग भी उनके जीवन में नहीं है। अपने जीवन काल में एक-दो नहीं तीन बार मुख्यमंत्री बने। सारी पेंशन, वेतन का पैसा अपने मां के, कर्मचारियों के बहन-बेटियों के लिए छोड़ आए। एक भी पैसा लेकर अपने साथ नहीं आए। जिसका पूरे भारत में एक मकान नहीं लेकिन चार करोड़ परिवार जिनका कोई आश्रय नहीं है, अपने मकान नहीं है उनके पक्के मकान देकर खुश होते हैं। यह मोदीजी की सरकार है। हनुमान भक्त की सरकार है। जिनका अपना पूरा जीवन समाज के लिए है।
अंग्रेज तो चले गए लेकिन कांग्रेस छोड गए
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा हमारे क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया। चाहे टंट्या मामा हो, रानी अवंतीबाई लोधी, हो, यह लंबी परंपरा है। उन्होंने अपना जीवन भारत की आजादी के लिए, भारत की प्रगति के लिए, अंग्रेजों को भगाने के लिए बलिदार कर दिया। अंग्रेज तो चले गए लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस छोड़ गए। यह दुर्भाग्य की बात है क्योंकि कांग्रेस के कर्म ही ऐसे है। मुख्यमंत्री ने कहा हम अपने झंडे के साथ कीचड़ में कमल खिलाने निकले हैं लेकिन क्या मालूम उन्हें भगवा कलर से क्या आपत्ति है। इनकी क्या दुश्मनी है। हमने किसी रंग से नफरत नहीं की लेकिन उनके मन मे ंतो पता नहीं, क्या चश्में से जुड़ा है। दूरदर्शन वालों ने अपने प्रतीक चिन्ह में भगवा क्या ले लिया हाय भगवा, हाय भगवा, हाय भगवा की छाती पीट रहे हैं। उनकी छाती पर सांप लौट रहा है। हमारे तो हर देवस्थान पर भगवा झंडा लगता है। सन्यास धारण करने वाले भगवा वस्त्र पहनते हैं। साधु-सन्यासियों को कहां ले जाओगे। धारा 370 हटाकर कश्मीर को सुंदर बनाने का कार्य किसी ने किया है तो वह नरेंद्र मोदी ने किया है। भगवा झंडा भारत माता के हाथ में भी है तो क्या भारत माता का चित्र बदल दोगे।
अंगुली को उपयोग कर कांग्रेस के आंतक का बदला लें
यादव ने महाभारत काल का उदाहरण देते हुए कहा शिशुपाल की मौत भगवान कृष्ण के हाथों लिखी थी। शिशुपाल की मां ने भगवान से वरदान लिया था कि मेरे बेटे की 99 गलती माफ करोगे। समय के साथ शिशुपाल भगवान को गालियां बकता गया। जैसे ही 99 गालियों के बाद उसने सौवीं गाली दी भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र धारण कर शिशुपाल की गर्दन काट दी। आपकी अंगुली में भी सुदर्शन चक्र है। कांग्रेस ने भी 100 गलतियां कर दी हैं। चुनाव वाले दिन 13 मई को आपको अपनी अंगुली का प्रयोग करना है। कांग्रेस के सारे आतंक का अंत करना है। एक-एक गाली याद रखना। यादव ने कहा हमने मुस्लिम, दलित व आदिवासी राष्ट्रपति बनाए। 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर लाए। मोदीजी की पुनः सरकार बनाने के लिए जब तक आखरी वोट नहीं डल जाए भाजपा का काम करते रहें।
हम तो केवल आइना बता रहे हैं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाल में संसाधनों पर उठे विवाद पर कहा मनमोहन सिंह ने कहा था देश के सभी संसाधनों के ऊपर पहला अधिकार मुस्लिम समाज का रहेगा। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि वह सर्वे कराएगी कि जिनके पास ज्यादा संपत्ति है, ज्यादा मकान है, ज्यादा सोना है उनसे छीनकर उन्हें देगी जिसका कांग्रेस के प्रधानमंत्री ने पहला हक बताया था। क्या यह हमने बोला था। अब सोनिया गांधी छाती ठोंककर सामने आ गई हैं। जबकि हम तो केवल आइना बता रहे हैं।
टंटया मामा जैसे क्रांतिकारियों पर हमें गर्व है
मुख्यमंत्री यादव ने कहा निमाड़ का यह क्षेत्र व धरती की खुशब अलग है। यहां वीर, महावीरों की लंबी श्रंखला है। निमाड़ के टंट्या मामा ने अंग्रेजों के दांत खट्टे किए। हमें इस बात का गर्व है। निमाड़ के बालक ने अपने जीवन काल में जो पराक्रम दिखाया, उसके सम्मान में ट्रेन रूकती है। वो अंग्रेज जिनका सूर्य अस्त नहीं होता था। उनसे ज्यादा हिम्मत व हौंसला रख हिमालय से बात करने वाले टंट्या मामा की धरती से मैं आपको प्रणाम करता हूं। आपको बधाई देना चाहता हूं।
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