रामलला के दर्शन कर कारसेवकों का सपना हुआ साकार
प्रभु से शहर की सुख-शांति व समृद्धि की कामना की
खरगोन। गत 4 फरवरी को जिले से 50 से अधिक कारसेवकों का दल अयोध्या प्रभु श्रीरामलला के दर्शन के लिए रवाना हुआ था। कारसेवक खरगोन से इंदौर तक बस के माध्यम से पहुंचे। वही इंदौर से आस्था विशेष रेलगाड़ी में इंदौर से अयोध्या के लिए पहुंचे। अयोध्या पहुंचकर सभी कारसेवकों ने सरयू नदी में डुबकी लगाई और रामलला के दर्शन किए और शहर की सुख-शांति व समृद्धि की कामना की। इसके पश्चात सभी कारसेवक हनुमान गढ़ी सहित अन्य मंदिरों में भी दर्शन के लिए पहुंचे। अयोध्या पहुंचे के बाद कारसेवकों का कहना है कि हमारा कई वर्षों का अपना साकार हुआ है। कारसेवक बुधवार रात्रि 8 बजे इंदौर और रात्रि 12 बजे अपने घर खरगोन लौटे। जब कारसेवक अपने-अपने घर पहुंचे तो उनका मोहल्लों में जोरदार स्वागत किया।
याचि देहि याचि डोळा
कारसेवकों का कहना है कि जब कारसेवा के लिए गए तब डॉ हेडगेवार जी की कही बात "याचि देहि याचि डोळा" अर्थात इसी शरीर से इन्ही आंखों से भव्य दिव्य राम मंदिर के निर्माण और भगवान राम के दर्शन करने की इच्छा पूरी होगी। 6 फरवरी को भगवान रामलला के दर्शन कर कारसेवकों का यही सपना साकार हुआ। कारसेवकों में संघ के राधेश्याम पाटीदार, संतोष पटेल, अनिल गुप्ता, कालूसिंह पथरोड, प्रदीप यादव, गोपाल शर्मा, सौभागसिंह ने बताया कि मंदिर की भव्यता और भगवान राम के विग्रह के दर्शन कर हम धन्य हुए। वहां पहुंचने पर टेंट सिटी में ठहरने, रात्रि विश्राम, स्नान, ध्यान व भोजन आदि की उत्तम व्यवस्था अवर्णनीय रही है। वही चल रहे निर्माण कार्य, मंदिर की भव्यता, धार्मिक वातावरण, रामभक्तो की श्रद्धा, आस्था व सुरक्षा आदि को देखकर राम राज्य की अनुभूति होती है।
Comments
Post a Comment