बुरहानपुर की प्रयोगशाला में गणवेश के कपड़े की होगी जांच

बीईओ और बीआरसी के साथ कलेक्टर ने की बैठक

खरगोन। स्वामी विवेकानंद सभागृह में कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी ने शुक्रवार को जिले के समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी और विकासखंड स्त्रोत समन्वयकों के साथ गणवेश सिलाई के कार्य को लेकर बैठक की। बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले में कक्षा पहली से आठवीं तक के 49 हजार बच्चों की स्कूल यूनिफार्म की सिलाई के लिए जिले की महिला स्व सहायता समुह को आदेश जारी कर दिए गए है। 15 दिसंबर से समुहों द्वारा सिलाई के लिए कपड़ा व अन्य सामग्री क्रय सिलाई का कार्य प्रारंभ करेंगे। आप सभी नियंत्रण के जनशिक्षकों को इस कार्य में लगाएं और जनशिक्षकवार जानकारी आवश्यक रूप से प्रस्तुत करें। गणवेश निर्माण के लिए बुरहानपुर स्थित गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला के अनुसंशित कपड़े की ही यूनिफार्म बनाई जाएं। यूनिफार्म की गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होगा। जनशिक्षक स्वयं समुह के सिलाई केंद्र का आवश्यक रूप से निरीक्षण जरूर करें। साथ ही इस बात का ख्याल रखें कि स्व सहायता समुहों से किसी प्रकार की शिकायत न आएं। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी केके डोंगरे उपस्थित रहे।

30 जनवरी तक हर हाल में गुणवत्तायुक्त यूनिफार्म बनकर तैयार हो

बैठक में उपस्थित जिला पंचायत अतिरिक्त सीईओ श्री पुरूषोत्तम पाटीदार ने समस्त बीईओ और बीआरसी से कहा कि जिला पंचायत से स्व सहायता समुहवार आदेश जारी कर दिए गए है। समुहवार आदेश प्राप्त कर संबंधित जनशिक्षक प्रति सप्ताह निर्धारित प्रारूप में जानकारी प्रस्तुत करेंगे। दो निर्धारित प्रारूपों में 16 प्रकार की जानकारी अनिवार्य रूप से एकत्रित कर बीईओ व बीआरसी को प्रस्तुत करेंगे। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने इसके अलावा बीईओ एवं बीआरसी से सीएम राईज स्कूलों की जानकारी भी ली, जिसमें पेयजल सुविधायुक्त स्कूल, अप्रोच रोड़, शौचालययुक्त आदि प्रकार की जानकारी ली गई।

तीरंदाजी केंद्र के लिए बनाया जाएगा प्रस्ताव

बैठक के दौरान कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह ने बीईओ एवं बीआरसी द्वारा स्कूल के संबंध में निर्धारित प्रारूप में 29 प्रकार की जानकारी प्रस्तुत की। इस प्रारूप के आधार पर कलेक्टर ने कहा कि जिले में कहीं पर भी तीरंदाजी प्रशिक्षण या खेल की सुविधा नहीं है। इसलिए जिला शिक्षा अधिकारी भगवानपुरा या झिरन्या के लिए तिरंदाजी के लिए एक विशेष सेंटर स्थापित करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करें। बैठक में उपस्थित नवोदय विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि अगर यहां तीरंदाजी के लिए इस तरह का सेंटर प्रारंभ हो जाता है, तो वे नवोदय विद्यालय के प्रशिक्षक को भी अपनी सेवाएं देने के लिए भेज सकते है।

दो जनपदों में मियावाकी पद्धति से होगा पौधारोपण

खरगोन। खरगोन व महेश्वर जनपदों में मियावाकी पद्धति से पौधारोपण किया जाएगा। पौधारोपण के प्रस्ताव के लिए कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी ने शुक्रवार को स्वामी विवेकानंद सभागृह में आरईएस और जनपद पंचायत के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री मयंक तिवारी ने मियावाकी से पौधारोपण और आदिवासी क्षेत्रों के गांव में पौधारोपण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए। खरगोन व महेश्वर जनपद पंचायतों में एक-एक स्थल का चयन कर 1 हेक्टेयर में 10-10 हजार पौधे लगाने के लिए प्रस्ताव रखा गया। 30 लाख रूपए की लागत से होने वाले इस मियावाकी प्लांटेशन में ड्रीप के साथ तार फेंसिंग और 3 वर्षों तक सुरक्षा का भी उपयोग किया गया है। इसके अलावा जिले के 2 या 3 गांवों में मनरेगा के अंतर्गत व्यक्तिगत तौर पर 200-200 या 400-400 फलदार पौधे लगाने का भी प्रस्ताव रखा गया। इन दोनों ही प्रस्तावों में नेशनल थर्मल पॉवर (एनटीपीसी) द्वारा राशि उपलब्ध कराई जाएगी। एनटीपीसी के अधिकारियों ने पौधारोपण करने के लिए मंशा जाहिर की थी। उसी के अंतर्गत ग्रामीण विकास मंत्रालय की गाईडलाईन के अनुसार दोनों प्रोजेक्ट तैयार किए गए। बैठक में जिला पंचायत अतिरिक्त सीईओ श्री पुरूषोत्तम पाटीदार, एचआर मैनेजर जेपी सत्यकाम, प्रोजेक्ट मैनेजर एके निगम एवं रसायन व पर्यावरण मैनेजर केके शर्मा उपस्थित रहे।


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