मक्का रबी फसल में भी हुआ शामिल, तकनीकी समुह की बैठक संपन्न

खरगोन। स्वामी विवेकानंद सभागृह में गुरूवार को कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी की अध्यक्षता में खरीफ एवं रबी फसलों के लिए रिजर्व बैंक एवं नाबार्ड तथा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा किसानों को दिए जाने वाले ऋण के लिए गठित तकनीकी समुह की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कृषि, उद्यानिकी, नाबार्ड, लीड बैंक, सहकारिता, ग्रामीण बैंक, कृषि वैज्ञानिक व कृषकों के बीच आगामी समय में खरीफ व रबी की फसलों के लिए ऋणमान सीमा का निर्धारण किया गया। किसानों के समुह ने कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह के समक्ष विचार रखा कि वैसे, तो मक्का की फसल खरीफ में प्रमुखता से ली जाती है, लेकिन अब इसे रबी में भी लेने का प्रचलन निमाड़ में तेज गति से बढ़ गया है। इसलिए खरीफ में मक्का फसल के लिए ऋणमान को रबी फसल में भी शामिल कर लिया जाएं। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने सीसीबी के प्रबंध संचालक अनुप जैन को निर्देश दिए कि रबी फसल में मक्का को भी शामिल किया जाएं। इसके पश्चात बैठक में खरीफ की करीब 16, रबी की 3, साग-सब्जी में 8 और उद्यानिकी की लगभग 12 फसलों के लिए आगामी वर्ष में ऋणमान स्वीकृति पर चर्चा हुई। बैठक में उपस्थित तकनीकी समुह के सदस्यों ने जिले की प्रमुख खरीफ फसलों पर पहले चर्चा की। इसमें मक्का, सोयाबीन, बीटी कपास और शंकर मिर्च व इसके पश्चात गन्ना व केला पर भी विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में मक्का के वर्तमान ऋणमान से 1 हजार की बढ़ोत्तरी की गई। वहीं अन्य फसलों में ऋणमान यथावत रखते हुए सोयाबीन और शंकर मिर्च के लिए ऋणमान निर्धारण करने के लिए अन्य जिलों में स्वीकृत ऋणमान को ध्यान में रखते हुए विचार किया जाएगा। शेष उद्यानिकी फसलों में भी ऋणमान यथावत रखा गया।

4 संस्थाओं की डीपीआर हुई अनुमोदित

भारत सरकार के आत्मनिर्भर अभियान के अंतर्गत कृषि अधोसंरचना कोष के विशेष योजना में पेक्स और विपणन समितियों के विभिन्न प्रोजेक्ट के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। इसी के अंतर्गत जिले के 24 पेक्स व 4 विपणन संस्थाओं के लिए उनके पास उपलब्ध आधारभूत संरचना को ध्यान में रखते हुए नेबकोन्स (एनएबीसीओएनएस) ने जिले की 4 संस्थाओं के डीपीआर तैयार किए है। इन संस्थाओं को तकनीकी समुह की बैठक में अनुमोदित की गई है। इन संस्थाओं में बलवाड़ी, गोगावां, बडूद व ढ़कलगांव शामिल है। इसके अंतर्गत बलवाड़ी में 1500 मेट्रिक टन का वेयर हाउस बनकर तैयार होगा। वहीं गोगावां में 3 हजार मेट्रिक टन, बडूद में 1 हजार मेट्रिक टन का वेयर हाउस तथा ई-मंडी की आधारभूत संरचना तैयार होगी। इसी तरह ढ़कलगांव में भी 500 मेट्रिक टन का वेयर हाउस और ई-मंडी का इंस्ट्राक्चर तैयार होगा। बैठक में किसानों में दिलीप जोशी, मुकेश पाटीदार, नरसिंह व अन्य किसान शामिल थे। इनके अलावा उद्यानिकी उप संचालक मोहन मुजाल्दे, केवीके के कृषि वैज्ञानिकों में व्हीके जैन, एसके त्यागी व डॉ. एके खिरे, लीड़ बैंक मैनेजर संदीप मुरूड़कर, कृषि विभाग के सांख्यिकी अधिकारी श्री देसाई, राधेश्याम बड़ोले व दीपक मालवीय उपस्थित रहे।

राज्य सूचना आयुक्त ने देखी थाईलैंड के अमरूद की खेती

खरगोन। राज्य सूचना आयुक्त श्री विजय मनोहर तिवारी अपने एक दिवसीय भ्रमण पर जिले के बड़वाह तहसील पहुंचे। गुरूवार को उन्होंने किसान भुवनेश सेंगर के खेत में थाईलैंड प्रजाति के वीएनआर बीही अमरूद की खेती का अवलोकन किया। किसान सैंगर ने बताया कि 7 एकड़ में फैले इस बगीचे में लगभग 3 हजार अमरूद के पौधे है। वे प्रतिदिन डेढ़ टन अमरूद दिल्ली के आजादपुर मंडी में भेजते है। पिछले 30 दिनों से लगातार दिल्ली में अमरूदों का परिवहन करते हुए अब तक 30 टन अमरूद परिवहन किया है। किसान सैंगर ने राज्य सूचना आयुक्त श्री तिवारी को अमरूद की कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान बड़वाह वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी बीएस सैंगर भी मौजूद रहे।

गुरूवार को कपास के आए 650 वाहन और 115 बैलगाड़ी

खरगोन। स्थानीय कपास मंडी में गुरूवार को कपास के 650 वाहन और 115 बैलगाड़ी नीलामी के लिए आएं। खरगोन मंडी सचिव रामवीर किरार ने बताया कि गुरूवार को कपास का अधिकतम भाव 5800, न्यूनतम भाव 3500 व औसत भाव 4600 रहा। इसके अलावा खरगोन अनाज मंडी में गेंहू का अधिकतम भाव 1726, न्यूनतम भाव 1550 व औसत भाव 1650 रहा। वहीं ज्वार का अधिकतम भाव 1825, न्यूनतम भाव 1151 व औसत भाव 1231, मक्का का अधिकतम भाव 1350, न्यूनतम भाव 1175 व भाव 1300 रहा। जबकि तुअर का अधिकतम भाव 5801, न्यूनतम भाव 5701 व औसत भाव 5801 तथा सोयाबीन का अधिकतम भाव 4245, न्यूनतम भाव 3325 व औसत भाव 4055 रहा।

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