अविवादित नामांतरण, सीमांकन और बंटवारे के प्रकरणों को निराकरण के लिए एसडीएम को दिया फ्री हैंड
जनसेवा शिविरों के आंकलन के बाद कलेक्टर ने पटवारी आरआई और तहसीलदारों को दी जिम्मेदारी निभाने नसीयत
खरगोन। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने शुक्रवार सुबह राजस्व विभाग की समीक्षा गूगल मीट के माध्यम से की। गुरुवार को कलेक्टर ने गोगांवा तहसील के गोवाड़ी और जामनिया में जनसेवा अभियान के अंतर्गत राजस्व विभाग की सेवाओं के अमल की वास्तविक स्थिति का आंकलन करने के बाद यह गूगल मीट बड़ी अहम हो गई थी। गूगल मीट में कलेक्टर वर्मा ने सभी राजस्व के अनुविभागीय अधिकारियों को फ्री हैंड करते हुए कहा कि किसी भी तरह करे अविवादित नामांतरण, सीमांकन और बंटवारे के प्रकरण में रिजल्ट दे। ज्ञात हो कि खरगोन जिला अभी भी जनसेवा अभियान में स्वीकृत प्रकरणों के मामले में टॉप पर है। लेकिन राजस्व विभाग की चिंहाकित सेवाओं के मामले में पीछे होने से तहसीलदारों पर नाराजगी व्यक्त की। गूगल मीट में अपर कलेक्टर जेएस बघेल, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शिराली जैन, एसडीएम ओएन सिंह, डिप्टी कलेक्टर प्रताप अगासिया तथा अन्य अनुभाग और तहसीलों के राजस्व अधिकारी गूगल मीट में लिंक के माध्यम से जुड़े।
बी-वन वाचन प्राथमिकता से करेंगे
कलेक्टर वर्मा ने सख्त लहजे में पटवारियों के लिए निर्देश जारी किए हैं कि शिविरों में बी-वन वाचन प्राथमिकता से पढ़ेंगे। यही वो आधार है जिसके आधार पर कई प्रकरण सामने आएंगे। इसके पढ़ने से वास्तविक वस्तुस्थिति स्पष्ट होती है। सभी पटवारियों से इस कार्य को लागू करवाये। साथ ही चालू खसरा नकल का वितरण भी राजस्व विभाग की अहम प्रक्रिया है। इस पर भी फोकस करें।
खदानों का सीमांकन कर लगाए मुनारे
अवैध रेत खनन को लेकर कलेक्टर वर्मा ने सभी एसडीएम को स्पष्ट किया कि जिन खदानों का सीमांकन हो गया है उनकी मुनारे बनाये। साथ ही जिन खदानों का सीमांकन नहीं हुआ है उनका सीमांकन के बाद मुनारे लगाने का कार्य 2 दिन में पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके अलावा अवैध खनन रोकने के लिए हर संभव कार्यवाही करें। नर्मदा नदी में कोई भी जेसीबी पोकलेन या अन्य मशीन से किसी तरह का खनन नहीं होना चाहिए। कार्यवाही करने के लिए एसडीएम स्वतंत्र है।
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