विधायक मेव की ईमानदार छवि को धूमिल करने में जिला खनिज अधिकारी सावन चौहान की भूमिका संदिग्ध

रेत माफिया टी जेड टोकन एप से खनिज विभाग को लाखो का नुकसान पहुंचा रहे

(लोक जागृति समाचार) मंडलेश्वर/श्याम मेवाडे। लगातार रेत माफियाओं के कारनामे उजागर कर रहा है पिछले अंक में कांग्रेस नेता फूल छाप भाजपाइयों के साथ रेत अवैध उत्खनन में जुटे प्रकाशित किया था इसके बावजूद रेत माफिया सबक नहीं ले रहे है वही महेश्वर विधायक राजकुमार मेव खुले रूप से अवेध रेत माफियाओं के कारोबार पर प्रश्न चिन्ह लगाते कार्यवाही की बात कही किंतु खनिज विभाग के जिला अधिकारी सवानसिह चौहान पर सवालिया निशान उठते नजर आ रहे है खनिज अधिकारी शायद विधायक मेव की ईमानदार साफ स्वच्छ छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे है महेश्वर तहसील में आखिर रेत माफियाओं पर कार्यवाही क्यों नही । 

विधायक राजकुमार मेव
खनिज विभाग हमेशा कर्मचारियों का रोना गया करता है वास्तविक स्थिति देखे तो कम स्टाफ में ही मजेमार मलाई खा रहे है ऐसा ही सूत्रों से पता चला है रेत ठेकेदार अपने नाकों पर लगे स्टाफ के साथ मिलकर लाखो रुपए की चंपत खनिज विभाग को लगा रहा है रेत कंपनी के कर्मचारी के मोबाइल नंबर से आई डी पासवर्ड बनाया जाता है एप खुलते ही व्हीकल मास्टर ,टोकन एंट्री ,साथ ही अन्य फोल्डर्स खुल जाते है जिसके माध्यम से रेत ठेकेदार रेत कंपनी से जुड़े कर्मचारी, पुलिस विभाग,राजस्व विभाग खनिज विभाग से जुड़े अफसर रेत वाहन को देखकर भी अपना मुंह फेर लेते है आखिर खनिज अधिकारी कार्यवाही के नाम पर एक दिन अपने दस्ते के साथ छापामारी करते है लेकिन अंकुश पूर्ण रूप से लगाने में सक्षम नहीं है। महेश्वर तहसील कसरावद तहसील में लगभग 20 से ज्यादा पोकलेन मशीनें चल रही किंतु खनिज विभाग से जुड़े अफसर कागजी खानापूर्ति कर इति श्री कर रहे है खनिज विभाग भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास है फिर भी खजाना खाली नजर आ रहा है अगर वास्तव में रेत रायलटी शासन को मिलना शुरू हो जाए निश्चित ही तीन साल की रायलटी फीस एक वर्ष में जमा हो जाए रेत से जुड़े कारोबारी केवल कुछ रूपयो का खेल जमाकर लाखो रुपए की चंपत प्रतिदिन माफिया लगा रहे है खनिज विभाग के अफसर कभी कभी फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते प्रतिदिन अवैध रेत खदानों से लगभग दो सो से ज्यादा वाहन रेत भरकर मार्गो से निकलते है पुलिस विभाग ,राजस्व विभाग, वन विभाग के किसी जिम्मेदार ने उन्हें जांचा नही होगा यह केवल दो तहसील की संख्या है । 

आखिर जिला खनिज अधिकारी सावन चौहान जन प्रतिनिधियों की चेतावनी को हल्के में ले रहे है इसके पीछे कोन कोन अधिकारी इसमें शामिल है इसका पता लगाए कि आखिर रेत ठेकेदार मुकेश जैन ,जावेद खान पर खनिज विभाग ,पुलिस विभाग, मेहरबानी क्यों दिखा रहा है । जब कि देखा जाए तो खरगोन में डी आई जी रेंज भी है। 

खनिज अधिकारी सावन चौहान
कसरावद तहसील के ग्राम अमलाथ में बड़ी भारी मात्रा में अवैध रेत उत्खनन हो रहा है रेत वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती है खनिज विभाग कार्यवाही से क्यों कतरा रहा है जनचर्चा है की शराब दुकानों की नीलामी में आबकारी अफसर पार्टनरशिप का अंदेशा होने के साथ उजागर भी हुए शायद रेत कारोबार में खनिज अफसर मिली जुली हो सकती है प्रदेश भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सरकार अवेध कारोबारियों अपना एक्शन करने से पीछे नहीं हट रहे है जिला खनिज अधिकारी सावन चौहान का मन जिले में नही लग रहा है पूर्व में खनिज अधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के राज में दिन देखा न रात कार्यवाही होती रही जिसका नतीजन लगभग 16 करोड़ का रेत ठेका बीच मझधार में ठेकेदार छोड़कर भाग निकला शासन की नियम शर्तो के अनुसार राजस्व में रेत ठेके में बड़ोतरी होना चाहिए लेकिन खनिज विभाग 5 करोड़ राशि कम में ठेका रेत का हुआ इसमें भी संशय नजर आ रहा है जिला अधिकारी की प्रणाली पर सवाल तो उठते है गोपनीयता भंग हुई प्रदेश की मोहन सरकार जांच करे तो निश्चित अधिकारी की मिलीभगत सामने आ सकती है देखने की बात है कि खनिज कार्यवाही पहले करेगा या राजस्व के साथ पुलिस भी धरपकड़ करेगी ।

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