मुखिया को गुमराह कर रहा मातहत
खनिज अधिकारी ने सीएम हेल्पलाईन को बनाया मज़ाक।
खरगोन। ( मनीष मड़ाहर ) जिले के मुखिया को गुमराह कर मातहत खनिज अधिकारी मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण सीएम हेल्पलाइन की धज्जियां उड़ा रहा है। यही नहीं सीएम हेल्पलाईन में दर्ज शिकायतों को भी झूठे प्रतिवेदन देकर जिले के मुखिया को भ्रमित किया जा रहा है। खनिज विभाग में सीएम हेल्पलाइन में की गई दर्जनों शिकायतों पर खनिज अधिकारी जानेश्वर तिवारी ने किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही करने एवं खनन माफियाओं से साठगांठ के चलते उन पर जिलाधीश का डंडा न चले , इसके लिए खनिज अधिकारी जानेश्वर तिवारी ने सीएम हेल्पलाइन शिकायतों पर कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को झूठे ओर गुमराह परिवेदन देकर शिकायतो को फोर्स क्लोज़ करवाना महंगा साबित हो सकता है । कलेक्टर डाड ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उन सभी फोर्स क्लोज़ शिकायतो की नास्तियो को अपने ऑफिस में बुलवा कर अवलोकन कर आवश्यक निर्देश देकर पुनः जांच किया जाना न्यायसंगत होगा । खनिज अधिकारी जानेश्वर तिवारी के द्वारा जिले के मुखिया को गुमराह करने के मामले में मुखिया को खनिज अधिकारी को फटकार लगाने के साथ ही शिकायतो की पुनः समीक्षा करना चाहिये। क्योकि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ ने वीसी में स्पष्ट निर्देश दिए है कि शिकायतकर्ता की शिकायत का निराकरण किये बिना शिकायत को फोर्स क्लोज़ नही किया जाए लेकिन खरगोन के खनिज अधिकारी जानेश्वर तिवारी के द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायत का निराकरण में गंभीर लापरवाही की जा रही है । सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की जांच किये बिना झूठा ओर गलत प्रतिवेदन डालकर शिकायतों को फ़ोर्स क्लोज़ कर बंद किया जा रहा है । संबंधित अधिकारी के कार्यकाल अवधि में की गई सभी शिकायतों के प्रतिवेदन की जांच कर कार्यवाही किया जाना जरूरी है । जब जिले का खनिज अधिकारी जानेश्वर तिवारी जिले के मुखिया ( कलेक्टर ) को गुमराह कर सकता है तो आम आदमी की क्या ओकात । प्रदेश में जिले की छवि खराब न हो इसलिए समय रहते कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को जानेश्वर तिवारी की अनियमितता ओर संदेहास्पद कार्यप्रणाली पर अंकुश लगाना आवश्यक होगा । जिले के मुखिया को झूठे ओर गलत प्रतिवेदन देने के मामले में जिलाधीश ने अगर कोई दंडात्मक कार्यवाही नही की तो जिले के अन्य अधिकारी भी मुखिया को गुमराह करने में तनिक भी संकोच नही करेंगे।
अब कैसे गुमराह करेगे तिवारी ।
खनिज अधिकारी जानेश्वर तिवारी ने कलेक्टर को एक बार नही दर्जनों बार गुमराह किया है । मुखिया को गुमराह करने से तिवारी के हौसले बुलंद होते जा रहे है । खनन माफियाओं पर कार्यवाही न करते हुए उन पर मेहरबानिया की जा रही है जिसका परिणाम जिला मुख्यालय पर देखा जा सकता है । खरगोन जिला मुख्यालय पर खनिज विभाग की बिना अनुमति के खुलेआम बालू रेत का भारी मात्रा में अवैध भंडारण कर बेचा जा रहा है और खनिज विभाग ओर जिला कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को की गई शिकायतो के बाद भी विभाग मुकदर्शक बन कर तमाशा देख रहा है ओर खनिज माफियाओ को खुला संरक्षण दिया जा रहा है । खनिज विभाग के अधिकारी जानेश्वर तिवारी को मालूम है कि मुखिया को गुमराह करना बेहद आसान है इस काम मे बहुत माहिर है । लेकिन इस बार शायद तिवारी जिलाधीश को गुमराह करने में नाकाम साबित होंगे, क्योंकि कलेक्टर गोपालचंद्र डाड खरगोन की भौगोलिक स्थिति से वाकिफ है । जिला मुख्यालय पर बालू रेत के भंडारण जब आम जनता को आसानी से दिख रहे है तो क्या मुखिया को नही दिख रहे ।अब देखते है कि खनिज अधिकारी जानेश्वर तिवारी किस तरह मुखिया को गुमराह करते है ओर अपना उल्लू सीधा करके खनिज माफियाओ को जिले के मुखिया से कैसे बचा पाते है।
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