खरगोन अनाज मंडी में नए गेहूं चने की बड़ी आवाक, किसानों को मिले अच्छे दाम

खरगोन मंडी में इन दिनों नए गेहूं और चने की आवाज में लगातार बढ़ोतरी हो रही है इस बार किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं और चना बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे चना और गेहूं का मंडी में उच्चतम भाव मिला है 

आज के खरगोन मंडी के सभी भावो की सूची 

वहीं मंगलवार को खरगोन अनाज मंडी में बड़ी संख्या में नए गेहूं और चने की आवक हुई वही मंडी से मिली प्राप्त जानकारी के अनुसार गेहूं की 7000 क्विंटल खरीदी की गई वही चने की 1500 क्विंटल खरीदी हुई वहीं गेहूं का अधिकतम भाव 2460, न्यूनतम भाव 2020 रहा, न्यूनतम और अधिकतम भाव के बीच में ₹2150 गेहूं का मॉडल रहा । वही चने के भाव की बात की जाए तो चने का अधिकतम मूल्य ₹4825 रहा को न्यूनतम भाव 4525 रहा । न्यूनतम और अधिकतम के बीच में चने का 4680 रुपये मॉडल भाव रहा इन भावों में भी किसानों के द्वारा नए गेहूं और चने की जमकर बिक्री की गई वहीं व्यापारियों ने भी नए गेहूं और चने की जमकर खरीदी की। 

22 से 26 मार्च तक खरगोन मंडी में अनाज व कपास नीलामी का कार्य रहेगा बंद

खरगोन। खरगोन मंडी में बुधवार से 26 मार्च तक अनाज व कपास नीलामी का कार्य बंद रहेगा। इस संबंध खरगोन मंडी सचिव ने बताया कि 22 मार्च को गुड़ी पड़वा, 23 मार्च को चैती चांद, 24 व 25 मार्च को गणगौर पर्व तथा 26 मार्च को रविवार का अवकाश होने से मंडी में अनाज व कपास नीलामी का कार्य बंद रहेगा। वहीं मंडी व्यापारी संघ ने अवकाश के दिनों में कपास व अनाज नीलामी के कार्य में भाग नहीं लेने का आवेदन प्रस्तुत किया है। मंडी सचिव ने समस्त किसान भाईयों से आग्रह किया है कि अवकाश के दिनों में मंडी प्रागंण में अनाज व कपास नीलामी के लिए नहीं लाए।

अब 24 तक समर्थन मूल्य पर पंजीयन होंगे, असामयिक वर्षा के कारण हुई वृद्धि

खरगोन। प्रदेश में असामयिक वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए रबी विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए किसान पंजीयन कराने की अवधि में वृद्धि की गई है। जिला आपूर्ति अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजीयन से शेष रहे किसान अब 22 मार्च से 24 मार्च तक गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन करवा सकते है। कृषकों द्वारा उपार्जन के लिए गेहूं का पंजीयन व्यक्तिगत मोबाइल, कम्प्यूटर के अतिरिक्त नजदीकी गेहूं पंजीयन केन्द्र से भी कराया जा सकता है। साथ ही पंजीयन केन्द्र लॉगिन से भू स्वामी द्वारा कराया जा सकेगा। वहीं सिकमी कृषक एवं वन पट्टाधारी किसानों का पंजीयन केवल पंजीयन केन्द्र पर ही होगा।

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