जल जीवन मिशन की योजनाओं में गुणवत्ताविहीन कार्याे की होगी जांच,सीएम ने इंदौर कमिश्नर व खरगोन DM को जांच के दिए निर्देश
खरगोन। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हुए कार्याे की समीक्षा की। खरगोन जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत हुए कार्याे के सम्बंध में उन्होंने गुणवत्ताविहीन योजनाओं की जांच करने के निर्देश कमिशनर ड़ॉ. पवन शर्मा और कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा को दिए। वीसी के माध्यम से कलेक्टर वर्मा ने स्वीकृत योजनाओं, कार्याे की गुणवत्ता, रोड रेस्टोरेशन, पानी की उपलब्धता तथा कार्य की संतुष्टि के संबंध में जानकारी दी। मुख़्यमंत्री चौहान कार्याे की जाँच के अलावा गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के भी निर्देश दिए। इंदौर कमिशनर ड़ॉ. शर्मा ने कहा कि सभी कार्याे को गुणवत्तापूर्ण कराने के लिए अधीक्षण यंत्री डीएल सूर्यवंशी खरगोन में ही कैम्प कर कार्य देखेंगे। वीसी में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा, सभी एसडीओ, ठेकेदार और जल निगम की मैनेजर त्रिवेणी हुडे उपस्थित रहे।
खरगोन जिले में कुल स्वीकृत 766 योजनाएं
जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले की योजनाओं की जानकारी देते हुए प्रभारी कार्यपालन यंत्री श्रीमती नीरू पचौरी ने बताया कि 766 स्वीकृत योजनाओं में 207 पूर्ण हुई है। जबकि 482 में कार्य प्रगतिरत है। अब तक हुए कार्याे में 366 किमी. रोड़ रेस्टोरेशन में 28 किमी. में रोड रेस्टोरेशन बाकी है।
बरसात से पूर्व जितना कार्य कर सके उतना ही खोदे
वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अभी बरसात आने वाली है। इसलिए सड़के या खुदाई का कार्य उतना ही करें जितना कार्य किया जा सकें। रोड रेस्टोरेशन का कार्य भी सबसे बेहतर करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नागरिको की सुविधा का ख्याल पर करना जरूरी है।
15 दिनों में खरगोन सेगांव जनपद की योजना प्रस्तुत करेंगे
वीसी से पूर्व कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने पीएचई के एसडीओ एसआर सोलंकी और जनपद सीईओ राजेन्द्र शर्मा से खरगोन और सेगांव जनपद में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 15 दिन में योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। इन जनपदों के गांवो में पानी के सौर्स सूखने की समस्या आयी है। अभी हाल ही में पीएचई विभाग द्वारा 8 गांवो में ट्यूबवेल खोदे गए है। बाकी के 30 गांवो में भी सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश है।
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