लूट और धोखाधडी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

ब्रांडेड कंपनी के मोबाइल सस्‍ते दामों में बेचने का झांसा देकर धोखाधडी और लूट करने वाले दिल्‍ली के दो ठग गिरफ्तार


भोपाल। जिले के माननीय न्‍यायालय न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट प्रथम श्रेणी सुश्री निधि शाक्‍यवर भोपाल के न्‍यायालय में लूट और ठगी करने वाले अंतर्राज्‍जीय गिरोह के सदस्‍य आरोपी अनाम हैदर नि. किरारी सुलेमान नगर नई दिल्‍ली एवं आरोपी जफर खान नि. किरारी सुलेमान नगर नई दिल्‍ली को पेश किया गया। उपस्थित अभियोजन अधिकारी कु. किरण कापसे द्वारा बताया गया कि आरोपियों द्वारा रेडमी कंपनी के नाम से धोखाधडी एवं ठगी की जा रही है और लोगो से पैसे ऐंठे जा रहे है, प्रकरण विवेचनाधीन है। केस डायरी का अवलोकन एवं अभियोजन के तर्कों से सहमत होते हुए माननीय न्‍यायालय द्वारा आरोपियों को दिनांक 04.10.2020 तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया । 


 एडीपीओ. कु. किरण कापसे ने बताया कि फरियादी कुबेर नि. कोलार रोड भोपाल द्वारा शिकायत की गई कि उसके फोन पर अनजान मोबाइल नंबर से काल आया और बात करने वाले ने अपने आप को एमआई रेडमी कंपनी का रिप्रेजेन्‍टेटिव बताते हुए आफर के तहत रेडमी मोबाइल फोन जिसकी असल कीमत करीबन 25000रू है को मात्र 4500 रूपये में देने का बताया और पेमेन्‍ट डिलीवरी के बाद करना बताया। दिनांक 3.08.2020 को फरियादी के घर पोस्‍टमेन एक पैकेट लेकर आया जिसे फरियादी द्वारा 4500 रूपये का पैमेंट कर प्राप्‍त कर लिया । पैकेट खोलकर देखा तो मोबाइल के स्‍थान पर गत्‍ते के टुकडे रखे मिले। शिकायत आवेदन की जॉच पर तथ्‍यों की पुष्टि हो जाने से प्रकरण अपराध क्र 1514/20 धारा 420,34 भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया। जिसमें पतारसी कर जानकारी जुटाई गई कि दिल्‍ली में बैठकर इस गिरोह के लोग ठगी करते है। संदेहियों की तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक भोपाल द्वारा एक पुलिस टीम का गठन कर टीम को दिल्‍ली भेज दिया। 


कोलार पुलिस टीम द्वारा लगातार दो दिन दिल्‍ली में रहकर संदेहियों की मोबाइल लाकेशन से पीछा करती रही तदुपरांत पुलिस टीम द्वार घेराबंदी कर आरोपी अनाम हैदर एवं आरोपी जफर खान को गिरफ्तार किया गया। 


पूछताछ पर पता चला कि आरोपीगण गूगल पर किसी भी मोबाइल कंपनी के सिम नंबर की सीरीज डालकर कुछ मोबाइल नंबर हासिल कर लेते थे फिर उन्‍हीं मोबाइल नंबरो के आगे पीछे अंक बदलकर लोगो को आफर के नाम पर सस्‍ते में मोबाइल देने का झांसा देकर धोखाधडी करते थे।                                                                                                            


                            


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