स्कूलों व स्वास्थ्य केंद्रों में जल उपलब्धता के लिए बनेंगे प्रस्ताव
जल जीवन मिशन की बैठक संपन्न
खरगोन। स्वामी विवेकानंद सभागृह में कलेक्टर श्रीमती अनुग्र्रह पी की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन की बैठक संपन्न हुई। बैठक में नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने की रूपरेखा और प्रस्तावित कार्यों की योजनाओं के अनुमोदन पर चर्चा की गई। जल जीवन मिशन के लक्ष्यानुसार वर्ष 2024 तक ग्राम के प्रत्येक परिवार को नल कनेक्शन के माध्यम से निरंतर और पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तापूर्ण जल प्रदाय किया जाएगा। बैठक में पीएचई के सहायक यंत्री डीएस पचलैया व डीएस अचाले ने अपने-अपने उपखंडों की विस्तृत रूपरेखा और प्रस्तावित योजनाओं के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने कहा कि विभागों द्वारा प्रस्तावित योजनाओं में आदिम जाति कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में भेजी गई सूची के स्कूल, आश्रम व स्वास्थ्य केंद्रों पर जल उपलब्ध कराने के लिए प्रस्तावित योजना में शामिल करने के निर्देश दिए। बैठक में जल संसाधन विभाग और जल निगम के अधिकारियों ने भी जल की उपलब्धता संबंधी बिंदू रखे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव बेनल, जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त जेएस डामोर, सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर, कृषि उप संचालक एमएल चौहान, पीएचई के उपयंत्री उपस्थित रहे।
पुरानी योजनाएं भी होगी दुरूस्त
जल मिशन योजना के अंतर्गत आयोजित हुई बैठक में सहायक यंत्री पचलैया ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पूर्व से संचालित योजनाएं जो किसी कारण से जल या मरम्मत या अन्य कारणों से बंद पड़ी हुई है उन्हें दूरूस्त कर संबंधित गांवों में 100 प्रतिशत नल कनेक्शन कर जल उपलब्ध कराया जाएगा। जिले में ऐसी 324 रेट्रोंफिटिंग योजनाएं है, जो 5 लाख 99 हजार 251 जनसंख्या और 1 लाख 21 हजार 693 परिवारों को जल उपलब्ध कराएंगी। बैठक में यह भी बताया गया कि जिले में पूर्व में स्थापित नल कनेक्शन 33 हजार 772 हो चुके है। जबकि नवीन कनेक्शन 87 हजार 921 किए जाएंगे। सहायक यंत्री अचाले ने बताया कि जिले में कुल 616 जल मिशन की योजनाएं है, जिसमें 324 रेट्रोंफिटिंग भी शामिल है। इसी में 127 की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त होने के पश्चात निविदाएं आमंत्रित कर ली गई है। जबकि 67 में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। वहीं 16 में कार्य प्रगति पर है।
4 स्थानों के लिए बनेंगे पृथक से प्रस्ताव
जल जीवन मिशन अंतर्गत 100 दिनों में नल कनेक्शन की योजना के अलावा बड़े ग्रामीण क्षेत्रों जहां पर नवीन कन्या, एकलव्य परिसर बनकर तैयार हुए है, वहां लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल उपलब्ध कराने के लिए पृथक से प्रस्ताव लिए जाएंगे। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने जेएस डामोर को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे नवीन भवन या परिसरों के निर्माण से पूर्व जल की उपलब्धता के लिए पीएचई विभाग के साथ अनिवार्य रूप से विजिट कर लें। जैसे कि भगवानपुरा व भीकनगांव में नए कन्या परिसर या एकलव्य स्वीकृत हुए है। यहां जल की उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएं। वहीं मेनगॉव, गोंगावा,महेश्वर और मारूगढ़ के में बने शिक्षा परिसरों में जल उपलब्ध कराने के लिए पृथक से प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।
देजला-देवड़ा तालाब से किसानों के लिए 2 एमसीएम पानी छोड़ने का रखा प्रस्ताव
बैठक में मप्र जल निगम के महाप्रबंधक रवि अग्रवाल ने बागोद, नांदिया-पिपल्या में 69.99 करोड़ की योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसका कार्य पूर्ण हो चुका है। इस योजना में 63 गांव के 72 हजार 815 जनसंख्या को जल उपलब्ध होगा। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री पीके ब्राह्मने ने जानकारी देते हुए बताया कि देजला-देवड़ा तालाब में जल निगम के पूर्व के आदेश के अनुसार 8 एमसीएम पानी रिजर्व रखा जाता है, लेकिन इस वर्ष भी उस अतिरिक्त जल का उपयोग नहीं करने की जानकारी दी गई है। इस वर्ष किसानों की मांग को देखते हुए 2 एमसीएम पानी किसानों के लिए छोड़ने का प्रस्ताव रखा। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने जल निगम में महाप्रबंधक को निर्देश दिए कि जल संसाधन विभाग को लिखित में इसकी सूचना दें।
मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के किसानों को 2-2 हजार रूपए अंतरित
खरगोन। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजनांतर्गत प्रदेश सहित खरगोन के पात्र किसानों के खातों में 2-2 हजार रूपए की राशि अंतरित की गई। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने गुरूवार को सिहोर जिले में नसरूल्लागंज में आयोजित हुए कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के 5 लाख किसानों को 100 करोड़ रूपए की राशि का लाभ वितरण किया। इस कार्यक्रम को प्रदेश के समस्त जिलों में देखा व सुना गया। स्वामी विवेकानंद सभागृह में इस कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री चौहान के उद्बोधन को देखा व सुना गया। भू-अभिलेख अधिकारी पवन वास्केल ने बताया कि स्वामी विवेकानंद सभागृह में आयोजित हुए कार्यक्रम में अनकवाड़ी के प्रहलाद, गोगावां के सुमेरसिंह, गोपालपुरा के मोहब्बतसिंह, गंधावड़ के अशोक व रतनपुर के संजू को सांकेतिक रूप से 2-2 हजार रूपए की राशि वितरित की गई। इनके अलावा जिले के कुल 10 हजार किसानों को मुख्यमंत्री ने 2-2 हजार रूपए की राशि आंतरित की। इनमें कसरावद के 1945, भगवानपुरा के 786, झिरन्या के 697, भीकनगांव के 947, सनावद के 1162, खरगोन के 710, महेश्वर के 1357, बड़वाह के 932, सेगांव के 623, गोगावां के 727 व खरगोन नगर के 114 किसान शामिल है।
नवीन कलेक्टर भवन में कलेक्टर ने ली बैठक
खरगोन। नवीन कलेक्टर भवन में स्थानांतरित और कुछ आंशिक अधूरे कार्यों को पूर्ण कराने तथा विभागों को कक्ष आवंटन करने को लेकर कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी ने गुरूवार को नवीन कलेक्टर भवन का निरीक्षण कर एक संक्षिप्त बैठक की। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने निर्माण एजेंसी पीआईयू को कुछ आंशिक बदलाव या जोड़ने को लेकर निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने कहा कि अधिकारियों के अलावा आम नागरिकों को ग्राउंड फ्लोर पर ही सही जानकारी मिल जाएगी कि कौन-सा विभाग किस तल व कौन से नंबर पर संचालित हो रहा है। इसके लिए सभी प्रवेश द्वार पर ही कार्यालयों की सूचना पट्टिका लगाई जाएं। इसके अलावा कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने निर्देश दिए कि हर मंजिल पर खिड़की व संभवतः चढ़ाव के आसपास अनिवार्य रूप से पिकदान रखें। कलेक्टर भवन के बाहर फाउंटेन का निर्माण करने के लिए आरईएस के कार्यपालन यंत्री मयंक तिवारी को निर्देश दिए। निरीक्षण व बैठक के दौरान अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल व बीएस सोलंकी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती नेहा शिवहरे, अनुकूल जैन एवं स्थानांतरित होने वाले विभागों के विभाग प्रमुख उपस्थित रहे।
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