काला बाजारी और मिलावट रोके, दल बनाकर करें जांच-कलेक्टर
कलेक्टर ने की राजस्व अधिकारियों के साथ बैठक
खरगोन 10 सितंबर 2020। स्वामी विवेकानंद सभागृह में कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने गुरूवार को जिले के समस्त राजस्व अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्तमान के प्राथमिकता वाले विषयों पर आवश्यक चर्चा के बाद निर्देश दिए गए। समस्त राजस्व अधिकारियों से कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने कहा कि जिले के सभी राजस्व अधिकारी अपने- अपने अनुभागों में खाद्य निरीक्षकों के साथ नियमित चर्चा व आवश्यक रूपरेखा तैयार कर काला बाजारी और मिलावट की जांच निरंतर करते रहें। उन्होंने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के संबंध में भी समय-समय पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने अवैध उत्खनन को लेकर कहा कि खनिज अधिकारियों के साथ मिलकर अवैध उत्खनन के भी प्रकरण बनाएं जाएं। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल, बीएस सोलंकी, कसरावद व महेश्वर एसडीएम संघप्रिय, बड़वाह एसडीएम मिलिंद ढ़ोंके, खरगोन एसडीएम सत्येंद्रसिंह, भीकनगांव एसडीएम राहुल चौहान, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती नेहा शिवहरे और सभी तहसीलों के समस्त तहसलीदार व नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।
बाढ़ से प्रभावित क्षतिग्रस्त मकानों को स्वीकृत आर्थिक सहायता
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने बड़वाह व कसरावद में गत दिनों नर्मदा नदी में आई बाढ़ से प्रभावित मकानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की वस्तु स्थिति की जानकारी ली। बड़वाह एसडीएम श्री ढ़ोके ने बताया कि बड़वाह तहसील में 38 मकान क्षतिग्रस्त हुए थे, जिन्हें 1 लाख 57 हजार 700 रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत कर दी गई है। इसी तरह तहसीलदार सनावद सुखदेव डावर ने कहा कि सनावद में कुल 110 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। इनमें से 35 मकानों को 1 लाख 50 हजार रूपए की राशि स्वीकृत कर दी गई है। कुछ प्रभावित मकान मालिकों के बैंक डिटेल नहीं होने के कारण अभी कार्य प्रगति पर है। कसरावद व महेश्वर एसडीएम संघप्रिय ने बताया कि कसरावद तहसील के 84 मकान बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए है। इन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने की कार्यवाही प्रचलन में है। वहीं मंडलेश्वर अनुभाग में 19 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। 4 पशुहानि और 1 जनहानि के प्रकरण स्वीकृत कर संबंधितों के खातों में भुगतान कर दिया गया है।
खेतों में पहुंचकर करें वास्तविक मूल्यांकन
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने कहा कि वर्तमान में मिर्च की फसल में यलों मोजेक सोयाबीन और कपास की फसल में मौसम के कारण समस्या आ रही है। मिर्च उत्पादक किसानों ने तो अपने खेतों से खराब पौधे उखाड़ना भी प्रारंभ कर दिए है। इसके लिए अपर कलेक्टर से लेकर नायब तहसीलदार और आरआई भी दल बनाकर किसानों के खेतों में पहुंचकर वास्तविक स्थिति व नुकसानी का मूल्यांकन करें। वहीं गत दिनों महेश्वर, सनावद, मंडलेश्वर व बड़वाह में डूब से प्रभावित हुए नागरिकों को हुए नुकसान की आर्थिक सहायता स्वीकृति के बारे में भी जानकारी ली।
Comments
Post a Comment