दावेदार बने पट्टे के हकदार, वनाधिकार उत्सव कार्यक्रम हुआ संपन्न
खरगोन 19 सितंबर 2020। मप्र शासन के गरीब कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत शनिवार को वनाधिकार उत्सव का जिला स्तरीय कार्यक्रम भगवानपुरा जनपद पंचायत के सभाकक्ष में संपन्न हुआ। भगवानपुरा जनपद के 124 हितग्राहियों को वनाधिकार पट्टे वितरित किए गए। मंच से सांकेतिक तौर पर 13 हितग्राहियों को वनाधिकार पट्टे कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी, क्षेत्रीय विधायक श्री केदार डावर, पूर्व विधायक श्री जमुनासिंह सोलंकी, एसडीओ फारेस्ट डावर, जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त जेएस डामोर और सांसद प्रतिनिधि जय गुप्ता ने अपने हाथों से वनाधिकार पट्टे वितरित किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक श्री डावर ने कहा कि दावेदारों को हकदार के तौर पर आज वनाधिकार के पट्टे वितरित किए जा रहे है। कई वर्षों से दावे करने वाले वन ग्रामों में रहने वाले आदिवासियों को उनको हक का इंतजार था। आज से वे जिस भूमि पर वे दावा कर रहे थे, अब उसके मालिक हो गए है। विधायक श्री डावर ने कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा से स्थानीय समस्याओं के बारे में अवगत कराया।
सांकेतिक तौर पर इन्होंने पाए पट्टे
वनाधिकार उत्सव के तहत मंच से सांकेतिक तौर पर 13 हितग्राहियों को पट्टे वितरित किए गए। इनमें दामखेड़ा के नेपाल पिता रूपसिंह व लक्ष्मण, झगड़ी के अनारसिंह, औंकारसिंह व सहदेव, ग्राम काबरी के रामचंद्र, हिरालाल, चाटिया व अमनाबाई, देवनाल्या के सहरिया, सुखलाल व वहारिया तथा पीपलझोपा के सिलदार को पट्टे प्रदान किए गए। पट्टा वितरण कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यक्रम को वेबकास्टिंग के माध्यम से लाईव देखा व सुना गया। सीधे प्रसारण से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वनाधिकार हितग्राहियों से सीधा संवाद भी किया।
पट्टे के साथ पानी की भी व्यवस्था की जाएगी
ऑनलाईन के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के वनाधिकार पट्टों के हितग्राहियों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तो दावेदारों को जमीन का मालिकाना हक दिया जा रहा है। शीघ्र ही इन पट्टों तक पानी की व्यवस्था भी की जाएगी। इसके लिए पृथक से तालाब की योजना द्वारा सिंचाई व्यवस्था की जाएगी। वहीं अगले 3 वर्ष में पक्के मकान के साथ अन्य योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा। आदिवासियों के बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर या पॉयलेट बनकर हेलीकॉप्टर उड़ाए, इसके लिए बच्चों को निःशुल्क ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के 2 लाख 70 हजार से अधिक व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र और 29 हजार 996 सामुदायिक वनाधिकार पत्र वितरित की शुरूआत की।
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