20 जनवरी से प्रारंभ होगी महाविद्यालय की सभी कक्षाएं

संकट प्रबंधन समुह की बैठक में लिया निर्णय

खरगोन। गत गुरूवार को स्वामी विवेकानंद सभागृह में कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समुह की बैठक आयोजित हुई थी। बैठक में महाविद्यालयों में 20 जनवरी से भी कक्षाएं प्रारंभ करने पर निर्णय लिया गया है। प्राचार्य आरएस देवड़ा ने बताया कि महाविद्यालयों में प्रायोगिक कक्षाएं 1 जनवरी से प्रारंभ हो गई है। इसके अलावा केवल स्नातक, अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की कक्षाएं 11 जनवरी से प्रारंभ होगी। वहीं समस्त शेष कक्षाएं 20 जनवरी से प्रारंभ होगी। बैठक में सभी सदस्यों ने निर्णय लिया कि महाविद्यालयों में शासन द्वारा कोविड-19 के लिए जारी सभी गाईडलाईन का पालन होगा। साथ ही सभी विद्यार्थी मास्क लगाकर कक्षा में आएंगे और सेनिटाईजर का उपयोग करेंगे। विद्यार्थियों के घोषणा पत्र एवं माता-पिता/अभिभावकों की लिखित सहमति के अधार पर उपस्थिति स्वीकार्य होगी। माता-पिता/अभिभावक द्वारा एक बार दी गई सहमति पूरे सत्र के लिए मान्य होगी।

विद्यार्थियों की उपस्थिति होगी स्वैच्छिक

जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समुह की बैठक में कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति स्वैच्छिक होगी। सत्र 2020-21 में परीक्षा, छात्रवृत्ति प्रोत्साहन योजनाओं आदि के अंतर्गत विद्यार्थियों की उपस्थिति की अनिवार्यता को विलोपित किया जाता है। महाविद्यालयों में सभी सामुहिक गतिविधियां जैसे प्रार्थना, खेलकूद, स्वीमिंग आदि पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी। किसी भी स्थिति में विद्यार्थी एक स्थान पर एकत्रित न हो, इस बात की विशेष निगरानी रखी जाएगी। वहीं पुस्तकालयों का संचालन केवल पुस्तकों के आदान -प्रदान के लिए होगा।

कोरोना टीकाकरण का पूर्वाभ्यास सफलतापूर्वक संपन्न

खरगोन। कोरोना टीकाकरण के मद्देनजर शुक्रवार को जिले में तीन स्थानों पर सफलतापूर्वक पूर्वाभ्यास संपन्न हुआ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के तीन स्थानों में कोविड-19 का पूर्वाभ्यास किया गया। इनमें खरगोन जिला चिकित्सालय के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरूड़ और शहर के एक निजी अस्पताल में पूर्वाभ्यास संपादित किया गया। इस पूर्वाभ्यास का मुख्य उद्देश्य यह है कि टीकाकरण एक वृहद अभियान है, जिसे पूरे जिले में लागू करना है। टीकाकरण सत्रों में कोई परेशानी न हो और अधिक प्रभावी तरीके से यह टीकाकरण संपादित हो सके और जिले को कोरोना वायरस से मुक्ति मिले। इस टीकाकरण पूर्वाभ्यास में सबसे पहले लाभार्थी का सर्व प्रथम पहचान पत्र के पहचान सुनिश्चित की गई। इसके पश्चात लाभार्थी की टीकाकरण पूर्व जांच कर प्रतिक्षा कक्ष में बैठाया गया। इसके उपरांत टीकाकरण कक्ष में टीकाकरण के लिए भेजा गया। टीकाकरण के बाद 30 मिनट लाभार्थी को निगरानी में रखा गया, जिसमें टीके के पश्चात किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव न हो। इसकी देखरेख के लिए एईएफआई दल द्वारा उपचारित किया जा सके। जिले में प्रथम चरण में स्वास्थ्य विभाग के 9 हजार 652 शासकीय व निजी अस्पतालों के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीका लगाया जाएगा। पूर्वाभ्यास के दौरान सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. राहुल कामले, शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय भट्ट, सिविल सर्जन डॉ. दिव्येश वर्मा एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी मनीष भद्रावले उपस्थित रहे।

अपर मुख्य सचिव श्री कंसोटिया द्वारा कलेक्टरों को दिशा-निर्देश जारी

खरगोन। पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को बर्ड फ्लू की रोकथाम और नियंत्रण करने के उद्देश्य से दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी कलेक्टरों को पशुपालन, वन, स्वास्थ्य, स्थानीय निकाय और अन्य संबंधित विभागों के साथ बैठक कर किसी इमरजेंसी से निपटने की पूर्ण तैयारी की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। श्री कंसोटिया ने भारत शासन द्वारा जारी एडवाईजरी का पालन सुनिश्चित करने को कहा है। सभी जिलों द्वारा दिशा-निर्देशों का पालन शुरू कर दिया गया है। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि पशु चिकित्सा विभाग के जिला कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ ही पीपीई किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सैंपल एकत्र और डिस्पोजल के समय विभागीय अमला अनिवार्य रूप से पीपीई किट पहने। जिलों में पदस्थ पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रतिदिन संचालनालय पशुपालन भोपाल को निर्धारित फारमेट में रिर्पोटिंग करेंगे। मुर्गियों, कौवों और प्रवासी पक्षियों आदि की असामान्य मृत्यु- बीमारी की सूचना मिलते ही उस स्थान को तुरंत सेनिटाईज कराएं।

जन जागरूकता के लिए चलाएं अभियान

कलेक्टरों से कहा गया है कि कुक्कुट पालक और जनसामान्य को बर्ड फ्लू रोग से बचाव की जानकारी अभियान चलाकर दें। पशुपालन विभाग और अन्य समन्वयक विभाग जिले में संपूर्ण सतर्कता और सावधानी सुनिश्चित करें। जिले में भ्रमण के दौरान पक्षियों की बीमारी और मृत्यु की जानकारी पर तुरंत कार्यवाही करते हुए भोपाल जानकारी भेजें। राज्य स्तर पर तकनीकी मार्गदर्शन एवं सूचना के आदान-प्रदान के लिए राज्य पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल में बर्ड फ्लू कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका दूरभाष क्रमांक-0755-2767583 है। साथ ही संचालनालय पशुपालन विभाग में भी एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष क्र. 0755-2270279 है। इसके अलावा जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन करने को भी कहा गया है। कोई प्रकरण मिलने की स्थिति में यह दल भारत शासन और राज्य शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए त्वरित कार्यवाही निश्चित करेंगे। सभी जिलों को पोल्ट्री, पोल्ट्री उत्पाद बाजार, जलाशयों आदि पर विशेष निगरानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए है।

मुख्यमंत्री मदद योजना के नियमों में संशोधन के आदेश जारी

खरगोन। आदिम जाति कल्याण विभाग ने मुख्यमंत्री मदद योजना के नियमों की कुछ कंडिकाओं में संशोधन किए हैं। इस संबंध में विभाग ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। जारी संशोधित आदेश के अनुसार ग्राम पंचायत द्वारा क्रय की गई सामग्री को अब ग्राम पंचायत सचिव प्राप्त कर स्टॉक पंजी में संधारित किया जाएगा। ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम में अनुसूचित जनजाति के परिवार में सामाजिक संस्कारों के कार्यक्रम के लिए सामग्री संबंधित परिवार को निःशुल्क उपयोग के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। संशोधन के अनुसार ग्राम पंचायत सचिव द्वारा सामग्री प्रदाय किए जाने की जानकारी संधारित करने के लिए एक पंजी तैयार की जाएगी। पंजी में समय-समय पर जिस परिवार को उपयोग के लिए सामग्री दी जाएगी, उसका विवरण पंजी में लिखा जाएगा। मप्र के विभिन्न जनजातीय समुदाय में जन्म, मृत्यु आदि संस्कारों पर उत्सव करने की परंपरा रही है। इन अवसरों पर सामाजिक भोज का आयोजन परंपरागत रूप से किया जाता रहा है। ऐसे अवसरों पर निर्धनता के कारण कई जनजातीय परिवार भोज आदि की व्यवस्था में कठिनाई का सामना करते हैं। कई मौकों पर उन्हें ऋणग्रस्तता का सामना करना पड़ता है। जनजातीय परिवारों को इस समस्या से मुक्त करने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश के 89 जनजातीय विकासखंडों में मदद योजना संचालित की है। योजना के अंतर्गत बच्चे का जन्म होने पर उत्सव के लिए 50 किलो गेहूं अथवा चावल व मृत्यु होने पर भोज के लिए एक क्विंटल अनाज संबंधित परिवार को निर्धारित दर पर उचित मूल्य की दुकान से उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना में सामूहिक भोज के अवसर पर खाना पकाने के लिए बर्तन आदि व्यवस्था के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत के माध्यम से संबंधित ग्राम को 25 हजार रुपए के बर्तन उपलब्ध करवाए गए है।

जिले में कोरोना महामारी से हुई 99वीं मौत

खरगोन। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय द्वारा शुक्रवार को हेल्थ बुलेटिन जारी किया गया। जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में 25 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हुए है तथा 19 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे है। जबकि ग्राम जमोटी तहसील सेगांव निवासी 42 वर्षीय पुरूष की इंदौर के एमटीएच अस्पताल में उपचार के दौरान 5 जनवरी को मृत्यू हो गई। इन्हें 1 जनवरी को उपचार के लिए अस्पताल में रेफर किया गया था और इसी दिन इनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह तीन दिनों तक आईसीयू में भी भर्ती रहे थे। इस तरह जिले में कोरोना से संक्रमित कुल 5226 मरीज है। इनमें 4982 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हो चुके है। 99 की मृत्यू एवं 148 मरीज स्थिर है। पिछले 24 घंटे में 530 सैंपलों की नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है तथा 400 नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए है। जिले में कुल 104 कंटेनमेंट एरिया है।

शुक्रवार को 310 वाहन व 114 बैलगाड़ी आई नीलामी के लिए

खरगोन। शुक्रवार को कपास के 310 वाहन एवं 114 बैलगाड़ी नीलामी के लिए आई। खरगोन मंडी सचिव रामवीर किरार ने बताया कि शुक्रवार को कपास का अधिकतम भाव 6010, न्यूनतम भाव 4600 व औसत भाव 5300 रहा। इसके अलावा खरगोन अनाज मंडी में गेंहू का अधिकतम भाव 1870, न्यूनतम भाव 1730 व औसत भाव 1780 रहा। वहीं ज्वार का अधिकतम भाव 1120, न्यूनतम भाव 1111 व औसत भाव 1120 रहा। जबकि मक्का का अधिकतम भाव 1275, न्यूनतम भाव 1096 व औसत भाव 1140, तुअर का अधिकतम भाव 5440, न्यूनतम भाव 4700 व औसत भाव 5230 एवं सोयाबीन का अधिकतम भाव 4480, न्यूनतम भाव 4211 व औसत भाव 4430 रहा।

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