काग्रेस ने लगाया आरोप, नवनियुक्त शिक्षकों की पोस्टिंग में भारी धांधली

नजाति कार्य विभाग का पोर्टल 2013 से अपडेट नहीं

अधिक नंबर वाले शिक्षक पोस्टिंग से वंचितकम नंबर वालों को मिली स्कूले

खरगोन:- जनजाति कार्य विभाग खरगोन में नवनियुक्त शिक्षकों की पोस्टिंग में भारी धांधली की जा रही है गड़बड़ी का आलम यह है कि विभाग को अपनी काउंसलिंग तक निरस्त करना पड़ी । जिला कांग्रेस अध्यक्ष रवि नाईक ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सवाल उठाते  हुए कहा कि खरगोन जिले के जनजाति कार्य विभाग मैं नवनियुक्त शिक्षकों की पोस्टिंग मनमाने तरीके से नियम विरुद्ध की जा रही है। जिन शिक्षकों के मेरिट में अधिक नंबर आए थेवह स्कूल पाने से वंचित रह गए और कम में नंबर वालों को स्कूल आवंटित हो गई । उन्होंने आरोप लगाया कि जनजाति कार्य विभाग का पोर्टल जिस पर शिक्षकों के और स्कूलों की जानकारी होती है वह वर्ष 2013-14 से अपडेट ही नहीं हुआ । जानबूझकर ऑफलाइन काउंसलिंग की जा रही है ताकि भ्रष्टाचार किया जा सके ।

                    नियमानुसार पोस्टिंग के पूर्व विभाग द्वारा निर्धारित गोस्वारे में मेरिट लिस्ट बनाई जाती है उसी आधार पर शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन किया जाता है मगर खरगोन जिले में सारे नियमों को धता बताकर अपनों - अपनों में रेवड़ी बाटी जा रही है उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर इतने सालों तक विभाग अपने पोर्टल को अपडेट क्यों नहीं कर पाया क्या जानबूझकर पोर्टल को अपडेट नहीं किया गया इसकी भी जांच होनी चाहिए ऑफलाइन पोस्टिंग में  आधिकारियो की रुचि क्यों है? स्पष्ट है की आफ लाइन पोस्टिंग में  भ्रष्टाचार कि संभावना भरपूर होती है। जिले में करीब 261 शिक्षक पोस्टिंग के लिए अपने अभिभावकों के साथ विभाग के चक्कर लगा रहे हैं और विभाग है कि नवनियुक्त शिक्षकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है । विभागीय सूत्र बताते हैं कि निर्धारित तिथि तक शिक्षकों ने ज्वाइन नहीं किया तो वे नौकरी से वंचित भी हो सकते हैं । ऐसे में समय पास कर विभाग नवनियुक्त शिक्षकों और उनके पालकों के ऊपर मानसिक दबाव भी बना रहा है । उन्होंने शासन से मांग की है कि  नवनियुक्त शिक्षकों की पोस्टिंग नियमानुसार पारदर्शी तरीके से की जाए अन्यथा कांग्रेस पार्टी विभाग के खिलाफ जन आंदोलन करेगी ।

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