देशी महुआ शराब बनाने वाले आरोपी की जमानत निरस्त
सागर। न्यायालय- न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी संजना मालवीय रहली जिला सागर के न्यायालय ने आरोपी मनीराम पिता लखन अहिरवार उम्र 31 वर्ष निवासी बलेह थाना रहली जिला सागर का जमानत आवेदन निरस्त करने का आदेश दिया गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जमानत आवेदन पर राज्य शासन की ओर से सहा0 जिला अभियोजन अधिकारी आशीष त्रिपाठी रहली जिला सागर ने शासन का पक्ष रखा।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि आरोपी मनीराम को चैकी बलेह थाना रहली के अपराध क्रमांक 530/20 अंतर्गत धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के अंतर्गत गिरफ्तार कर पेश किया गया। आरोपी मनीराम के पास से 60 लीटर अवैध महुआ की शराब एक प्लास्टिक के कुप्पे में 4 किलो एवं 6 किलो महुआ शराब बनाने के लिए गला हुआ जप्त किया गया। आरोपी के विरूद्ध अजमानतीय अपराध का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी के अधिवक्ता ने न्यायालय में जमानत आवदेन प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन ने जमानत आवेदन का विरोध किया। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए व अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपी मनीराम अहिरवार का प्रस्तुत जमानत हेतु धारा 437 दप्रसं का आवेदन निरस्त कर दिया गया।
आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने वाले आरोपीगण की जमानत निरस्त
सागर। सुश्री अंकिता श्रीवास्तव न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी जिला सागर के न्यायालय ने आरोपीगण सोना जैन, आलोक जैन, चम्पाबाई जैन सभी निवासी ग्राम दलपतपुर बण्डा जिला सागर का जमानत आवेदन निरस्त करने का आदेश दिया गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जमानत आवेदन पर राज्य शासन की ओर से सहा0 जिला अभियोजन अधिकारी ताहिर खान, बण्डा जिला सागर ने शासन का पक्ष रखा।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है दिनांक 31.08.2020 को मृतक मुन्ना लाल जैन के पुत्र द्वारा पिताजी को घर पर नही पाया तो ढूढने गये। खोजने पर पता चला कि मुन्ना लाल जैन कुआं में डूब गये और उनकी मृत्यु हो गयी। उक्त घटना की रिपोर्ट फरियादी ने थाना बण्डा में दर्ज कराई। प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान फरियादी व अन्य संबंधित लोगो के कथनों से पता चला कि आरोपीगण द्वारा दिनांक 30.08.2020 को कडोरी जैन एवं पवन जैन के बीच दीवार के विवाद को मृतक मुन्नालाल जैन द्वारा बीच बचाव कर मामले को शांत कराये जाने पर से आरोपीगण द्वारा मृतक को गंलियां दी और इसप्रकार मानसिक रूप से प्रताडित किया कि मृतक आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया। मृतक मुन्नालाल जैन ने कुआं के पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली। आरोपीगण के विरूद्ध अपराध अंतर्गत धारा 294,306,34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपीगण के अधिवक्ता ने न्यायालय में जमानत आवदेन प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन ने जमानत आवेदन का विरोध किया गया। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए व अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपीगण सोना जैन, आलोक जैन, चम्पाबाई जैन का प्रस्तुत जमानत हेतु धारा 437 दप्रसं का आवेदन निरस्त कर दिया गया।
गौवंश का अबैध परिवहन करने वाले आरोपीगण की जमानत निरस्त
सागर। शरद जोशी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी जिला सागर के न्यायालय ने आरोपीगण शाकिर खान पिता अली हुसैन खान उम्र 32साल निवासी लक्ष्मीपुरा थाना भालपुरा जिला टाॅक राजस्थान एवं शाजिद खाॅ पिता बहादुर खाॅ निवासी इस्लाम नगर थाना भालपुरा जिला टाॅंक का जमानत आवेदन निरस्त करने का आदेश दिया गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जमानत आवेदन पर राज्य शासन की ओर से सहा0 जिला अभियोजन अधिकारी किरण गुप्त, सागर ने शासन का पक्ष रखा।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि आरोपीगण के विरूद्ध अपराध अंतर्गत धारा 4, 6, 9 गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम धारा 4, 6, 6क, 7 और 10 मध्यप्रदेश कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम तथा पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपीगण के वाहन से 36 नग नाटा बछड़ा वाहन में ढूस-ढूस कर भरे थे जिसमें से एक बछड़े की मृत्यु भी हो गयी थी। अपराध गंभीर प्रकृति का है आरोपीगण द्वारा बछड़े के क्रय किये जाने संबंधी कोई रशीद प्रस्तुत नहीं की। आरोपीगण के अधिवक्ता ने न्यायालय में जमानत आवदेन प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन ने जमानत आवेदन का विरोध किया। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए व अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपीगण साकिर खान एवं साजिद खाॅ का प्रस्तुत जमानत हेतु धारा 437 दप्रसं का आवेदन निरस्त कर दिया गया।
कुल्हाडी से गंभीर चोट कारित करने वाले आरोपीगण की जमानत निरस्त
सागर। न्यायालय- शरद जोशी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी जिला सागर के न्यायालय ने आरोपीगण रूप सींग पिता पुनु सौंर उम्र 40 साल एवं श्रीमती गेंदा रानी पति रूप सींग सौंर उम्र 38 साल निवासी खडे़रा बेलखादर थाना बहेरिया जिला सागर का जमानत आवेदन निरस्त करने का आदेश दिया गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जमानत आवेदन पर राज्य शासन की ओर से सहा0 जिला अभियोजन अधिकारी किरण गुप्त, सागर ने शासन का पक्ष रखा।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि आरोपीगण के विरूद्ध अपराध अंतर्गत धारा 323, 324, 294, 506 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। विवेचना के दौरान धारा 326 भादवि का इजाफा किया गया है। आरोपीगण द्वारा फरियादी को कुल्हाडी से अगूंठे पर मारना बताया है जिसके कारण गंभीर प्रकृति की चोट कारित हुई है। आरोपीगण के अधिवक्ता ने न्यायालय में जमानत आवदेन प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन ने जमानत आवेदन का विरोध किया तथा तर्क प्रस्तुत किया कि आरोपीगण साक्षीगण को डराने धमका सकता है। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए व अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपीगण रूपसींग एवं गेंदारानी का प्रस्तुत जमानत हेतु धारा 437 दप्रसं का आवेदन निरस्त कर दिया गया।
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