परेशानी : नहर का पानी रिसने से खेतो के मार्गों में हुआ कीचड़,किसानों को कृषि यंत्र ले जाने में हो रही है फजीहत

किसानों ने विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप

हर तरह की शिकायत के बाद भी दिक्कत हल नही होने पर किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी

लोक जागृति समाचार खरगोन। देवेंद्र मोरे / शिवम कर्मा

नहर परियोजनाए किसानों के हित मे बनाई जाती है लेकिन समीप ग्राम मोहना में ओम्कारेश्वर नहर निर्माण कार्य मे लापरवाही के चलते यही नहरे किसानों के लिए परेशानी बन रही है। पूरा मामला ओम्कारेश्वर नहर परियोजना का है जिसमे जिले की महेश्वर तहसील के बबलाई के समीप ग्राम मोहना में घटिया निर्माण के चलते नहर से पानी रिस कर खेतो के पहुच मार्गों तक घुस रहा है जिससे पहुँच मार्ग पर हमेशा कीचड़ पसरा रहता है।

स्थानीय किसान सोहन सिंह महंत,अशोक पटेल और बलराम सिंह ठाकुर ने बताया कि क्षेत्र में ओम्कारेश्वर नहर परियोजना के अंतर्गत नहरों का निर्माण घटिया स्तर पर हुआ है जिससे कई जगहों से नहरे फुट चुकी है। घटिया निर्माण की वजह से नहर से पानी रिस कर हमारे खेतों के पहुँच मार्गों पर विगत 5 वर्षों से कीचड़ भरा रहता है जिससे हमे खेती के लिए प्रयोग में लिए जाने वाले यंत्र व बैलगाड़ी आदि ले जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ समय से पानी का रिसाव इतना ज्यादा हो गया है कि पैदल चलना भी दूभर हो गया है। 


कई बार शिकायत की कोई हल नही निकला,अबकी बार आंदोलन की चेतावनी :-

किसानों ने बताया कि इस परेशानी के संदर्भ में कई बार संबंधित विभाग सहित तहसीलदार तथा सीएम हेल्पलाइन पर भी शिक़ायत दर्ज कर चुके है लेकिन कही से कोई हल नही निकला है।हर जगह से आश्वासन दे कर मामले को टाल दिया जाता है। मध्यप्रदेश सरकार खुद को किसान हितेषी बताती है लेकिन यहाँ किसानों की कोई सुनवाई नही की जा रही है। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अबकी बार मामले का हल नही निकलता है तो किसानों को आंदलोन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।

वर्जन :-

यह पूरा मामला मेरे संज्ञान में आया है,इसे दुरुस्त करने की कार्ययोजना भी तैयार है।चालू नहर में मरम्मत का कार्य करने में दिक्कत आती है,नहर बंद होते ही इस समस्या का समाधान तुरंत किया जाएगा।

देवराज पटेल कार्यपालन यंत्री NVDA 

Comments