स्वेच्छा से सैंपल देने वाली रोल मॉडल पॉजिटिव होने के बाद साझा किए अनुभव
खरगोन 18 अगस्त 2020। भीकनगांव के टेमला गांव में रहने वाली 54 वर्षीय महिला राधाबाई जिसने आगे आकर अपने दो बार सैंपल दिए। उन्होंने सैंपल उस समय दिए जब गांव में संक्रमण की तादाद बढ़ रही थी और संपर्क में आने वाले सैंपल देने से कतरा रहे थे। राधाबाई का हौसला काम आया और उनके साहस को देख ग्रामीणों ने सैंपल देना स्वीकारा। दो बार सैंपल देने के बाद राधाबाई कांटेक्ट ट्रेसिंग में आने पर तीसरी बार सैंपल लिया गया। तीसरी बार 8 अगस्त को सैंपल लेने के बाद 11 अगस्त को पॉजिटिव पाई गई। इसके बाद उन्हें खरगोन के कोविड केयर सेंटर में रखा गया। 7 दिनों तक कोविड सेंटर में रहने के बाद मंगलवार को स्वस्थ्य होकर अपने गृह गांव टेमला पहुंची। स्वस्थ्य होने के बाद राधाबाई भीकनगांव एसडीएम राहुल चौहान के साथ अपने अनुभव साझा किए। राधाबाई ने कहा कि कोविड केयर सेंटर में खाने-पीने व साफ-सफाई की अच्छा व्यवस्था है और समय-समय पर डॉक्टर द्वारा उनकी जांच की गई। वहीं उन्होंने कहा कि इसके अलावा जिले के अधिकारी भी हाल-चाल जानने के लिए समय-समय पर सेंटर पर आते है। यदि किसी मरीज को समस्या होती है, तो अधिकारी तुरंत पहुंचकर समाधान करने की कोशिश करते है।
अफवाहों पर ध्यान न दें, संक्रमण का सहीं समय पर पता करें
स्वस्थ्य होकर राधाबाई जब गांव लौटी तो ग्रामीणजनों ने उनका स्वागत किया और कोरोना के संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न देने की बात ग्रामीणों से कहीं। उन्होंने कहा कि समय पर सैंपल देकर उपचार लेने से ही स्वस्थ्य होते है। कोविड केयर सेंटर पर मनोरंजन के साधन भी है, जहां मरीज अपने पसंद के खेल भी खेलते है। यहां ऐसा माहौल है कि मरीज अपने रोग के बारे में नहीं सोचता है और मनोरंजन करता रहता है। राधाबाई ने कहा कि लोगों के दिमाग में यह भ्रांति फैली हुई है कि शरीर के अंग निकाल लिए जाते है, जो कि गलत है। ऐसा कुछ नहीं होता, बल्कि मरीज की देख-रेख की जाती है। प्रशासन का सहयोग करना हमारा कर्तव्य नहीं, जिम्मेदारी भी है।
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