कलेक्टर ने देखी वॉटर और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लॉन की कार्यविधि

दोनों एजेंसी प्रस्तुत करेगी आगामी दिनों का प्लॉन



खरगोन 30 सितंबर 2020। शहर में सीवरेज व वॉटर सप्लाय का काम करने वाले दोनों एजेंसियां अक्टूबर सहित आगामी समय में किए जाने वाले कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत करेगी। इसके पश्चात इसी के आधार पर दोनों कंपनियां एक साथ खुदाई, पाईप बिछाना, कनेक्शन देना और रोड़ का समुचित तरीकें से भरण करने का कार्य करेगी। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने बुधवार को शहर के इंटेकवेल वॉटर ट्रीटमेंट, सीवरेज ट्रीटमेंट और खुदाई के बाद सड़क मरम्मत के कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरूआत उन्होंने कुंदा नदी पर बन रहे इंटेकवेल से की। इसके बाद वॉटर व सीवरेज ट्रीटमेंट का विस्तार से अवलोकन के पश्चात स्वामी विवेकानंद सभागृह में नपा के अधिकारी व दोनों एजेंसियों के इंजीनियर व ठेकेदारों के साथ बैठक की। बैठक में निरीक्षण किए गए स्थलों की जानकारी तथा आगामी समय में किए जाने वाले कार्यों को लेकर चर्चा की। बैठक में कलेक्टर ने इंटेकवेल के बारे में जानकारी ली। यहां पर जरूरत से कम मजदूर कार्य पर देखकर बैठक में नाराजगी व्यक्त की। वहीं दोनों एजेंसियों से सितंबर का लक्ष्य और कार्य की जानकारी ली, लेकिन प्रस्तुत नहीं कर सकें। वॉटर सप्लाय व सीवरेज ट्रीटमेंट की विस्तार से समीक्षा 3 अक्टूबर को की जाएगी। इससे पूर्व दोनों एजेंसियों से कहा कि आगामी समय में होने वाले कार्यों को लेकर अपनी-अपनी रूपरेखा प्रस्तुत करें। इसमें यह भी प्रस्तुत करें कि कितना कार्य हो चुका है और अब कितना कार्य दोनों एजेंसियों का बचा है, जिसे लेकर साथ में कार्य किया जा सके। आए दिनों खुदाई व मरम्मत के कार्य से आम नागरिकों को जा समस्या हो रही है, उससे मुक्ति दिलाई जाएं। बैठक में संयुक्त कलेक्टर मिलिंद ढ़ोके, नपा सीएमओ श्रीमती प्रियंका पटेल, सरजू सांगले, प्रकाश चित्ते, कमलकांत जोशी सहित दोनों कंपनियों के प्रभारी इंचार्ज उपस्थित रहे।


3 एमएलडी सीवरेज का पानी पहुंच रहा है स्टेशन तक


सीवरेज व वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुंची कलेक्टर श्रीमती पी ने सब स्टेशन के एक-एक पहलु को विस्तार से जाना। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के इंचार्ज नीरव पटेल ने ट्रीटमेंट प्लांट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह सीवरेज का वॉटर आने के बाद किन-किन प्रोसेस के माध्यम से क्लोरीनाजेशन की स्थिति से गुजरता है। उन्होंने बताया कि यहां फिलहाल 3 एमएलडी मिलीयन लीटर प्रतिदिन पहुंच रहा है। इसमें से 2 एमएलडी को ट्रीटेड किया जा रहा है। इंचार्ज पटेल ने सिवरेज के पानी के प्रायमरी, प्री, एसबीआर और क्लोरीनाजेशन स्तर तक की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।


लेबोरेटी कक्ष का किया अवलोकन


वहीं कलेक्टर श्रीमती पी ने इस प्लांट में स्थापित किए गए लेबोेरेटी कक्ष का भी अवलोकन किया। यहां इनलेट से आउटलेट तक सीओडी, बीओडी और टीएसएफ तक की प्रक्रिया करने के बाद पानी के ऑक्सीजन और पीएच वेल्यू के प्रबंधन का कार्य भी जाना। लेबोेरेटी प्रभारी राहुल वर्मा ने बताया कि इस स्टेशन में आने वाले पानी का नाईट्रोजन, केमिकल और बॉयोलाजिकल रूप में ऑक्सीजन की उपस्थिति व अन्य तरह के तत्वों के बारे में ट्रीट कर जानकारी निकाली जाती है और प्रतिदिन यहां से एक एमएलडी पानी ट्रीट करने के बाद पुनः नदी में छोड़ा जा रहा है।


7 हजार घरों का कनेक्शन अब भी बाकी


सीवरेज ट्रीटमेंट व पाईप लाईन का कार्य कर रहे ठेकेदार पटेल ने बताया कि शहर में कुल 111 किमी का सीवरेज कार्य किया जाना है, जिसमें अब केवल 3 किमी का कार्य होना बाकी है। शहर के कुल 13 हजार घरों का कनेक्शन किया जाना है। इनमें से 6 हजार घरों का कनेक्शन कर दिया गया है। अब भी 7 हजार घरों का कनेक्शन बाकी है। अभी फिलहाल अवनी ग्राम में इस प्रोजेक्ट के तहत पंपिंग स्टेशन बनकर तैयार हुआ है। यहां पंप इंस्ट्रॉल करना और 900 मीटर की पाईप लाईन का कनेक्शन होना बाकी है। पंपिंग स्टेशन के 40 किमी के दायरे का पानी यहां से पंपिंग किया जाएगा।


 


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