लुप्त हो चुका डेंगू वायरस फिर सक्रिय

खरगोन। जिला डेंगू की मार झेल रहा है और शासन प्रशासन के अधिकारियो ने कागज़ी खानापूर्ति पूर्ण करके अपने कर्तव्य की इति श्री कर ली है लेकिन धरातल पर कहीं भी शहरों व ग्रामीण क्षेत्र में दवा का छिड़काव या साफ़ सफाई, फाँगिंग मशीन से नहीं किया है ऐसे में समय में जागरूक जनप्रतिनिधि भी आंखें बंद कर तमाशा देख रहे हैं। शहरी क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्रों में रोज ही डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है आख़िर इन हालातों का जिम्मेदार कौन है। शासन प्रशासन के दावों की पोल रोज बढ़ रहे आंकड़े खोल रहे हैं... और लोग ख़ुद आत्मनिर्भर बन कर अपने अपने हिसाब से उपचार करवा रहे हैं... शहर की पैथालॉजी लेब और निजी चिकित्सकों के यहाँ सुबह से देर रात तक लगी लाइनें इसकी गवाह हैं... लेकिन जिम्मेदार कुछ करने और करवाने में असमर्थ नज़र आ रहे हैं... वैसे कुछ समय पहले तक डेंगू जैसी बीमारी के पीड़ित सैकडा तक पार नहीं कर पाता था और ये बिमारी आज विकराल रूप लेकर सबको अपने आगोश में लेती जा रही है... ना कोई दवा का छिड़काव हो रहा है और ना असल आंकड़े बाहर आ रहे हैं... मलेरिया विभाग भी अपनी खानापूर्ति में लगा हुआ है। अभी हाल ही में पुर्व कृषि मंत्री व विधायक सचिन यादव ने कसरावद के अनुविभागीय अधिकारी एवम मुख्य चिकित्साधिकारी खरगोन को पत्र लिखकर कहा की मेरी विधानसभा क्षेत्र से डेंगू वायरस फ़ैल रहा है उसके रोकथाम के उपाय जल्दी से जल्दी किए जाएं नहीं तो बहुत बड़ी महामारी फैलने का खतरा है।

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