अब कुपोषित बच्चों को मिल सकेंगे पोषक तत्व

आंगनवाड़ी केंद्रों पर तैयार हुए किचन गार्डन



खरगोन। खेत और घरों में तो अक्सर सब्जी और फल लगे हुए देखे जाते है। क्या आपने कभी किसी आंगनवाड़ी केंद्र पर सागवाड़ी या किचन गार्डन देखे है? जिले की कुछ आंगनवाड़ी केंद्रों पर किचन गार्डन तैयार हो चुके है, जो न सिर्फ सुंदरता दिखाने के लिए बल्कि ऐसे गार्डन के फल और सब्जियां कुपोषित बच्चों की पोषकता बढ़ाने में भी काम में लाया जा सके। दरअसल गत वर्ष अगस्त माह में जिले की कुछ चुनिंदा आंगनवाड़ी केंद्रों पर किचन गार्डन तैयार किए गए थे। अब उन आंगनवाड़ी केंद्रों पर फल और सब्जियां आने लगी है। हालांकि लॉकडाउन अवधि में इनकी उचित देखभाल नहीं हो पाई, लेकिन मेहनत और पौधे खराब न हो, इसके लिए फिर से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में देखभाल करना शुरू की। आखिरकार मेहनत रंग लाई और अब ऐसे किचन गार्डनों में फल व सब्जी प्राप्त होने लगे है। भीकनगांव के गांव डेरी, भातलपुरा व चिरागपुरा, महेश्वर के आशापुर, सोनीपुरा के अलावा भी कुछ ऐसी आंगनवाड़ियां है, जहां फल और सब्जियां कुपोषित बच्चों के आहार में शामिल होकर पोषकता बढ़ाने लगी है।


इस वर्ष 253 आंगनवाड़ी केंद्रों पर तैयार होंगे किचन गार्डन


महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रत्ना शर्मा ने बताया कि गत वर्ष आंगनवाड़ियों में लगाई गई किचन गार्डन के परिणाम सामने आने लगे है। इसलिए जिले की ऐसी 253 आंगनवाड़ी केंद्रों को चुना गया है। जिले में कुल 2294 आंगनवाड़ी केंद्र है, लेकिन शुरूआती दौर में उन आंगनवाड़ी केंद्रों का ही चयन किया गया है, जहां विभाग की अपनी जमीन उपलब्ध है। इस योजना में उद्यानिकी विभाग से समन्वय कर फल एवं सब्जियों के निःशुल्क पौधे या बीज प्राप्त किए जाएंगे। पौधों को लगाने के बाद पानी की पर्याप्त उपलब्ध व पौधों की सुरक्षा के लिए भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। इन किचन गार्डन का उद्देश्य कुपोषित बच्चों को फल, सब्जी व ताजा सलाद प्रदाय करना है। किचन गार्डन में पालक, मैथी, धनियां, हरी प्याज, पुदीना, मूली, गिल्की, लौकी, बेंगन, टमाटर, खीरा, नींबू, भिंडी, मूंगफली, चूकंदर, सहजना और फलों में पपीता, अमरूद, संतरा, चीकू, अनार व केला लगाने के प्रयास किए जाएंगे।


पटवारी एवं सचिवों का दो पालियों में प्रशिक्षण हुआ संपन्न


खरगोन। स्वामित्व योजना के तहत आबादी क्षेत्रों का सर्वे कार्य किया जाना है। इस कार्य में लगाने वाले पटवारी एवं सचिवों का गुरूवार को विवेकानंद सभागृह में दो पालियों में प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभा रहे एसएलआर पवन वास्केल ने कहा कि योजना के तहत जिले के 1399 गांवों में सर्वे कार्य किया जाना है। तीन चरणों में पूर्ण होने वाले इस कार्य के प्रथम चरण में महत्वपूर्ण जानकारियों का आदान-प्रदान, आबादी के सर्वे की पूर्व तैयारियां, विभिन्न समितियों का गठन, विभिन्न स्तर पर निगरानी के लिए चेक लिस्ट तैयार करना। द्वितीय चरण में प्रारूप नक्शे के निर्माण से पूर्व के कार्य, प्रारूप नक्शे का निर्माण व सत्यापन तथा अधिकार अभिलेख का निर्माण। तृतीय चरण में प्रारूप अधिकार अभिलेख का प्रकाशन, दावा आपत्ति और अधिकार अभिलेख का अंतिम प्रकाशन होना है। पहले खरगोन शहरी, ग्रामीण एवं गोगावां ग्रामीण में सर्वे कार्य किया जाएगा। अगले सप्ताह तक ड्रोन टीम की आने की संभावना है। प्रशिक्षण में अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल, श्री बीएस सोलंकी सहित राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।


समितियां करेगी कार्य


आबादी सर्वे के लिए राज्य, जिला, तहसील व ग्राम पंचायत स्तर पर समितियां गठित होगी। जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत सीईओ, प्रभारी अधिकारी भू-अभिलेख, अधीक्षक भू-अभिलेख, जिला सूचना अधिकारी, जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस व भारतीय सर्वेक्षण विभाग के प्रतिनिधि को शामिल किया गया है। इसी तरह तहसील स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में तहसीलदार, जनपद सीईओ, थाना प्रभारी व भू-अभिलेख द्वारा नामांकित सदस्य तथा ग्राम पंचायत स्तरीय समिति में सरपंच की अध्यक्षता में सचिव, पटवारी, ग्राम कोटवार व ग्राम सभा द्वारा नामांकित 2 सदस्यों की समिति कार्य करेगी।


सर्वें से होगा लाभ


प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा बताया गया कि सर्वे होने से विभिन्न हितग्राहियो को लाभ मिलेगा। इनमें हितग्राहियों को ग्रामीण संपत्ति का अधिकार-अभिलेख होना, प्रत्येक संपत्ति धारक को उसकी संपत्ति का स्वामित्व प्रमाण पत्र, संपत्तियों पर बैंक से ऋण लेना असाना होगा, संपत्तियों के पारिवारिक विभाजन, संपत्ति हस्तांतरण की प्रक्रिया सुगम तथा पारिवारिक संपत्ति के विवाद कम होंगे। इसी तरह ग्राम पंचायत को संपत्ति के शुल्क के रूप में पंचायत को स्थानीय आय के साध्य प्राप्त होंगे। पंचायत स्तर पर ग्राम विकास की योजना बनाने में सुविधा, शासकीय एवं सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा एवं रख-रखाव आसान, संपत्ति संबंधित विवादों में कमी तथा संपत्ति के नामांतरण एवं बटवारा का प्रत्यक्ष अधिकार होगा।


पिछले 24 घंटे में 21 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए


खरगोन। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय द्वारा गुरूवार को हेल्थ बुलेटिन जारी किया गया। जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 13 मरीजों की पुष्टि की गई है। वहीं 21 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए है। जबकि वार्ड क्र.13 सनावद के 72 वर्षीय पुरूष की इंदौर के अस्पताल में उपचार के दौरान 27 अक्टूबर को मृत्यू हो गई थी। इन्हें 22 अक्टूबर को अस्पताल में रेफर किया गया था 23 अक्टूबर को इनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके अलावा खरगोन स्वर्णकार कॉलोनी के 45 वर्षीय पुरूष की इंदौर सुपर स्पेशिलिटी टीवी अस्पताल में उपचार के दौरान 27 अक्टूबर को मृत्यू हो गई थी। इन्हें 11 अक्टूबर को अस्पताल में रेफर किया गया था और इसी दिन इनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। इस तरह जिले में कुल कोरोना से संक्रमित 3861 मरीज है। इनमें 3696 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हो चुके है, 63 की मृत्यू एवं 102 मरीज स्थिर है। पिछले 24 घंटे में 470 सैंपलों की नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है तथा 612 नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए है। जिले में कुल 76 कंटेनमेंट एरिया घोषित है।


राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हो रही क्विज प्रतियोगिता


खरगोन। सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस 31 अक्टूबर को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष भी 31 अक्टूबर को उनका जन्मदिवस राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र के अपर संचालक ओएल मंडलोई ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयकों को पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग भारत सरकार द्वारा विद्यालयीन बच्चों के लिए 26 अक्टूबर से 10 नवंबर की अवधि में क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इसके मुख्य विषय ज्ञान, परंपरा, प्रथाओं और भारत की विरासत है। *क्विज प्रतियोगिता के संबंध में विस्तृत जानकारी MyGov.in पोर्टल पर उपलब्ध है।* उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में सहभागिता के लिए पालकों से संपर्क कर अधिकतम बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित करें।


 


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