कोमॉर्बिट के मरीज कोरोना में कितने हुए स्वस्थ्य?- प्रमुख सचिव श्री सिन्हा
कोरोना के प्रभारी अधिकारी पीएस ने की समीक्षा
खरगोन 03 अक्टूबर 2020। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव और जिले के कोरोना प्रभारी अधिकारी श्री सचिन सिन्हा शनिवार को जिले के एक दिवसीय भ्रमण पर रहें। इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर स्वामी विवेकानंद सभागृह में समीक्षा बैठक की। बैठक में प्रारंभ में उन्होंने पॉजिटिव आने वाले व्यक्तियों के आसपास के पड़ोसियों या संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का डेटा एकत्रिकरण, सर्वे, जांच, कंटेनमेंट एरिया के अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए जाने वाले सैंपल की विस्तार से जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने जिले में संक्रमण की दर और मृत्यू दर के बारे में भी जाना। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने बताया कि किसी व्यक्ति के पॉजिटिव होने के बाद दल द्वारा संपर्क ट्रेसिंग का कार्य किया जाता है। इसके पश्चात उस संबंधित क्षेत्र में सर्वे और जांच की जाती है। कंटेनमेंट एरिया में सर्वे और विभिन्न दलों के द्वारा जन जागरूकता और मानीटरिंग का कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती पी ने यह भी बताया कि फिलहाल स्वास्थ्य विभाग फीवर क्लिनिक के अलावा विभिन्न तरह के सैंपल लेकर भी टेस्ट किए जा रहे है। इसी समय विभिन्न आयु वर्ग के अब तक हुए मृतकों का डेटा देखने के पश्चात प्रमुख सचिव श्री सिन्हा ने सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर से पूछा कि कोमॉर्बिट बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति कितने स्वस्थ्य हुए है। वहीं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता के बारे में भी जानकारी प्राप्त ली। सीएमएचओ डॉ. डावर ने बताया कि कोमॉर्बिट या पुरानी गंभीर बीमारियों के व्यक्ति बहुत मुश्किल से स्वस्थ्य हो पाए है। उनकी नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी अन्य कारण से भी उनकी मृत्यू हुई है। सीएमएचओ डॉ. डावर ने बताया कि 1 से 20 वर्ष तक में 1, 21 से 40 वर्ष के 3, 41 से 60 वर्ष में 17, 61 से 80 वर्ष में 20 तथा 81 से 100 वर्ष तक की आयु में संक्रमित 3 व्यक्तियों की मृत्यू हुई है। इस तरह जिले में अब तक 44 व्यक्तियों की मृत्यू हुई है।
प्रमुख सचिव ने आरआरटी व एमएमयू टीम के जाने कार्य
समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव श्री सिन्हा ने रेपिड रिस्पांस टीम और मोबाईल मेडिकल यूनिट के कार्य, उद्देश्य और उनके द्वारा किए जाने वाले क्रियान्वयन प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। बैठक में मौजूद एमएमयू टीम के डॉक्टर एजाज और डॉक्टर प्रवीण ने उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि आरआरटी टीम द्वारा संबंधित क्षेत्र की जानकारी व सूचना मिलने के पश्चात एमएमयू टीम द्वारा प्लॉनिंग के तहत उस स्थान पर सैंपल लेने के लिए पहुंचते है। यदि 50 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति है और कोमार्विड नहीं है, तो होम आईसोलेशन का निर्धारण भी करते है। एमएमयू टीम द्वारा संबंधित क्षेत्र में काउंसलिंग का कार्य किया जाएगा।
इन बिंदुओं पर भी चर्चा की
प्रमुख सचिव श्री सिन्हा ने समीक्षा बैठक के दौरान पिछले 15 दिनों में हुई मृत्यू व उम्र की जानकारी, मास्क की जागरूकता, सीसी सेंटर व होम आईसोलेशन किए गए मरीजों की जानकारी और लक्षणों व बिना लक्षणों वाले व्यक्तियों को सीसी सेंटर या होम आईसोलेशन में रखने का निर्धारण के बारे में भी जानकारी ली गई। बैठक में एएसपी श्री जितेंद्रसिंह पंवार, जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव बेनल, अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल, एसडीएम सत्येंद्रसिंह, संयुक्त कलेक्टर मिलिंद ढ़ोंके, सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र जोशी, डॉ. दिव्येश वर्मा, डॉ. चंद्रजीत सांवले और एमएमयू टीम में शामिल डॉक्टर्स उपस्थित रहे।
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