विकास यात्राओं के दौरान नामांकन, सीमांकन और बंटवारे के प्रकरणों का भी होगा निराकरण

तहसीलदार सोमवार तक लीज वाली भूमियों की सूची प्रस्तुत करेंगे

राजस्व अधिकारियों को कलेक्टर ने बताई प्राथमिकताएं और निराकरण करने के लिए तत्परता

खरगोन । जिले में चल रही विकास यात्राओं के दौरान भूमि से जुड़े मामलों जैसे नामांकन, सीमांकन और बंटवारे के प्रकरणों को लेकर पटवारी और राजस्व अधिकारी करेंगे निराकरण। सोमवार को कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से कहा कि ऐसे प्रकरण जो पिछले 3 माह से नामांकन और 6 माह से सीमांकन और बंटवारे के प्रकरणों का भी निराकरण विकास यात्रा के दौरान ही करें। यात्राओं में आने वाले आवेदनों के अतिरिक्त जो पूर्व से लंबित प्रकरण है उनका भी निराकरण विकास यात्राओं के दौरान ही करना होगा। इससे राजस्व अधिकारियों को फील्ड में सहयोग मिलेगा। कलेक्टर वर्मा ने राजस्व अधिकारियों को महत्वपूर्ण कार्याे के निराकरण पर प्राथमिकता देते हुए फोकस करने के निरद्देश दिये है। सीएम हेल्पलाईन की भी समीक्षा की गई। उन्होंने सीएम मॉनिट पर भी फोकस करते हुए जानकारी मांगी। अपर कलेक्टर जेएस बघेल ने बताया कि सीएम हॉउस से आर्थिक सहायता के प्रकरण को निरस्त किया गया है। बैठक में अपर कलेक्टर केके मालवीया सहित सभी अनुभागों के एसडीएम व तहसीलदार सभागृह में तथा नायब तहसीलदार गूगल मिट के माध्यम से जुड़े।

अवैध कॉलोनियों पर होगी एफआईआर दर्ज

कलेक्टर वर्मा ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि अवैध कॉलोनियों को चिन्हित करें। इस सम्बंध में नगर पालिका से भी जानकारी लेकर समन्वय करते हुए एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही आगे से कोई अवैध कॉलोनी विकसित नही हो इस पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि नजूल की शर्तों के उल्लंघन वाले प्रकरणों को संज्ञान में ले। सभी अधिकारी इस पर प्राथमिकता से फोकस करते हुए कार्यवाही करें। रेवेन्यू भूमि का दुरुपयोग नही हो इस बात की चिंता हर एक अधिकारी को करना होगी। व्यावसायिक और सार्वजनिक प्रायोजन वाली भूमि को जांच में ले। सभी तहसीलदार सोमवार तक तहसील वार या कस्बेवार लीज वाली भूमियों की सूची कलेक्टर वर्मा को प्रस्तुत करेंगे।

फरवरी-मार्च महीना वसूली के लिए मुफीद

कलेक्टर वर्मा ने राजस्व वसूली के मामलें में तहसीलदारों द्वारा की गई वसूली से अप्रशन्नता व्यक्त करते हुए आगे पूर्ण वसूली करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि फरवरी और मार्च का महीना वसूली के लिए सबसे योग्य समय है। राजस्व अधिकारी राजस्व वसूली की संभावनाएं बढ़ाये। इसके लिए बड़ी-बड़ी प्रोपर्टी की सूची बनाकर भी प्रस्तुत करेंगे।

जनसुनवाई में आवेदकों को सुने और निराकारण पर ध्यान दे- कलेक्टर वर्मा

समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

खरगोन । कलेक्टर शिवरात सिंह वर्मा ने समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में जनसुनवाई में आने वाले आवेदनों को लेकर अधिकारियों से कहा कि आवेदकों को ध्यान से जरूर सुने लेकिन उससे ज्यादा आवेदनों के निराकरण पर फोकस करें। हालांकि जनसुनवाई में कई विवादित मामले एवं न्यायालय में चलने वाले मामले आते है। लेकिन इस बीच बड़े ही संवेदनशील और मांग आधारित आवेदन आते है। ऐसे आवेदनों पर हमें त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए। विवादित व गंभीर शिकायतों के अलावा निराकारण योग्य भी कई आवेदन प्राप्त होते है। अधिकारी ऐसे आवेदनों का निराकरण तत्परता से करे। जनसुनवाई की शिकायतों को अब सीएम हेल्पलाईन पोर्टल से भी डाला जाएगा। टीएल बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा, अपर कलेक्टर जेएस बघेल, केके मालवीया, सभी एसडीएम और सभी जिला अधिकारी सभागृह में तथा विकासखंड स्तरीय अधिकारी गूगल मिट के माध्यम से जुड़े।

डीपीसी, डीईओ और सहायक आयुक्त सुधारे शिक्षकों की समय पर उपस्थिति की व्यवस्था

कलेक्टर वर्मा ने शिक्षा विभाग से जुड़े विभाग डीपीसी, डीईओ और जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त से कहा कि शिक्षक समय पर स्कूल नही पहुँच रहे है। बीईओ और बीआरसी से प्रतिदिन की जानकारी प्राप्त करें। इसके लिए सार्थक पोर्टल का सहारा लें। हर दिन की जानकारी लेकर उसी दिन तत्काल कार्यवाही करें। साथ ही स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की वस्तुस्थिति का जायजा ले। विकास यात्राओं के दौरान कई स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति समय पर नही हुई है। ऐसी स्थिति दोबारा न हो जिम्मेदार अधिकारी आंकलन करें।

विकास दूत और विकास प्रेरक के लिए आगे बेहतर कार्य होगा

विकास यात्राओं की समीक्षा करते हुए कलेक्टर वर्मा ने कहा कि विकास दूत और विकास प्रेरकों के लिए आगे बहुत अच्छा कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो चल रहा है लेकिन नगरीय निकायों में भी अब इसको लागू करेंगे। कलेक्टर वर्मा ने विकास यात्रा की समीक्षा करते हुए कहा कि जाति प्रमाण पत्रों, गुड़ चना और सिकलसेल अनीमिया जाँच की जानकारी ली। विकास यात्रा में ग्रामीण क्षेत्रों में जो समस्याएं सामने आई है उनके निराकारण तत्काल भी किये जा सकते है। इसमें बीपीएल के आवेदनों पर गंभीरता से सोचे।

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