संसार की संपत्ति में आशक्ति का विष लगा हे पंडित शुक्ल
56 भोग के साथ रामायण जी का हुआ गुणगान
खरगोन। पूतना राक्षसी का उद्देश्य था भगवान को उस कालकूट विष से मारने का, लेकिन फिर भी वह परम दयालु कन्हैया ने उस पूतना राक्षसी के उस बुरे स्वभाव पर ध्यान नहीं दिए, कितने दयालु हैं कृष्ण की उन्होंने विचार किया कि इसने काम तो माता जैसा हि किया है इसीलिए इसको भी माता की गति देनी चाहिए और जो मैया यशोदा को बाद में मिलनी थी वह दिव्य गति आज भगवान श्री कृष्ण ने पूतना को पहले ही प्रदान कर दी। लेकिन इस समय संसार की संपत्ति में आसक्ति का विष लगा है और यह आशक्ति सुख से प्राण छुटने नही देगी उक्त उदगार पंडित लोकेश शुक्ल ने इंद्रटेकड़ी पर चल रही कथा के पंचम दिवस व्यास गादी से व्यक्त किए। कहत कठिन समुझत कठिन साधत कठिन विवेक..
ज्ञान योग पूर्णतः जीव कल्याण के लिए सक्षम है परन्तु है बहुत कठिन मार्ग। क्योंकि ज्ञान मार्ग में मनुष्य को ब्रह्म के उस स्वरूप का ध्यान करना है जिसका न कोई आकार है, न कोई रूप है, न कोई नाम है। ज्ञान योग कहने में कठिन समझाना व समझना कठिन है और इस मार्ग की साधना भी कठिन है। यदि इस मार्ग पर कोई साधक चल भी पड़ा तो बार बार गिर पड़ता है।
सब में रमे वो राम
जो सब में रमे वो राम, सब जिसमे रमे वो राम, जो सब में मिल जाए वो राम, सब जिसमे मिल जाए वो राम है
निमाड़ी कथाकार का सम्मान हुआ
छोटी छोटी कथाओ के माध्यम से धन राशि एकत्रीत कर मां नर्मदा के तट नावडा तोडी पर 45लाख की राशि से घाट निर्माण कराने वाले और गौ वंश की सेवा हेतु कथा करने वाले निमाड़ी कथाकार पंडित श्री दामोदर महाराज का व्यास गादी से भगवा ओपरना डालकर एवम श्री श्री पूर्णानंद बाबाजी संस्थान के अनिल जोशी, दिलीप चौहान ने पुष्प वर्षा कर सम्मान किया
टीन शेड का लोकार्पण हुआ
बाबाजी की तपो भूमि पर विधायक निधि से निर्मित पांच लाख की लागत वाले टीन शेड का लोकार्पण बाबाजी की मढ़ी के पुजारी पंडित सुधीर भट्ट ने फीता काट कर किया इस अवसर पर मुख्य अतिथि रवि जोशी विधायक सहित बड़ी संख्या में बाबा के भक्त उपस्थित थे।
पंडित शुक्ला को अभिनंदन पत्र भेंट किया
श्रीगौड़ ब्राह्मण समाज द्वारा बुरहानपुर के कथावाचक
पंडित लोकेशजी शुक्ला को अभिनंदन पत्र से सम्मानित किया इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष रवि जोशी सहित बड़ी संख्या में सजाती उपस्थित थे।
आज रुक्मणि विवाह
कथा के अंतिम द्वितीय दिवस रविवार को रुक्मणि विवाह प्रसंग होगा
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