धर्म ध्वजा के साथ निकला शौर्य संचलन; गीता जी का बारहवा पाठ शीतल भदौरिया द्वारा किया गया
सवा तीन किलोमीटर मार्ग 45 मिनट में पूर्ण
खरगोन। 6 दिसंबर 1992 के दिन हिन्दू पंचाग अनुसार गीता जयंती थी, इसी दिन कलंक का ढाचा ढहाया गया था और हिन्दू शौर्य का प्रकटीकरण हुआ था। इसी तिथि को बजरंग दल द्वारा प्रतिवर्ष शौर्य दिवस के रूप में मनाया के जाता है। इस वर्ष गीता जयंती 22 दिसंबर को पूरे प्रांत में शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में शौर्य संचलन के आयोजन किये जा रहे हैं। आज से ठीक एक माह बाद ही 22 जनवरी के दिन श्री रामलला मंदिर में विराजित हो रहे हैं, इसलिए भी इस बार का शौर्य दिवस महत्वपूर्ण है। उक्त उदगार विहिप विभाग मंत्री मनोज वर्मा ने श्री नवग्रह की नगरी खरगोन में गीता जयंती पर बजरंग दल के शौर्य संचलन में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए।
विहिप जिला प्रचार प्रसार प्रमुख दीप जोशी ने बताया कि शौर्य संचलन के पूर्व मंचीय कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीराम दरबार और भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। गीत रवि वर्मा ने लिया अतिथि परिचय हर्ष गुप्ता ने दिया और प्रार्थना राजू सोनी के माध्यम से हुई। इस अवसर पर जिला मंत्री विवेक सिंह तोमर ने संबोधित किया और अंत में आभार आकाश कोली ने व्यक्त किया। मंच पर जिला अध्यक्ष मोहन शर्मा,जिला संयोजक हेमेट कानूनगो भी उपस्थित थे। संचालन प्रखंड अध्यक्ष दीप जोशी ने किया। शौर्य संचलन में नगर संयोजक रोहित भावसार धर्म ध्वजा लेकर चल रहे थे।इस अवसर पर अंतिम गोस्वामी, आकाश डंडीर,
अमित अवस्थी, मुकेश यादव,रोहित वर्मा,रजत करोसिया,सचिन गुप्ता सहित सैकड़ों बजरंगी शौर्य संचलन में गणवेश धारण कर कदमताल करते हुए चल रहे थे। नगर के विभिन्न सामाजिक धार्मिक एवम अन्य संगठनों ने शौर्य संचलन पर पुष्प वर्षा करी।
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