बिना अनुमति के तालाब बनने वाले की तलाश में प्रशासन, ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न
शासन-प्रशासन की चिंता कच्चे घर वाले पात्र व्यक्तियों को पक्का मकान देना- कलेक्टर
खरगोन। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने शुक्रवार को ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में पीएम आवास की पूर्णता और स्वीकृतियों को लेकर कहा कि ग्रामीण आवास 1 लाख से अधिक पूर्ण हो गए है। इसके लिए सभी को बधाई. लेकिन ऐसे लोग जिनके आज भी कच्चे घर है, उनके सत्यापन की जानकारी जुटाने के निर्देश दिए, ताकि भविष्य में अपात्र लोग इसका लाभ न ले सकंे। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में खरगोन जिले में 1 लाख से अधिक आवास बनकर तैयार हो चुके है। सबसे अच्छी बात ये है कि इन 1 लाख आवास में 96 हजार से अधिक पात्र नागरिक गृहप्रवेश भी कर चुके है। वर्ष 2016 से 21 जून 23 की स्थिति में 100081 आवास पूर्ण हो गए है। जिले में पीएम आवास का लक्ष्य 107454 था। इसमें 7373 अभी प्रगतिरत है। जिले में पूर्णता का प्रतिशत 93.14 है। शुक्रवार को ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने निर्देश दिए कि पूर्णता का प्रतिशत 95 से अधिक होना चाहिए। समीक्षा बैठक में पीएम आवास के अलावा मनरेगा, मनरेगा में लेबर बजट, अमृत सरोवर, स्वच्छता मिशन,वॉटरशेड और आगामी निर्वाचन की तैयारियों के मद्देनजर मतदान केंद्रों की वस्तुस्थिति के बिंदु शामिल रहे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ ज्योति शर्मा, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ पुरुषोत्तम पाटीदार, सभी जनपद सीईओ, सभी सहायक यंत्री, उपयंत्री तथा बीसी भी उपस्थित रहे।
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ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न |
1 माह से तालाब बनाने वाला नहीं मिला
गत 6 मई को कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने सेगांव जनपद के भ्रमण के दौरान ग्राम तिरी की पहाड़ी में एक ऐसा तालाब देखा था। जो बनकर तैयार था लेकिन उस तालाब को किसने बनवाया। इसकी जानकारी किसी के पास नही थी। पंचायत सचिव और आरईएस तथा अन्य कोई भी विभाग इस तालाब के बारे में नही बता पाएं। लिहाजा कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए। मगर जब शुक्रवार को समीक्षा की गई तो फिर वही स्थिति कोई भी तकनीकी अधिकारी यहां तक कि आरईएस के उपयंत्री नरगांवे ने 2 माह पूर्व जॉइन होने की बात कहीं। ऐसी स्थिति निर्मित हुई तो जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा ने बैठक में जनपद सीईओ, सहायक यंत्री और उपयंत्री का जांच दल बनाकर पता लगाने के निर्देश दिए।
सेगांव जनपद के तिरी गांव की पहाड़ी में बना तालाब जिसकी जानकारी अब तक जुटा नहीं पाएं अधिकारी। इस तालाब की जानकारी देने वाले व्यक्ति को दिया जाएगा उचित ईनाम |
बात 6 मई की है जब कलेक्टर वर्मा आरईएस द्वारा बनाएं जा रहें, अमृत सरोवर के निर्माण कार्य देखकर लौट रहे थे। तो सड़क से पहाड़ी की ओर एक खुदाई हुई जगह प्रतीत हुई तो कलेक्टर वर्मा स्वयं गाड़ी से उतरकर अवलोकन करने पहुँचे। इसके बाद जब जानकारी लेने का प्रयास किया तो सब मौन भी और निरुत्तर नजर आएं।
तो कलेक्टर ने अमृत सरोवर बनाने का एस्टीमेट का तरीका पूछ लिया
कलेक्टर द्वारा लगातार निर्माण कार्याे की निगरानी की जाती है। अक्सर किसी दौरे पर वे कोई न कोई कमी भी और अच्छाई भी निकलते है। अब तक अमृत सरोवरों के निरीक्षण में उन्होंने एस्टीमेट प्रक्रिया के सम्बंध में जानकारी लेते रहे, लेकिन संतोषजनक जवाब नही मिला। तो शुक्रवार को ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में जहां सभी तकनीकी अधिकरी मौजूद थे। उनसे ही अमृत सरोवर निर्माण के लिए एस्टीमेट कंपोनेंट की जानकारी ली।
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