दूसरी लहर की दहशत को भूल लापरवाह हुए लोग

बाजार में बिना मास्क के घूम रहे लोग

खरगोन। कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट कई गुना ज्यादा तेजी से संक्रमित करता है, लेकिन इस खतरे के बाद भी शहर के बाजारों में लोग बिना मास्क के खरीदारी कर रहे हैं। दूरी के नियम का भी पालन नहीं हो रहा है। उधर, जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में जिला कलेक्टर अनुग्रह पी ने कहा कि इंदौर में बढ़ते कोरोना के मरीजो को देखते हुए चिंता व्यक्त की थी और सावधान रहने के लिए आगाह किया था और भीड़ से बचने की सलाह दी थी। लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रही है। हमारें संवाददाता ने रविवार को शहर की सड़कों और बाजारों में घूमकर जायजा लिया तो पाया कि ज्यादातर लोग बगैर मास्क के घूम रहे हैं। दुकानों पर कई दुकानदार बगैर मास्क के बैठे हैं, तो ग्राहक भी बिना मास्क के हैं। इधर, स्थानीय प्रशासन व नगर पालिका की टीम ने शहर में बिना मास्क लगाए घूम रहे लोगों पर जुर्माना लगाने और चेताने की कार्रवाई भी नहीं की है। दुकानदारों को भी चेतावनी नहीं दी गई है कि वे दुकान पर मास्क लगाकर रखें, मास्क पहनकर आने वाले ग्राहक को ही सामान दें, शारीरिक दूरी का पालन करें। प्रशासनिक अधिकारियों ने अब तक इसको लेकर सुध नहीं ली है। जिम व कोचिंग संचालकों को भी नहीं चेताया कि दो डोज लगाकर आने वालों को ही अपने यहां इंट्री दें। लापरवाही के लिए किसी तरह की कोई जांच पड़ताल भी शहर में नजर नहीं आ रही है।

कोरोना की दूसरी लहर को देखने के बाद अब तीसरी लहर फिर से दरवाजे पर आकर दस्तक दे रही है लेकिन लोग हैं कि इसे पहचान नहीं पा रहे। इंदौर-भोपाल में पिछले कुछ दिनों से एक बार कोरोना के मामलों में धीरे धीरे बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है लेकिन इस सबसे बेफिक्र लोग अब भी बाजारों व सार्वजनिक स्थलों पर बिना मास्क और शारीरिक दूरी बनाए घूम रहे हैं। ऐसे लोग खुद तो कोरोना की चपेट में आएंगे ही, वे दूसरों के लिए भी खतरा बनेंगे। अभी करीब 8 महीने भी नहीं गुजरे, जब शहर में कोरोना ने अपना तांड़व मचाया था। कोरोना के कम होते मामलों के बीच प्रशासन ने लॉकडाउन धीरे-धीरे हटाना शुरू ही किया था कि बाजारों में भीड़ बढने लगी। शुरु शुरू में प्रशासन ने भी बिना मास्क पहनकर बाहर निकल रहे लोगों के जमकर चालान काटे जिससे डरे लोग बिना मास्क के घरों से कम निकलते थे। लेकिन जैसे ही प्रशासन कुछ सख्ती कम की तो लोग मास्क पहनना भी भूल गए। अब अगर बाजारों में नजर दौड़ाएं तो सत्तर प्रतिशत ऐसे लोग मिलेंगे जिन्होंने या तो मास्क ही नहीं लगाया होगा और अगर लगाया भी होगा तो मास्क नाक पर नहीं मुंह से नीचे ही लटकता मिलेगा। 

मरीजों को नहीं कोरोना का डर

जिला अस्पताल में तमाम प्रकार के मरीज आते हैं। ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइनें लग रही हैं मगर यहां अभी तक कोरोना का डर किसी को नहीं है। मरीज बिना मास्क के आ रहे हैं और ओपीडी में लंबी-लंबी लाइनें लगा रहे हैं। लाइनें लगाते समय मरीज सामाजिक दूरी तक फूल रहे हैं। इससे साफ है कि लोग कोरोना को एक तरह से भूल चुके हैं।

दुकानदार नहीं लगवाते मास्क

शहर में कोरोना को लेकर जवाहर नगर के रविवार बाजार में लोग भूले-भूले से नजर आये हैं। दुकानों पर रोजाना की तरह माहौल देखा जा सकता है। यहां लोगों को ओमीक्रोन और कोरोना की तीसरी लहर का कोई डर नहीं दिखा है। लोग बिना किसी भय के सामान खरीदते रहे और मुंह पर मास्क तक नहीं लगाया है।

सब्जी मंडी में नहीं मानते नियम

शहर की सब्जी मंडी में भी खरीददारों के अंदर हमेशा की तरह माहौल दिखा है। यहां लोग सब्जी खरीद रहे थे और घर को जा रहे थे। किसी के अंदर कोरोना को लेकर डर नहीं दिखा। जबकि मंडी में सब्जी की दुकानों पर भीड़ जुट रही थी। सरकार का आदेश आ गया है किसी को चिंता नहीं दिखी है।


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