55वां शिवडोला निकलेगा 1 सितंबर शुक्रवार को, दोनों श्रावण श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर में मनाएंगे धुमधाम से
गुरु पुर्णिमा से प्रतिदिन रात्रि 9 बजे श्रावण मास की आरती प्रारंभ होगी
खरगोन। अधिष्ठाता भगवान श्री सिद्धनाथजी महादेव परंपरानुसार व परंपरागत मार्ग पर भादौ वदी दूज शुक्रवार 1 सितंबर 2023 को शाही ठाठ-बांट के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इससे पूर्व 3 जुलाई गुरु पूर्णिमा से मंदिर में दोनों श्रावण मास धुमधाम से मनाया जाएगा। श्रावण मास के दौरान नित्य पूजन, आरती आदि धार्मिक अनुष्ठान होंगे। मुख्य आरती रात्रि 9 बजे प्रारंभ होगी। मुख्य आरती गुरु पुर्णिमा से प्रारंभ होगी, जो 31 अगस्त तक चलेगी। आरती करवाने वाले यजमानों को पूजन के लिए रात्रि 7 बजे मंदिर पहुंचना होगा।
रविवार दोपहर को भावसार मोहल्ला स्थित श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर पर सार्वजनिक श्रावण मास समारोह आयोजन समिति की बैठक समिति अध्यक्ष नवनीतलाल भंडारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में समिति संरक्षक मनोहर भावसार, जगदीश डंडीर, उपाध्यक्ष गुलाबचंद भावसार, डॉ. मोहन भावसार, मनोज भावसार, मधु भावसार, राजेश भावसार (टेंट), कोषाध्यक्ष राधाकृष्ण महाजन, श्याम महाजन, सचिव विनीत महाजन, रवि महाजन, गोविंद भावसार, श्याम महाजन कालू, नाना यादव, लोकेश भावसार, सहसचिव रवि धारे, नीरज भावसार सन्नी, चेतन भावसार, राजू जैन, कमलजीतसिंह गांधी, प्रवक्ता प्रकाश भावसार, सह मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र भावसार लाला, सदस्य श्रीकृष्ण धारे, कृष्णकांत जोशी, प्रमोद भावसार, हरीश गोस्वामी, सकल हिंदू समाज अध्यक्ष बबलू पाल, दीपक डंडीर, दीप जोशी, महेंद्र भावसार, प्रितेश महाजन, शैलेंद्र भावसार, कमल वर्मा, संतोष भावसार अंगु, आशीष मल्लीवाल, राकेश भावसार, मयुर महाजन, गौरव भावसार अप्पु, अजय भावसार, शेखर धारे, हर्ष भावसार, रितिक धारे, ऋषि भावसार, नुकुल भावसार, सौरभ धारे, निखिल भावसार आदि की उपस्थिति में हुई बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। भंडारी ने उपस्थित सदस्यों व पदाधिकारियों को बैठक में लिए निर्णय से अवगत कराया।
ये हुए महत्वपूर्ण निर्णय
- 3 जुलाई से प्रतिदिन रात्रि 9 बजे श्रावण मास की मुख्य आरती होगी।
- गर्भगृह में प्रातः 8 बजे से 11 बजे तक अभिषेक नहीं होगा। इस दौरान नंदी हाल में अभिषेक कर सकेंगे।
- शिवलिंग का श्रंगार प्राकृतिक व सात्विक वस्तुओं से ही होगा। श्रृंगार में रासायनिक वस्तुओं, सेंट, स्प्रे आदि का प्रयोग वर्जित रहेगा।
- श्रावण मास के अंतिम सोमवार 28 अगस्त को रूद्राक्ष मित्र मंडल द्वारा परंपरानुसार प्रातः 4 बजे से ओंकार आरती करेगा।
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