किसान ने किया नवाचार आने वाली तीन पुस्तों के लिए लगाई फसल

अंतरवर्तीय फसल से ले रहे अच्छा मुनाफा



खरगोन। इन दिनों कई क्षेत्रों में नवाचारों की बाढ़ सी आ गई है। इसी बीच एक किसान जो अपनी खेती करने के तरीके में भी नवाचार कर आने वाली अपनी पीढ़ियों को भी इससे स्थाई इनकम देने की दिशा में नवाचार किया है। मेनगांव के विजय पाटीदार का हमेशा यह मानना रहा है कि उसके परिवार की भी स्थाई इनकम होती रहे। इसी दिशा में महाराष्ट्र और बिहार के कई शहरों में घुमने व किसानों से बांस की खेती के अनुभव जानने के बाद अपने 16 एकड़ की सिंचित और उपजाऊ भूमि में चार हजार पौधे लगा लिए। बांस की खेती के होने वाले मुनाफे से बेखबर कई किसान विजय की इस नवाचार कृषि पर हसने लगे और तरह-तरह की फब्तियां कसने लगे, लेकिन विजय ने मन में कुछ और ही ठान रखा था। एक तरफ तो उन्होंने 4 हजार पौधे लगा लिए। दूसरी तरफ बंबू मिशन से जुड़कर प्रति जीवित पौधे पर 30 रूपए राशि प्राप्त की, जिससे योजना का सहारा पाकर विजय का उत्साहवर्धन हुआ और अपनी गति से बढ़ता गया। आज विजय के 16 एकड़ भूमि पर 4 हजार पौधे जीवित है, जिससे उन्हें अगले वर्ष से शुद्ध मुनाफा होने लगेगा।


अंतरवर्तीय फसल से हुआ भरपूर मुनाफा


विजय पर उनके साथी किसान तरह-तरह की बातें कर कोसने लगे। विजय उनकी परवाह किए बगैर अंतरवर्तीय फसलों में प्रयोग करने लगा। उनका यह प्रयोग सार्थक व सफल साबित हुआ। जहां इस वर्ष मिर्च की फसल में वायरस के अटैक से हर किसान परेशान होता नजर आ रहा है। वहीं विजय अपनी मिर्च की फसल से काफी संतुष्ट होकर अच्छे मुनाफे की उम्मीद लगाए हुए है। विजय का कहना है कि बांस (बंबू) की खेती से इस वर्ष उनकी फसल में वायरस का अटैक नहीं हुआ है। उनकी आसपास के खेतों में मिर्च की फसलें खराब हो गई है। इससे पूर्व 2019 में बांस के बीच में अंतरवर्तीय फसल लेकर इसी मिर्च की फसल से 46 लाख रूपए का मुनाफा लिया है। इसके अलावा वर्ष 2018 में मिर्च से 2 लाख रूपए प्रति एकड़ और कपास से ढ़ाई लाख प्रति एकड़ का मुनाफा लिया है।


सिर्फ एक पानी से ही पनपता है बांस


विजय बताते है कि कई ऐसी फसलें है, जिन्हें भरपूर पानी की आवश्यकता होती है। हालांकि उनके कुंए में गर्मी के मौसम में भी पर्याप्त पानी उपलब्ध रहता है, लेकिन बांस को केवल गर्मी के मौसम में सिर्फ एक पानी से ही काम चल जाता है। बिहार व महाराष्ट्र के किसानों के अनुभव के आधार पर विजय ने 20 बाय 7 के अनुपात में बांस लगाकर बीच-बीच में मिर्च, कपास, अरबी, धनिया व अन्य तरह की सब्जियां भी अंतरवर्तीय फसलों के तौर पर ले रहे है। इस वर्ष उन्होंने अंतरवर्तीय फसल में अदरक का प्रयोग किया है। विजय अपने फसलों के रख रखाव में धीरे-धीरे जैविक खेती के रूप में भी आगे बढ़ रहे है।


दो पालियों में आयोजित होंगे प्रशिक्षण


खरगोन। नेपानगर में होने वाले उपचुनाव में जिले के विभिन्न कर्मचारियों द्वारा निर्वाचन का कार्य संपादित किया जाना है। इसके लिए इन कर्मचारियों का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आज से प्रारंभ होगा। प्रशिक्षण के जिला नोडल अधिकारी सहायक आयुक्त जेएस डामोर ने बताया कि यह प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित होगा। पहली पाली में पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी क्र.1 का प्रातः 10 से दोपहर 1 बजे तक तथा दूसरी पाली में मतदान अधिकारी क्र.2 व क्र.3 का प्रशिक्षण दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक होगा। इन अधिकारियों को 30 मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।


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