शास्त्र ज्ञान का और शस्त्र शक्ति का परिचायक है: सांसद
श्री परशुराम तिराहे पर महाआरती सम्पन्न
खरगोन। ब्राह्मण देवता के एक हाथ में ज्ञान देने के लिए शास्त्र है तो दूसरे हाथ में अत्याचार का प्रतिकार करने के लिए शस्त्र भी है शस्त्रऔर शास्त्र से बुद्धि और बल का आपसी समन्वय होता है। व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास के लिए दोनों ही जरूरी हैं। शास्त्र जीवन के लिए व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करते है और शस्त्र दुष्टों से रक्षा करते हैं। शास्त्र जीवन जीना सीखाता है और शस्त्र जीवन की रक्षा करना सिखाता है। उक्त उदगार खरगोन बड़वानी के सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने श्री परशुराम तिराहे पर ब्राह्मण महासभा द्वारा आयोजित महाआरती कार्यक्रम में व्यक्त किए।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के संभाग स्तरीय कार्यक्रम में 14 दिसंबर श्री नवग्रह मेला ग्राउंड पर सांसद गजेंद्र सिंह पटेल की मांग पर शिवराज सिंह चौहान ने खरगोन के हृदय स्थल राधा वल्लभ मार्केट के मुख्य तिराहे का नाम श्री परशुराम तिराहा करने की स्वीकृति प्रदान की थी इसी तारतम्य में ब्राह्मण महासभा द्वारा 25 जनवरी महामना पंडित मदन मोहन मालवीय और भारत रत्न पंडित अटल बिहारी वाजपई की जयंती पर गोधूली बेला में भगवान श्री परशुराम जी के शौर्य के प्रतीक फरसे का पूजन एवम बालीपुर गुरुदेव की महाआरती का आयोजन किया गया था।
इस अवसर पर खरगोन की प्रथम नागरिक नगर पालिका अध्यक्ष छाया जोशी ने संबोधित करते हुवे श्री परशुराम तिराहे का अविलंब सौंदर्यीकरण करने का संकल्प लेते हुवे भगवान परशुराम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा ब्राह्मण पर पूरे समाज और राष्ट्र की जिम्मेदारी है। उसे अपना यह दायित्व सदैव याद रखना चाहिए। ब्राह्मण का व्यवहार अन्य सबके साथ माता जैसा अर्थात वात्सल्यपूर्ण होना चाहिए।
इस अवसर पर ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष कुबेर जोशी नेब्राह्मणों को शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र विद्या में निपुण होने की आवश्यकता है । अन्याय के विरुद्ध अगर शस्त्र उठाने की आवश्यकता भी पड़े तो हिचकने की जरूरत नहीं है। भगवान परशुराम चिरंजीवी है उनके जीवन व चरित्र को ब्राह्मण आत्मसात करें तथा जीवन पथ पर आगे बढ़ने का काम करे।
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ दिगम्बर बागडे ने महामना के जीवन चरित्र पर सारगर्भित उद्बोधन दिया।मंच पर विधायक प्रतिनिधि राजेश मंडलोई, नगर पालिका उपाध्यक्ष भोलू कर्मा, लोक निर्माण सभापति चंद्रपाल तोमर, राजस्व सभापति महेश वर्मा, जनभागीदारी अध्यक्ष दीपक कानूनगो, मातृशक्ति अध्यक्षा स्वधा पंडित, पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विपिन गौर, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष रणजीत सिंह डंडीर उपस्थित थे। स्वस्तिवाचन पंडित महेंद्र भटोरे, पंडित अंकित पंड्या, पंडित अमरीश नेगी एवम अन्य विद्ववतद्वय द्वारा किया गया। स्वागत भाषण महासभा उपाध्यक्ष एडवोकेट पवन बिल्लोरे द्वारा दिया गया। अतिथि का भगवा ओपरने से स्वागत महासभा सचिव देवानंद पागडे, बाबी मिश्रा, पंकज भटोरे, अतुल शर्मा, बंटी त्रिवेदी, पंकज बार्च, पूर्वा व्यास,ज्योति शर्मा द्वारा और स्मृति चिन्ह पुष्पा पटेल एवम सुधा मोयदे द्वारा भेट किए गए।इस अवसर पर ब्राह्मण समाज की सभी इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ सर्व समाज बड़ी संख्या में उपस्थित था। उक्त जानकारी ब्राह्मण महासभा के संयोजक दीप जोशी द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई।
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