उपलब्धियों भरा रहा कलेक्टर श्री डाड का कार्यकाल
खरगोन 21 अगस्त 2020। 24 दिसंबर 2018 को विधानसभा निर्वाचन के पश्चात कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने खरगोन के 43वें कलेक्टर के रूप में पद्भार ग्रहण किया था। कलेक्टर श्री डाड खरगोन में तकरीबन 20 माह तक अपनी सेवाएं दी है। इन 20 माह में उनके द्वारा जो कार्य किए गए, वे सभी खरगोन के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए है और आने वाले समय में वे सदैव याद किए जाएंगे। उनके कार्यकाल में खरगोन जनकल्याणकारी योजनाओं में न सिर्फ संभाग में बल्कि प्रदेश में भी टॉप-10 में बना रहा। वहीं खरगोन देश में स्वच्छता के क्षेत्र में 17वें स्थान से 10वें स्थान पर आने में सफलता दिलाई है। कलेक्टर श्री डाड समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए और आवश्यक होने पर कड़ी कार्यवाही करने के लिए जाने जाते है। कलेक्टर श्री डाड के कार्यकाल के समय राज्य शासन, भारत सरकार या सुप्रीम कोर्ट द्वारा बड़े फैसले लिए गए। इन फैसलों का प्रभाव प्रदेश के शहरों में विपरित हो सकता था, लेकिन कलेक्टर श्री डाड के कुशल नेतृत्व और समन्वय निति के बल पर सभी नागरिकों का सहयोग मिला और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सफलता मिली। जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव बेनल को कार्यभार सौंपने से पूर्व कलेक्टर श्री डाड ने जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समुह की बैठक ली। बैठक में कोरोना काल में किए गए कार्यों, व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा हुई। कलेक्टर श्री डाड ने जिला पंचायत सीईओ को कार्यभार सौंपा है।
शहर के लिए लिया बड़ा निर्णय, रावण दहन स्थल बदला
कलेक्टर श्री डाड ने खरगोन शहर को एक ऐसी सौगात दी, जो आने वाले वर्षों में हमेशा याद रखी जाएगी। खरगोन में रावण दहन स्थल, जो शहर के बीचों-बीच हुआ करता था, जिससे हमेशा शहर में तनाव बना रहता था। इस परिस्थिति को देखते हुए कलेक्टर श्री डाड ने हर स्तर पर जनप्रतिनिधियों, शांति समिति और नागरिकों से समन्वय बनाकर स्टेडियम मैदान से नवगृह मेला मैदान पर रावण दहन करना सबसे अच्छा निर्णय साबित हुआ है। इसके अलावा खरगोन को सांप्रदायिक तनाव की स्थिति से दूर करने की दिशा में दो अन्य महत्वपूर्ण मार्ग बदले गए, जिसे शहर के हर वर्ग ने स्वीकारा। जैसा की आप सभी जानते है खरगोन एक कृषि प्रधान जिला है। यहां कपास के अलावा मिर्च का उत्पादन बहुतायत में होता है। खरगोन में मिर्च उत्पादकों को सहीं दिशा मिले और यहां की मिर्च को एक पहचान दिलाने के उद्देश्य से कसरावद में चिली फेस्टीवल का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री डाड के निर्देशन में आयोजित हुए इस चिली फेस्टिवल (मिर्च महोत्सव) न सिर्फ प्रदेश में, बल्कि पूरे देश में एक नई पहचान मिली है। मिर्च उत्पादक किसानों को एक नया आयाम इस मिर्च महोत्सव के माध्यम से मिला है।
नागरिकों को संक्रमण से बचाने में निभाई भूमिका
जैसा कि हम सभी जानते है मार्च से कोरोना की दस्तक हमारे देश में हो गई थी। इसके बाद से धीरे-धीरे कोरोना का संक्रमण प्रदेश के कई हिस्सों में अपने पैर पसारने लगा। खरगोन में 1 अप्रैल को पहला संक्रमित व्यक्ति पाया गया। कुशल नेतृत्व के कारण खरगोन में कोरोना अत्यंत नियंत्रित रहा और सही समय पर संक्रमण की पहचान करने में जिला प्रशासन सफल रहा। कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए खरगोन में किए गए नवाचारों को न सिर्फ अन्य जिलों ने बल्कि राज्य सरकार ने भी सराहा और पृथक से राज्य सरकार ने खरगोन में अपनाई गई नीति के अनुरूप अभियान लागू किया। वहीं कोरोना संक्रमण के बाद उपचार की दिशा में कलेक्टर श्री डाड ने अपने प्रयासों ने नेशनल थर्मल पॉवर कार्पोरेशन से 2 करोड़ रूपए का अनुबंध कराया, जो कोरोना संक्रमण के उपचार की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। इस 2 करोड़ रूपए के अनुबंध से न सिर्फ कोरोना काल में, बल्कि उसके बाद भी स्वास्थ्य सुविधाएं खरगोन के लिए उल्लेखनीय साबित होगी।
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