सिकल सेल रोकथाम के लिये डॉ. हितेश मुजाल्दे हुए सम्मानित, 10 साल से आदिवासी क्षेत्रों में दे रहे सेवाएं

खरगोन । खरगोन जिले सहित बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार जिलों में पिछले 10 वर्षों से अनुवांशिक बीमारी सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम के लिये जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही शिविर लगाकर निःशुल्क उपचार देने पर दिवस समारोह में डॉ. हितेश मुजाल्दे को कलेक्टर कर्मवीर सिंह शर्मा ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। सम्मान समारोह के दौरान एसपी धर्मवीर सिंह और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

प्रशासन की ओर से सम्मान मिलने पर डॉ. हितेश मुजाल्दे ने प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के खरगोन, झाबुआ, अलीराजपुर, शहडोल जैसे आदिवासी जिलों में कुछ समय यह रोग तेजी से पैर पसार रहा था । लोगों के जोड़ों में दर्द होना, बार-बार पीलिया होना व खून की कमी होने लगी थी । उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य केंद्र से दवाई ली लेकिन बीमारी ठीक नहीं हुई। जिला अस्पताल में जांच कराने पर सिकलसेल की बीमारी सामने आई, जिसके बाद पीड़ितों के परिवार की भी जांच हुई, जिसमें यह बीमारी अन्य सदस्यों में भी पाई गई।

 डॉ. हितेश मुजाल्दे ने बताया यह रोग वंशानुगत है इसलिये रोग को फैलने से रोकने के लिए शादी के पहले उचित सलाह दी जा रही है। शादी से पहले दोनों परिवार सिकल सेल की जांच जरूर कराए। डॉ.हितेश मुजाल्दे ने बताया उन्होंने खुद अपने स्तर पर टीम तैयार कर न केवल आंकड़े जुटाए बल्कि पीड़ितों तक उपचार पहुंचाने के लिये निरंतर शिविर भी लगाए। उनका प्रयास है कि शासन- प्रशासन की मदद से वे इस रोग को बढ़ने से पूर्ण रूप से रोक सके।

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