भ्रष्टाचार का गढ़ - झिरन्या जनपद
सीईओ के संरक्षण में ग्राम पंचायत के विकास कार्यों के नाम पर सरपंच सचिव ने किया जमकर भ्रष्टाचार।
जनपद की पंचायतो के भ्रष्टाचारों पर कौन है मेहरवान ?
खरगोन। जिले में माना जाए तो झिरन्या विकासखण्ड की जनपद पंचायत मनरेगा फजऱ्ीवाड़े के भ्रष्टाचार से देश विदेश में चर्चित हो चुकी है जिस तरह से फि़ल्म अभिनेत्रियों के फोटो जॉबकार्ड पर लगे पाए जाने के बाद दिखावे की कार्यवाही की गई वही गांव के लोगो के जाबकार्ड से सभी हितग्राहियों के फोटो हटवा दिए गए ताकि जांच ठीक तरह से न हो सके । जांच में जिले की ओर से गई टीम ने जिला पंचायत में जो रिपोर्ट दी है उसमे लीपापोती की गई है और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को गुमराह किया जा रहा है । क्योकि जांच में जिले के बरिष्ठ अधिकारी अभी भी धृतराष्ट्र की तरह बैठ तमाशा देख रहे है पंचायतो में हो रहे भ्रष्टाचार देश की नींव कमजोर बना रहे है लेकिन झिरन्या जनपद के जिम्मेदार और जिला पंचायत के जिम्मेदार इन भ्रष्टाचारियों को पनाह देकर अपना कमीशन में लगे है आरोप है कि सीईओ महेन्द्र श्रीवास्तव जनपद पंचायत झिरन्या से लेकर जिले तक भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रहे है भले ही लोग शिकायत तक करे जाँच तो जिला पंचायत/जनपद पंचायत में ही आनी है और यहाँ सीईओ महेन्द्र श्रीवास्तव साठगांठ बिठा कर भ्रष्टाचारियों को आसानी से बचा ले जाते है। ग्राम पंचायतों में कार्य न होने की तो पहले रिकवरी निकलती है फिर उसके बाद सबंधित कार्यो की लीपापोती करवाकर मामले को सलटवा दिया जाता है ऐसा कई जगह सुनने में आया है ! अब सवाल यह है कि झिरन्या विकासखण्ड की ग्राम पंचायत में अनिमितयो को लेकर कई शिकायते सीएम हेल्पलाइन में की गई लेकिन जिम्मेदारों ने अभी तक कोई एक्सन नही लिया और जो कार्यवाही का निर्णय लिया उसे पहले भ्रष्टाचारियों को अवगत करा कर बचाव के रास्ते भी बता दिए गए सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में झिरन्या जनपद सीईओ,जिला पंचायत सीईओ,कलेक्टर खरगोन निराकरण नही करवा पाये कई सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर गलत प्रतिवेदन देकर कलेक्टर को गूमराह कर शिकायतों को फोर्स करवाने में सीईओ महेन्द्र श्रीवास्तव माहिर है । सीईओ के संरक्षण में झिरन्या जनपद की कई पंचायतो में भ्रष्टाचारी खुलकर लोगो को चुनौती देते है कि जितनी शिकायत करना हो करो कुछ नही होने वाला। जिला पंचायत सहित जिला कलेक्टर के लिए सोचने की बात है आज ग्रामीण जनता अपने अधिकारों से वंचित है अब देखना होगा झिरन्या जनपद की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार करने वालो पर जनपद पंचायत सीईओ महेन्द्र श्रीवास्तव और जनपद के बाबू कब तक बचाव कर जिला पंचायत के सीईओ को अपने इशारों में नचाएंगे!
मीटिग में नही आते :
विश्वस्त सुत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिले की जनपद पंचायतों में मीटिग में जिले के सभी सीईओ आते है और सभी मीटिग को अटैन्ड करते है लेकिन जनपद पंचायत झिरन्या के सीईओ महेन्द्र श्रीवास्तव की दंबगाई का आलम यह है कि वो मीटिगों में आते जरूर है लेकिन सभागार के बाहर अफरातफरी में व्यस्त रहते है ।
सीईओ की भुमिका संदेह के दायरे में
जनपद पंचायत झिरन्या में हो रहे भ्रष्टाचार को जिला पंचायत से लेकर जनपद पंचायत तक खुलेआम संरक्षण प्रदान किया जा रहा है लगातार मीडिया द्वारा उच्चाधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार पर जिम्मेदार अंकुश लगाने में नाकामयाब साबित हो रहे हैं या फिर जानकर भी अनजान बने बैठे हैं बात चाहे फर्जी मस्टर की हो या फिर घटिया और गुणवत्ताहीन कार्य की जिला पंचायत से लेकर जनपद पंचायत तक जिम्मेदार अपना कमीशन बनाने में लगे हुई है झिरन्या जनपद पंचायत में भ्रष्टाचार के सेंकडों मामले ऐसे है जहॉ जांच में लीपापोती हुई है वही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा हैं जिसमें जनपद के सीईओ महेन्द्र श्रीवास्तव की भुमिका से इंकार नही किया जा सकता सीईओ के संरक्षण से सरपंच सचिव और अधिकारियों के हौसले बुलंद हैं । जनचर्चा है कि सीईयो महेन्द्र श्रीवास्तव शासन प्रशासन पर भारी पड़ रहे हैं इनके द्वारा ग्रामीण अंचलों में शासकीय राशि की होली खेली जा रही ,प्राप्त जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत झिरन्या की ग्राम पंचायत चिरीया,काकोडा,रातलीपुरा,नरवट सहित अन्य ग्राम पंचायतों में शासकीय राशि का दुरुपयोग हो रहा है। जांच में इन पंचायतों में हजारों रु की वसूली निकाल कर आपसी साठगांठ कर पंचायत के खाते में रु जमा कर इतिश्री कर दी गई जबकि मध्यप्रदेश पंचायतराज अधिनियम 1993 की धारा 40 एवं 92 के तहत प्रकरण दर्ज करवाने के अतिरिक्त सचिव पर सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण एवम अपील 1966 के उपनियम 10 ( 4) के अनुसार दोषी व्यक्ति के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही किया जाना था लेकिन जनपद सीईओ के संरक्षण में ही यह सब नही हो रहा है, जनपद झिरन्या क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश शासन संभाग आयुक्त,कलेक्टर से मांग की है कि सीईयो महेन्द्र श्रीवास्तव के संदिग्ध भूमिका की जांच करा कर उचित कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
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