अनुकंपा के प्रकरणों में लाए तेजी

समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने सभी विभागों को दिए निर्देश



खरगोन। सोमवार को स्वामी विवेकानंद सभागृह में आयोजित समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जितने भी अनुकंपा के प्रकरण आएं है, उनमें तेजी लाएं। बैठक में सामाजिक न्याय विभाग के अनुकंपा के लंबित आवेदन की जानकारी लेते समय कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह तक सभी विभागों के संबंधित शाखा के कर्मचारी फाईल लेकर अपर कलेक्टर श्री बीएस सोलंकी के समक्ष उपस्थित हो। अपर कलेक्टर श्री सोलंकी ने कहा कि अनुकंपा के प्रकरणों में विभागों को चेक लिस्ट उपलब्ध कराई है, लेकिन किसी भी विभाग ने उस चेक लिस्ट के मुताबिक पुनः फाईल नहीं लौटाई है। साथ ही कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने विभागों की शाखाओं की डेस्क का आवश्यक रूप से निरीक्षण करें और पुरानी लंबित फाईलें निराकृत करने की स्थिति में लाएं। विजिट करने के फोटो भी उनके व्यक्ति नंबर पर भेजने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव बेनल, अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल, समस्त अनुभागों के एसडीएम सहित अन्य जिलाधिकारी उपस्थित रहे।


सभी अधिकारियों का कराया कोरोना टेस्ट


बैठक के दौरान कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि अभी तुरंत सभी जिलाधिकारियों का आरटीपीसीआर से कोरोना की जांच कराएं। कलेक्टर के निर्देशों पर डॉ. चंद्रजीत सांवले ने स्वामी विवेकानंद सभागृह के बाहर डेस्क स्थापित कर कलेक्टर कार्यालय के समस्त कर्मचारियों और बैठक में उपस्थित सभी जिलाधिकारियों के कोरोना टेस्ट लिए। डॉ. सांवले ने जांच उपरांत बताया कि कुल 80 सैंपल लिए गए है।


इन पर हुई चर्चा


बैठक में कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने पीएचई विभाग की योजनांतर्गत 100 दिनों में शासकीय परिसरों में जल उपलब्धता की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने पीएचई विभाग को मारूगढ़, महेश्वर व मेनगांव में बन रहे कन्या परिसर व एकलव्य परिसरों में पेयजल की व्यवस्था के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। इसके अलावा किराए पर संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों की जानकारी लेते हुए डीपीओ श्रीमती रत्ना शर्मा को आंगनवाड़ी बनाने के लिए जिले का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। वहीं स्कूलों में अतिक्रमण, स्वमित्र योजना और पीएम स्वनिधि योजना की भी जानकारी ली गई।


पुरातत्व व पर्यटन के चयन के लिए हर अनुभाग में बनेगा दल


जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद की बैठक संपन्न


खरगोन। सोमवार को स्वामी विवेकानंद सभागृह में कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी की अध्यक्षता में जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद की बैठक आयोजित हुई। बैठक में परिषद के नीरज अमझरे ने प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि पुरातत्व संघ एवं जिला पर्यटन संवर्धन परिषद को मिलाकर एक नई परिषद की स्थापना की गई है, जिसे जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद नाम गया है। इसके अध्यक्ष जिला कलेक्टर होंगे। इस परिषद का गठन अभी किया जाना है। बैठक में प्रस्तुत प्रजेंटेशन में बताया गया कि जिले में 6 राज्य पुरातत्व सर्वेक्षण तथा 4 भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित मंदिर है। इस बार कसरावद के गांगलेश्वर मंदिर, चोली के सटानंद सिद्धेश्वर गणेश मंदिर व भैरवान मंदिर को राज्य पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित किए जाने संबंधी प्रस्ताव राज्य स्तर पर भेजे गए है। इसके अलावा श्री अमझरे ने कहा कि जिले की पर्यटन कार्ययोजना भी तैयार की जानी है, जिसमें प्राकृतिक पर्यटन के साथ-साथ पुरातात्विक स्थल, जिले की जैव विविधता, त्यौहार, मेले, संस्कृति से जुड़े स्थलों को चिन्हांकित किया जाना है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव बेनल, अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल व श्री बीएस सोलंकी, *एडिसनल एसपी श्री जितेंद्र सिंह पंवार* सहित समस्त अनुभागों के एसडीएम, सभी नगरीय निकायों के सीएमओ तथा निर्माण कार्यों से जुड़े विभागों के कार्यपालन यंत्री भी उपस्थित रहे।


कसरावद के संग्रहालय में 212 व महेश्वर में 265 कलाकृतियां मौजूद


बैठक के दौरान पुरातत्व विभाग के सुलतान सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में दो संग्रहालय अस्तित्व में है। कसरावद के संग्रहालय में विभिन्न शासकों के दौरान की उपलब्ध स्थलाकृतियां कुल 212 हैं। वहीं महेश्वर के संग्रहालय में कुल 265 कलाकृतियां मौजूद है। महेश्वर के संग्रहालय में देवी अहिल्या के शासन के दौरान की कलाकृतियां है। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने सभी एसडीएम को निर्देश कि वे अपने-अपने अनुभागों में एक दल का गठन करें, जो पर्यटन, पुरातत्व, गुफाएं, झरने, बड़े जलाशय जैसे स्थानों का चयन करेंगे और उस पर दस्तावेजीकरण करने का कार्य भी करेंगे। इस दल में वन, राजस्व, डब्ल्यूआरडी, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ एक-एक व्याख्याता को भी शामिल करेंगे। श्री अमझरे ने जाम गेट के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रस्तुत की।


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