स्वर्ण कारोबारी की हत्या कर सोना लूटने वाले शूटर सहित अन्य दो आरोपी गिरफ्तार

खरगोन। 12 दिसंबर को सनावद के स्वर्ण कारोबारी इबादुल्लाहक को दो अज्ञात बाईक सवार व्यक्तियो ने गोली मार कर हत्या कारित कर एवं उसकी गाड़ी पर रखे जेवर से भरे बैग को लेकर भाग गए थे। मृतक के भाई की रिपोर्ट पर से थाना सनावद पर अप. क्र. 695/21 धारा 302, 397, 34 भादवि का पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया ।

20 दिसंबर की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक खरगोन द्वारा बताया गया था की मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि सीसीटीव्ही फुटेज मे दिख रहे घटना करने वाले व्यक्ति घटना दिनांक को कस्बा सनावद के कादिर शेख, आलिम पटेल, जाहिद खान, जिगर व सद्दाम के साथ दिखाई दिए थे। सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आलीम पटेल, जाहीद, सद्दाम, जिगर, एवं कादिर शेख को पुलिस अभिरक्षा में लेकर बारिकी से मनोवेज्ञानिक तरिके से पुछताछ की गई। पुछताछ में इस अपराध में संलिप्त होना स्वीकार किया गया। जिसके उपरांत घटना मे शामिल 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया।

सुनार की हत्या की घटना का खुलासा करने के बाद लूट कर साथ ले गए सोने के आभूषणों को बरामद करने के लिए पुलिस महानिरीक्षक (पुलिस कमिश्नर) इंदौर जोन इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र एवं पुलिस उप. महानिरीक्षक निमाड रेंज खरगोन श्री तिलकसिंह द्वारा निर्देशित किया गया। निर्देशों के परिपालन मे पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ चौधरी द्वारा स्पेशल गठित टीम को शेष आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटी स्वर्ण आभुषन को जल्द से जल्द बरामद करने के लिए निर्देशित किया गया था।

निर्देशों के परिपालन मे पुलिस की प्रथक प्रथक टीम घटना के फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए रवाना हुई। जिसके परिणामस्वरूप सुनार की टिप देने वाले यासीन शेख को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में बताया की मैं सोने के आभूषणों की कारीगरी जानता हुँ। इबादुलाहक उर्फ बुलबुल की दुकान के पास ही मेरी दुकान है। मैंने कई मर्तबा इबादुलाहक को आभूषणों की कारीगरी के लिए काम मांगा लेकिन मुझे कभी काम नहीं दिया गया और बाहर के लड़कों से ही कारीगरी का काम करवाता था। इसलिए रंजिशन में उस पर नजर रखता था और उसके घर से दुकान आने जाने के समय को ध्यान रखता था। वह कितना सोना अपने साथ ले जाता है इसकी भी जानकारी मुझे थी। पूछताछ मे यासीन ने बताया की इबादुलाहक को लूटने का प्लान यासीन की दिमाग मे ंआया था लेकिन उस काम को वो अकेले अंजाम नहीं दे सकता था। इसलिए उसने अपना प्लान आलिम पटेल को बताया। जिसके द्वारा ही घटना को अंजाम देने के लिए गैंग बनाई गई। गैंग में जाहीद, सद्दाम, जिगर, एवं कादिर शेख को शामिल कर सभी को अलग अलग काम सौंपे एवं सुनार से आभूषणों वाला बेग लूटने के लिए आलिम पटेल ने अपने पूर्व के जैल में साथी रहे मनोज रतलामी उर्फ़ मांगीलाल भील को बुलाया था। घटना वाले दिन यासीन छुपने के लिए अपने पैत्रक गाँव पांडुआ जिला हुबली प. बंगाल भाग गया था। जिससे कि किसी को शक नहीं हो। यासीन ने इबादुल्लाहक के पास की ही दुकान पर कार्य करने वाले कारीगर को अपनी कारोबारी प्रतिस्पर्धा के कारण इबादुल्लाहक को अपने रास्ते से हटाने के उद्देश्य से मनोज उर्फ मांगीलाल को कहा गया जिस पर मनोज उर्फ मांगीलाल द्वारा आलिम एवं कादिर के बनाए गए प्लान के अतिरिक्त इबादुल्लाहक को लूटने के साथ ही पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी गई। लूट एवं हत्या की घटना के तार सनावद के इन आरोपियों से ज्ञात होने पर से गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

पूछताछ करने पर हत्या करने वाले मुख्य आरोपी मनोज की तलाश के लिए 3 पुलिस टीमें थाना देपालपुर जिला इंदौर के लिए रवाना की गई तथा समानांतर रूप से एक टीम पांडुआ जिला हुगली पश्चिम बंगाल के लिए रवाना की गई। दोनों आरोपियों के लिए भेजी गई टीम को शीघ्र ही सफलता मिली मनोज उर्फ मांगीलाल को देपालपुर पुलिस को होलिया फोटो वह निवास का पता बताकर मनोज की तलाश की गई। आरोपी मनोज को घेराबंदी करने पर मनोज द्वारा देपालपुर पुलिस के जवानों पर देसी पिस्टल से फायर किया गया। पुलिस टीम द्वारा आरोपी मनोज को घेर कर धर दबोचा एवं लूटा गया आभूषण एवं माल जो लगभग 1 किलो 405 ग्राम जप्त कर पुलिस सनावद को हस्तांतरित किया गया। आरोपी मनोज उर्फ मांगीलाल पूर्व में जिला रतलाम में हत्या के प्रकरण में आजन्म के कारावास की सजा प्राप्त कर चुका था। इसके अतिरिक्त एक महिला को घायल करने पर धारा 307 भादवि का आरोपी भी रह चुका है। इसके अतिरिक्त पूछताछ में पता चला कि कोतवाली जिला रतलाम में धारा 302 भादवि में भी आरोपी मनोज द्वारा हत्या कर घटना दिनांक से अब तक फरार चल रहा था। इस बीच आरोपी ने कई लूट व मारपीट की घटना को अंजाम दिया था। आरोपी रतलाम एवं धार जिले से फरार होकर थाना देपालपुर क्षेत्र में रह रहा था। आरोपी से अन्य अपराधों के संबंध में गहन पूछताछ पुलिस रिमांड के दौरान की जाएगी। घटना के दौरान हत्या का मुख्य आरोपी मनोज रतलामी के साथ मोटरसाइकिल चला रहे आरोपी की पहचान उसके लड़के के रूप में हुई थी। जो आरोपी मनोज के साथ पूर्व में रह रही महिला के पूर्व पति का पुत्र है जिसे भी पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया । 

गिरफ्तार किए गए आरोपीयो के नाम

गिरफ्तार आरोपियों में मांगीलाल उर्फ मनोज रतलामी पिता भेरूलाल गतिचा निवासी ग्राम बेरियाखेड़ी जिला रतलाम, यासीन शेख पिता नूरखुदा शेख निवासी पंडुआ जिला हुगली पश्चिम बंगाल, राहुल पिता अर्जुन राणा निवासी ग्राम बेरियाखेड़ी जिला रतलाम को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास से सोने के आभूषण, एम मोटर साइकल, घटना में प्रयुक्त पिस्टल को पुलिस द्वारा बरामद किया गया है।

पुलिस टीम

घटना का खुलासा करने में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) अनुभाग बड़वाह श्री विनोद दीक्षित के नेतृत्व मे थाना प्रभारी सनावाद श्री एम.आर रोमड़े, निरीक्षक श्री प्रकाश वासकले, निरीक्षक श्री जगदीश गोयल, उनि उमेश करोड़े, उनि चौनसिंह सोलंकी, उनि श्यामसिंह भादले, सउनि बोंदरसिंह जमरे, सउनि चम्पालाल सोलंकी, सउनि संजीव पाटिल, प्रआर. 658 मुकेश, आर. 745 अजय, आर. 860 योगेश, आर. 884 रघुवीर रावत, आर. 218 नरेन्द्र, आर. 326 गंभीर, आर. 812 विजय, आर. 875 अनिल, आर. 701 विनोद, आर. 212 दिलीप, म.आर. 897 वंदना भदौरिया, आर. 07 इशराम, आर. 140 जितेन्द्र, आर. 1037 सुर्या, आर. 203 अजय, आर. 954 कपिल, आर. 1038 अमर, आर. 645 धर्मेन्द्र, आर. रामकरण गुर्जर एवं सायबर सेल से प्रआर.777 आशिष अजनारे, आर. अभिलाष डोंगरे, आर. मगन, आर. विजेंद्र का विशेष योगदान रहा ।

पूर्व मे गिरफ्तार आरोपीयो के नाम

आलिम पटेल पिता हबीब पटेल जाति मुसलमान उम्र 44 वर्ष निवासी मछली बाजार सनावाद, कादिर शेख पिता इसरार शेख उम्र 31 वर्ष निवासी इस्लामपुरा चौराहा सनावाद, जाहिद खान पिता मंसूर खान उम्र 30 वर्ष निवासी मछली बाजार सनावाद, सद्दाम पिता अकबर शाह जाति मुसलमान उम्र 22 वर्ष निवासी इस्लामपुरा चौराहा और जिगर पिता सलीम शेख उम्र 21 वर्ष निवासी धोबी मोहल्ला सनावाद का गिरफ्तार किया था।

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