अवैध रेत उत्खनन से पर्यावरण को नुकसान - विधायक मेव
महेश्वर विधायक राजकुमार मेव इन दिनों कार्य शैली को लेकर चर्चाओं सुर्खियों में बने है पहले पवित्र नगरियो में अवैध शराब प्रतिबंध लगाया अब अवैध रेत उत्खनन होने पर्यावरण को बचाने के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे है।
महेश्वर विधानसभा में नर्मदा किनारे लगे गांवो में बालू रेत का अवेध कारोबार धड़ल्ले से फलफूल रहा है जिससे पर्यावरण को ज्यादा नुकसान हो रहा है वही कभी अवेध रेत खदानों के धसने से मजदूरों की मृत्यु हो जाती है लेकिन रिकार्ड पर दर्ज कही ओर हो जाती है।
विधायक श्री मेव ने कहा कि कलेक्टर खरगोन ,खनिज विभाग को पत्र लिखकर अवेध रेत उत्खनन करने पर रोक लगाई जाएगी स्वीकृत रेत रकबो से उत्खनन हो अन्य अवैध स्थानों से उत्खनन करने वालो के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
खनिज विभाग के पास महेश्वर तहसील में लगभग 10 रेत खदानों के रकबे स्वीकृत है जहा से ठेकेदार रेत उत्खनन कर सकता है लेकिन देखने में आया की अवैध रेत उत्खनन करने वाले एक ही गांव में लगभग तीन से चार पोकलेन मशीनों से अवैध कारोबार का फला फूला कर राजस्व विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान होता फिर भी राजस्व अधिकारी अवैध रेत उत्खनन करने वालो पर कार्यवाही नही करता इसके पीछे क्या वजह हो सकती है मुठ्ठी में से रेत फिसलने जैसी बात है।
अवैध रेत उत्खनन होने से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है किंतु पर्यावरण विभाग के जिम्मेदार अफसर भी कभी अवैध उत्खनन करने वालो के खिलाफ मैदान में कार्यवाही करते नजर नही आया।
राजस्व रकबे की रेत का पैसा खनिज विभाग वसूल रहा अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा सब खेल चल रहा है अवैध रेत का परिवहन करने वाले नर्मदा नदी में भी अपनी मशीनों को उतार कर रेत ढोते है खनिज विभाग के गिनती के अफसर जाए तो जाए कहा क्यों की पूरा आसमान फटा है अफसर जाने के पहले ही अवेध कारोबारियों को सूचना मिल जाती है ओर अवैध रेत कारोबार वैध नजर आता है।
अब देखना है कि विधायक राजकुमार मेव के पत्र लिखने के बाद राजस्व विभाग के साथ खनिज विभाग वैधानिक कार्यवाही अनुसार कार्य करेगा या अवैध कारोबारी उत्खनन कर्ता अपने कार्य को अंजाम देते रहेंगे ।
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