श्रीमद् भागवतजी तो महापुराण है पंडित लोकेश शुक्ल
चतुर्थ दिवस माखन मिश्री से मना श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
खरगोन। अन्य पुराणों को पुराण कहा जाता है लेकिन श्रीमद् भागवत को महापुराण कहा जाता है अन्य पुराणों में 5लक्षण हे लेकिन श्रीमद् भागवत महापुराण में 10 लक्षण सर्ग, विसर्ग, स्थान, पोषण, ऊति, मन्वन्तर, ईशानुकथा, निरोध, मुक्ति और आश्रय हे इन दस विषयों का विस्तार से वर्णन पंडित लोकेशजी शुक्ल ने संत शिरोमणी श्री श्री 1008 श्री पूर्णानंदबाबाजी की तपोस्थली इंद्रटेकरी पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा प्रकाशोत्सव के चतुर्थ दिवस व्यास गादी से किया।
उत्तिष्ठत जाग्रत...
उठो, जागो, और श्रेष्ठ पुरुषो के पास जाओ समानता और आत्मा की सर्वत्रता का ज्ञान पाओ और सफलता के तीन आवश्यक अंग शुद्धता,धैर्य और दृढ़ता को धारण करो...
कन्या जन्म दर में कमी सृष्टि का विनाश का लक्षण
आपश्री ने कथा में व्यास गादी से कहा की कन्याओं के जन्मदर में वृद्धि होना सृष्टि के विस्तार का और कन्याओं का नही होना सृष्टि के नष्ट होने का लक्षण है
माखन मिश्री के साथ टाफी चाकलेट की वर्षा
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पश्चात मनाए गए नंद महोत्सव में माखन मिश्री के भोग के बीच टाफी और चाकलेट की वर्षा की गई जिसे श्रद्धालुओं ने प्रसादी के रूप में पाया...
अनुष्ठान के प्रचार समिति के दीप जोशी ने बताया कि श्री श्री 1008 श्री पूर्णानंद बाबाजी सेवा संस्थान द्वारा जिला मुख्यालय खरगोन से 9 किलोमीटर दूर कसरावद रोड पर दारापुर बेडियाव में स्तिथ बाबाजी की तपोभूमि इंद्रटेकड़ी पर 1 से 7 नवंबर तक आयोजित श्रीमद् भागवत कथा प्रकाशोत्सव के चतुर्थ दिवस देव उठनी एकादशी के शुभदीन आपश्री का पुष्पमाला से स्वागत संस्थान के सर्वश्री राधेश्याम पाटीदार, सतीश कुशवाह, मयंक यादव, दोलत पटेल, भुवनीराम पाटीदार ने किया।
आज 56 भोग
कथा के पंचम दिवस शनिवार को गोरधन लीला के साथ ठाकुर जी को 56 भोग लगाया जावेगा
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