सुलगांव पंचायत की अनियमितताओं की जांच कछुए की चाल से भी धीमी
15 दिन बाद भी जांच अधिकारीयो के पास कोई ठोस जवाब नही
महेश्वर(अमन वर्मा)। समीपस्थ ग्राम पंचायत सुलगांव में पंचायत के ग्रामीणों ने पंचायत के ज़िम्मेदार सचिव चंद्रपाल सिंह ठाकुर, रोजगार सहायक सुनीता खेड़े एवं सरपंच सकुबाई पर वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। जिसके चलते जुलाई माह की 28 तारीख को जिला पंचायत सीईओ ने जांच दल गठित कर जांच के आदेश दिए थे। जिसके चलते जांच दल के अधिकारी आरईएस के ईई जे सी पवार, पीओ मनरेगा एस के रघुवंशी, एवं पंचायत निरीक्षक ओमप्रकाश जाट ने ग्रामीणों की शिकायत के विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर पंचायत के भुगतान संबंधी कागजात जब्त किये थे। सुलगांव निवासी शिवनारायण पाटीदार, विजय पाटीदार, मनोज पाटीदार, सुखदेव पाटीदार, महादेव पाटीदार एवं शेर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायत के आधार पर गठित जांच दल को जांच किये 15 दिन बीत चुके है पर कोई सकारात्मक परिणाम सामने नही आये है इसलिए उक्त सभी ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को सोमवार को पंचायत में हुई वित्तीय अनियमितताओ की जांच में तेजी लाने हेतु शिकायती आवेदन दिया। आवेदन के मध्यम से ग्रामीणों के जिला कलेक्टर से मांग करते हुए बताया कि पंचायत सचिव चंद्रपाल सिंह ठाकुर, रोजगार सहायक सुनीता खेड़े एवं सरपंच सकुबाई को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। इनके पद पर बने रहने से जांच प्रभावित होने की आशंका है।
ग्रामीणों ने पंचायत के कुछ भुगतान पर जताई थी आशंका
ग्रामीणों ने अपनी शिकायत के आधार पर पंचायत द्वारा गत दो वित्तीय वर्ष में किये गए बड़े भुगतान पर आशंका जताई थी। ग्रामीणों ने बताया कि दिनेश पिता हरिराम पाटीदार को तकरीबन 15 लाख एवं वासुदेव पिता हरिराम पाटीदार को तकरीबन साढ़े 3 लाख का भुगतान फर्जी बिलो के माध्यम से किया गया है। धरगाव स्थित निजी फर्म के मालिक सुखमचंद लक्ष्मण को 8 लाख, कपूरचंद लक्ष्मण को 5 लाख, भारत सिंह पिता कालू जो पंच है उन्हें भी 95 हजार एवं सरपंच के दो रिश्तेदारों 6 लाख का भुगतान किया गया है। इसके अलावा 7 से अधिक व्यक्तिगत खातों में कुल 45 लाख के भुगतान पर ग्रामीण शिकायतकर्ताओं ने आपत्ति दर्ज की थी।
जांच दल में आरईएस के ईई जे सी पवार, पीओ मनरेगा एस के रघुवंशी, एवं पंचायत निरीक्षक ओमप्रकाश जाट से जब जांच संबंधी चर्चा की गई तो तीनों ने अनियमितता की शिकायत से संबंधित बयानों का हवाला देते आगामी 8 दिनों में जांच रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ को सौंपने की बात कही। साथ ही तीनो अधिकारियों ने एकदूसरे का हवाला देते हुए बात करने की बात कही।
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