शिक्षा, स्वास्थ्य और जनसुनवाई को हमेशा प्राथमिकता देने वाले कलेक्टर खरगोन में करेंगे पदभार ग्रहण

योजनाओं के क्रियावन्यन में शासन ने अपनाया बड़वानी मॉडल

पहले सीएम जनसेवा अभियान और अब विकास यात्रा का मॉडल प्रदेश में होगा क्रियान्वित

खरगोन। खरगोन और बड़वानी जिलों में फासला भौगोलिक दृष्टि से सिर्फ एक राजमार्ग का है। जो दोनों जिलों की सरहद बनाता है। इस रोड़ की दूसरी ओर पश्चिम में बड़वानी जिला है। जिसकी भागडोर आज से पहले कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा के पास हुआ करती थी। जिन्होंने बड़वानी जिले में जनता को चाहे योजनाओं का लाभ पहुँचाने की बात हो या शिक्षा क्षेत्र में आगे लाने की या स्वास्थ्य की दिशा में नवाचार करने की उन्होंने हमेशा आम नागरिकों के कल्याण के लिए कदम बढ़ाएं है। इतना ही नहीं बड़वानी पूर्व कलेक्टर श्री वर्मा जनसुनवाई में जब किसी जरूरतमंद को अपने सामने पाते तो उसकी समस्या या सहयोग के लिए प्राथमिकता से कार्य करते रहे हैं। बड़वानी जिले में लगभग ढाई साल के कार्यकाल में पहुँच अभियान के तहत घर-घर जाकर विभिन्न योजनाओं के पात्र नागरिकों को ढूंढकर योजना से जोड़ा। योजनाओं के क्रियान्वयन के इस मॉडल को बाद में मप्र शासन पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान का नाम देकर लागू किया। इसके बाद जिले में ही सत्यापन अभियान प्रारम्भ किया। इस नवाचार में योजनाओं के क्रियान्वयन को तस्दीक कर लाभ पहुँचाने की शुरुआत हुई। जिसे पूरे प्रदेश में 5 फरवरी से विकास यात्रा के रूप में लागू किया जाएगा। ये तो सिर्फ एक बानगी है उनके विकास कार्याें के प्रति। उन्होंने बड़वानी में कई ऐसे कार्यांे को धरातल पर उतारा है जिससे नागरिकों में विकास अंकुरित हुआ है। अब ऐसे प्रशासनिक अधिकारी खरगोन जिले के कलेक्टर के रूप में आज गुरुवार को पदभार ग्रहण करेंगे। 

इन कार्यांे को भी दिलचस्पी के साथ अंजाम तक पहुँचाया

करीब 750 दिनों के अपने कार्यकाल में कलेक्टर श्री वर्मा ने बड़वानी में गरीब और निर्धन वर्ग को लाभ पहुँचाने की हर कसौटी पर खरे उतरे हैं। उन्होंने आशा ग्राम परिसर में रहने वाले 66 कुष्ठ रोगियों के परिजनों को पीएम आवास से पक्के घर का सपना पूरा कर दिखाया। इसके अलावा बड़वानी शहर से लगे हगरिया फल्या में भी 30 नागरिकों के लिए बेशकीमती आवास का लाभ दिया। जिसे आगे रूपनगर का नाम देकर नया स्वरूप दिया। ऐसे और भी अनेकों कार्य हैं जिससे कई नागरिक लाभ पाकर खुशहाली की ओर कदम बढ़ा चुके हैं। इसमें बंद पड़े आशा ग्राम के चिकित्सालय को अध्यक्ष होने के नाते पुनः जान फूंकी। जिसे अंजान वायरस कोरोना के समय कोविड-19 का सेंटर बनाकर उपचार किया गया। जो आज पुनः प्राण पाकर स्वास्थ्य क्षेत्र में नया आयाम स्थापित कर रहा है। 

बड़वानी में पदभार ग्रहण करने के पूर्व शहर युवाओं के साथ पर्यावरण की योजना बनाई

18 जुलाई 2020 में कलेक्टर श्री वर्मा पदभार ग्रहण करने से पहले ही जब वे शहर में सुबह की सैर के लिए निकले तो पहाड़ी पर कुछ युवा पौधारोपण करते दिखाई दिए। तब उन्होंने न सिर्फ वहां पहला पौधा रोपा बल्कि युवाओं के साथ नगर में पर्यावरण की दिशा में कई मसलों पर चर्चा की। इसके बाद एक ही दिन में एक अन्य पहाड़ी पर 25 हजार पौधे रोप कर रिकॉर्ड तो बना ही लेकिन उससे कही ज्यादा खुशी शहर वासियों को इस बात से हुई कि उन्हें शहर में ही पिकनिक स्थल जैसे अनुपम बाग मिला। जिसे आज शिवकुंज के नाम से रमणीय स्थल के तौर पर जाना जाता है।

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