तेज सिंह सेंधवा की बांसी कढी में ताजा उबाल,,,,,
देवास (डा.अनिल जोशी) हाटपीपल्या विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक तेज सिंह जी सैंधव ने बगावती तेवर अपनाते हुए, अपने आपको निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में प्रस्तुत कर दिया है और आधार बनाया है भाजपा ने गलत उम्मीदवार को टिकट दिया है, पार्टी गलत कर रही है,आदि आदि।इसे तेज सिंह जी की बासी कढ़ी का उबाल ही कहा जाएगा, क्योंकि तेज सिंह सैंधव पुरानी भाजपा के अवशेष हैं, आज की भाजपा के लिए वे अप्रासंगिक हो चुके हैं। पूर्व विधायक सैंधव ने विरोध स्वरूप अपने आपको प्रस्तुत कर अपनी फजीहत ही कराई है, क्योंकि अब भाजपा पहले वाली भाजपा नहीं रही है,पुर्णत: बदल चुकी है,यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भाजपा है और उन्होंने भाजपा को बुजुर्गों के काकस से मुक्त कराकर,युवाओं को सौंप दी है। देवास से लगाकर दिल्ली तक भाजपा में सिर्फ और सिर्फ युवाओं की हुंकार सुनाई देती है, तो नये जमाने के हिसाब से सुधरी भाजपा में कौनसे सुधार के लिए आगे आए हैं पूर्व विधायक तेज सिंह सैंधव? पार्टी के नीति-नियंता बदल चुके हैं,नियम,कायदें, सिद्धांत बदल चुके हैं, ऐसे में श्री सैंधव ने खुद को प्रस्तुत कर, खुद की फजीहत का ही इंतजाम किया है। लगता है पूर्व विधायक सैंधव भाजपा की जमीनी हकीकत से परिचित नहीं हैं, अन्यथा ऐसा कदम नहीं उठाते।आज का युवा बेहद समझदार और दूरदर्शी है,वह सिर्फ पार्टी को सामने रखकर चलनेवाला है, चुनाव कौन लड़ रहा है, इससे पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं को कोई लेना-देना नहीं, उन्हें तो इस बात से लेना-देना होता है कि चुनाव लड़ने वाले को जिताने की जिम्मेदारी पार्टी के कौन से नेता ने ली है और हमें किसके नेतृत्व में पार्टी का काम करना है? आज पार्टी में क्षेत्रीय युवा क्षत्रपों के नेतृत्व में काम करने का ट्रेंड बन चुका है, शायद यह ट्रेंड युवाओं ने ही विकसित किया है, कंपनी मैनेजमेंट के हिसाब से। क्या पूर्व विधायक तेज सिंह सैंधव पार्टी में नवविकसित कार्यप्रणाली से परिचित हैं? यह सही है कि भाजपा उम्मीदवार मनोज चौधरी से सैंधव की तरह बहुत लोगों को शिकायत होगी और होना भी चाहिए, क्योंकि पन्द्रह-बीस महीने पहले मनोज चौधरी कांग्रेस से चुनाव लड़कर विधायक बने थे अब भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। शिकायत अपनी जगह, पार्टी बेनर अपनी जगह,कल मनोज चौधरी कौन थे, कहां से थे इससे कार्यकर्ताओं को कोई लेना-देना नहीं, वे तो सिर्फ इतना जानते हैं कि मनोज चौधरी आज भाजपा के उम्मीदवार हैं।सैंधव ने यह भी नहीं भुलना चाहिए कि पार्टी कार्यकर्ता आने वाले कल को देखने का आदी हो चुका है और देवास भाजपा का कल देवास महाराज विक्रम राव पवार के हाथों में है और वे हाटपीपल्या विधानसभा उप चुनाव में अपनी माताजी विधायक राजमाता गायत्री राजे पवार,जो सहप्रभारी के रूप में पार्टी का काम कर रही हैं,उनका हाथ बंटा रहे हैं। देवास की भाजपा राजनीति में तेजी से लोकप्रिय होते युवा नरेश विक्रम राव पवार की उपस्थिति चुनाव को मनोज चौधरी के पक्ष में चमकीला बना रही है। देवास महाराज जहां-जहां भी जा रहे हैं अपने व्यक्तित्व की अलग छाप छोड़ रहे हैं, युवा तेजी से महाराज विक्रम राव पवार के मोहपाश में बंधते चले जा रहे हैं। ऐसे में पूर्व विधायक तेज सिंह जी सैंधव की बासी कढ़ी में उबाल आना हास्यास्पद ज्यादा लग रहा है।
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