जिसने परमात्मा को पाया वो खो गया पंडित शुक्ल
कथा के द्वितीय दिवस कुंती एवम भीष्म की स्तुति
खरगोन। हर प्राणी और विश्व के हित और कल्याणके लिए संत शिरोमणी श्री श्री 1008 श्री पूर्णानंद बाबाजी की तपो भूमि इंद्रटेकडी पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा प्रकाशोत्सव के द्वितीय दिवस व्यास गादी पर विराजित बुरहानपुरवासी पंडित लोकेश शुक्ल ने कुंती एवम भीष्म की स्तुति करते हुवे कहा की जिस तरह किसी पात्र के जल को यदि समुद्र में डालते है तो वह समुद्र हो जाता हे उसी तरह जिसने परमात्मा को पाया है वो परमात्मा हो जाता है और परमात्मा को पाने के लिए उसे जानना भी जरूरी है
एकादशी के तीन नियम
आपश्री ने एकादशी की महत्ता बताते हुवे कहा की मोन,जागरण और उपवास ये एकादशी के तीन नियम है जिसका कढ़ाई से पालन करना चाहिए।
भागवत ही परम धन
वैष्णव का परम धन श्रीमद भागवत है श्रीमद्भागवत महापुराण भक्ति रस की अविरल धारा है। भगवान् श्रीकृष्ण की भावना, उनकी विचारणा,उनके ध्यान में डूबना ही अमृत- रस- पान है।किन्तु यह भगवान् के अनुग्रह के बिना संभव नहीं। भगवान् के इसी अनुग्रह का, कृपा का स्वरूप है, श्रीमद्भागवत महापुराण से बड़ी कोई दूसरी संपत्ति नही है
नौ पंडित कर रहे परायण
श्री सनातन धर्म प्रचार समिति बुरहानपुर के पंडित मुकेश तिवारी के साथ पंडित पंकज शर्मा, पंडित प्रशांत वोरे,पंडित हर्ष बजाज, पंडित हरीश खेड़े, पंडित योगेंद्र शर्मा, पंडित वैभव भट्ट, पंडित राहुल खोड़े, पंडित निशांत परसाई, पंडित मुकेश तिवारी द्वारा कथा स्थल इंद्रटेकडी पर श्रीमद् भागवत जी का पारायण एवम पंडित निखलेश वोरे द्वारा जाप किया जा रहा हे
आज नृसिह कथा
अनुष्ठान के प्रचार प्रमुख दीप जोशी ने बताया कि तृतीय दिवस श्री नृसिह कथा होगी द्वितीय दिवस की कथा में समाज सेवी राधेश्याम सोनगरे,अंकित पंड्या एवम श्री श्री 1008 श्री पूर्णानंद बाबाजी संस्थान के अनिल जोशी, महिमाराम पाटीदार,नाथूलाल पाटीदार, तुलसीराम पाटीदार एवम राजेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति उपस्थित थी
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