आजीविका से जूझ रहे मंडी मजदूरों को, NSUI संगठन का समर्थन
खरगोन। भारतीय जनता पार्टी की दमनकारी नीति से पीड़ित मंडी मजदूरों को उनके अधिकार दिलाना हमारा कर्तव्य है। लॉक डाउन की दुर्दांत पीड़ाओं से मजदूर उभर भी नहीं पाया था कि प्रदेश की भाजपानित् सरकार ने मंडी मजदूरों का कार्य छीन, उनको अपंग बना दिया। मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी उदासीनता का परिचय देते हुए दिखा दिया कि सरकार गरीब मजदूरों के लिए संवेदनहीन तथा निष्ठुर है। एक मेहनतकश मजदूर राष्ट्र के विकास में अपनी सहभागिता निभाते हुए, राष्ट्र को उन्नति के पथ पर अग्रसर करता है।
बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किये, प्रदेश के हजारों मंडी मजदूरों को अपने कार्य से वंचित करना अन्याय है, प्रदेश सरकार की हिटलरशाही है।
हम nsui कार्यकता इस घृणित कार्य की भत्सर्ना करते हैं।
हमारी मांग है कि इन बेबस, लाचार मजदूरों की कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए या इन्हें पुनः अपने कार्य पर रखा जाए।
उक्त बात nsui के पदाधिकारियों ने धरनारत मजदूरों के बीच जाकर कहीं, व उन्हें ढाढ़स बंधाया। इस दौरान nsui के ऋषभ टांक, रजत शर्मा, नीलेश सगोरे,सतीश रावल व अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
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