जिन गांवों में नेटवर्क की समस्या वहां सेक्टर के हिसाब से लगेंगे शिविर, महिलाओं को वही पर लाया जाएगा
पीएचई के एसडीओ और तहसीलदारों तथा कम स्कोर वाले अधिकारियों का वेतन रोका जाएगा
सीएम हेल्पलाइन की नजरअंदाजी महंगी पड़ेगी, अधिकारियों को जारी होंगे नोटिस
खरगोन। मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के गाँव-गाँव शिविर आयोजित करने का अब वक्त आ गया है। 25 मार्च से लगने वाले शिविरों के सम्बंध में समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने जनपद सीईओ और नगरीय निकायों के सीएमओ से उनकी प्लान की जानकारी ली। इस संबंध में खरगोन जनपद सीईओ राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि जनसेवा अभियान के दौरान बनाये गए सेक्टर के हिसाब से कैम्प आयोजित किये जाने की तैयारी है। कलेक्टर वर्मा ने निर्देश दिए कि जनसेवा अभियान एक अलग योजना थी। लाडली बहना अलग है। इसमें गांव-गांव शिविर आयोजित करना ही है। जिन गांवो में नेटवर्क की समस्या आ रही है, जिस गांव या फलिये तक पर्याप्त नेटवर्क है। वहां सेक्टर बनाकर महिलाओं को लाने की व्यवस्था करनी होगी। साथ ही यह शिविर दो चरणों मे होंगे। पहले चरण की शुरुआत पंचायत मुख्यालयों से की जानी है। जब तक सभी के आवेदन नहीं भर लिए जाते तब तक शिविर वही लगाया रहेगा। पहला चरण पूरा करने के बाद दूसरे चरण में कोई महिलाएं छूट गई है तो उन्हें शामिल किया जाना है। इसी तरह नगरीय निकायों में सीएमओ वार्ड वार व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे। जो वार्ड बड़ा है वहा दो कैम्प लगाए जाएंगे।
टीएल बैठक में सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण के मामले में कलेक्टर वर्मा ने निर्देश दिए हैं कि सभी विभागों की स्क्रूटनी की जाए। जिस विभाग का लो अर्थात कम स्कोर होगा। उनके अधिकारियों का वेतन रोका जाएगा। यह स्क्रूटनी एल-1 से एल-4 तक कि शिकायतों की जाएगी। सीएम हेल्पलाइन पर लंबित शिकायतें अधिकारियों पर महंगी पड़ने वाली है। ऐसे संकेत देते हुए कलेक्टर वर्मा ने पीएचई के सभी एसडीओ, सभी तहसीलदार, एनवीडीए के कार्यपालन यंत्रियां के अलावा इस दायरे में और भी अन्य विभागों के अधिकारी आ सकते हैं।
अगली टीएल से जनसुनवाई के निराकरण की स्थिति बताएंगे अधिकारी
कलेक्टर वर्मा ने जनसुनवाई में प्राप्त होने वाले आवेदनों के मामले में अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगली टीएल बैठक में अब तक प्राप्त शिकायतों में निराकरण की स्थिति का पत्रक भी आवश्यक रूप से प्रस्तुत करेंगे। जनसुनवाई की कुल 465 शिकायतें लंबित है जिसमें 22 का निराकरण होना बताया गया है।
लाडली बहना योजना पर गीत लेखन व सांगीतिक रचना के लिए प्रतियोगिता
खरगोन। मप्र शासन की लाड़ली बहना योजना पर आधारित प्रदेश को विभिन्न बोलियों में गीत लेखन एवं सांगीतिक रचना की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता की अंतिम तिथि 24 मार्च निर्धारित की गई है। प्रतियोगिता के अंतर्गत प्रदेश के कलाकारों द्वारा प्रदेश को विभिन्न बोलियों में लाड़ली बहना योजना से संबंधित गीत लेखन एवं उनको सांगीतिक रचना (कम्पीजिंग) तैयार की जानी है। प्रतिभागी कलाकार द्वारा तैयार ऑडियो क्लिप 3 से 6 मिनिट की अवधि की रहेगी। यह ऑडियो क्लिप मानक हिन्दी एवं प्रदेश को आठ बोलियों बुंदेली, बघेली निमाड़ी, मालवी, भदावरी भीली, गोंडी एवं कोरकू में लिखित एवं स्वरबद्ध की जायेंगी। प्रत्येक बोली के लिए चयनित इस ऑडियो क्लिप को प्रथम 25 हजार रूपये, द्वितीय 15 हजार रूपये एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में 10 हजार रूपये प्रदाय किए जाएंगे।
मार्गदर्शी सिद्धान्त एवं शर्ते
मानक हिंदी एवं मध्यप्रदेश की बोलियों के गीत लेखन एवं सांगीतिक ऑडियो कम्पोजिंग (दोनों हो, उस भाषा बोली का उछेख विषयांतर्गत सबसे ऊपर किया जाना अनिवार्य होगा। कलाकार को गीत एवं कम्पोजिंग की मौलिकता का प्रमाण-पत्र देना अनिवार्य होगा। शासन द्वारा विभिन्न अवसरों कार्यक्रमों में गीत एवं कम्पोजिंग ऑडियो के उपयोग को सहमति अनिवार्य होगी।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक पुरस्कार के लिए गठित चयन समिति के समक्ष आवेदन विचार एवं निर्णय के लिए रखे जायेंगे। चयन समिति का निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा घोषणा तक सभी कार्यवाहियाँ गोपनीय रहेगी। इस संबंध में कोई पत्राचार नहीं किया जायेगा और न ही दूरभाष पर जानकारी देना संभव हो सकेगा। आवेदन तथा प्राप्त गीत से संबंधित दस्तावेज लौटाये नहीं जा सकेंगे। जमा प्रस्तावों पर संशोधन आदि भी मान्य नहीं होगा। प्रत्येक पुरस्कार के लिए अलग-अलग गीत एवं ऑडियो क्लिप दिनांक 24 मार्च, 2023 शाम 6 बजे तक ईमेल directormpculture@gmail.com अथवा संचालक, संस्कृति संचालनालय, 1-शिवाजी नगर (रेडक्रास अस्पताल के पीछे), भोपाल-462016 के पते पर पहुँचाना आवश्यक है। विस्तृत विवरण विभागीय वेबसाइट www.culturemp.in पर देखा जा सकता है।
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