आत्म निर्भर भारत के लिए जरूरी है स्थानीय स्व. सहायता समुह से खरीदे सामान-सांसद
जिलाधिकारी और फिल्ड अधिकारी के साथ दिशा की ली बैठक
खरगोन 24 जुलाई 2020। क्षेत्रीय सांसद श्री गजेंद्र पटेल ने शुक्रवार को स्वामी विवेकानंद सभागृह में जिलाधिकारियों से और वीडियों लिंक के माध्यम से मैदानी अमले के साथ जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक की। बैठक में सांसद श्री पटेल का पूरा फोकस आत्म निर्भर खरगोन बनाने की दिशा में था। भारत सरकार व मप्र शासन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार कार्य कर स्थानीय नागरिकों को रोजगार के साथ-साथ अन्य अवसर प्रदान करने को लेकर अधिकारियों से चर्चा कर स्थानीय समुह को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया। बैठक की शुरूआत मनरेगा में किए गए कार्यों से की। मनरेगा के अंतर्गत भगवानपुरा जनपद में दाउदखेड़ी में चिन्हित पितृ पर्वत पर मनरेगा के अंतर्गत किए गए कार्य की तरह जिले में अन्य कार्यों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। पीपीटी में इस पहाड़ी को देखकर सांसद श्री पटेल ने कहा कि मनरेगा में ऐसी पहाड़ियां चयनित कर स्थानीय समुहों को फलदार पौधे, बंबू (बांस) लगाएं, तो 3-4 वर्षों में इनकम प्राप्त हो सकती है। कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने बताया कि गत वर्ष प्रत्येक जनपद में पितृ पर्वत प्रारंभ किए गए। सभी में अच्छा कार्य होने के उपरांत इस वर्ष भी इसी पर कार्य किया जा रहा है। सांसद श्री पटेल की मंशानुरूप अधिकारियों को निर्देश दिए कि अच्छा विचार है, इसको अमल में लाया जाएगा। कलेक्टर श्री डाड ने समस्त जनपद पंचायत सीईओ को रूप रेखा बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव बेनल, सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रत्ना शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी केके डोंगरे, जिला परियोजना समन्वयक ओपी बनडे, नपा सीएमओ श्रीमती प्रियंका पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती शालिनी रतोरिया उपस्थित रही। जबकि वीडियों लिंक के माध्यम से ग्रामीण अमला, जनपद पंचायत सीईओ व एसडीएम जुड़े रहे।
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स्थानीय स्व. सहायता समुह बनाएंगी स्कूलों का गणवेश
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आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्य करने वाले स्व. सहायता समुह अब स्कूली बच्चों के गणवेश का कार्य करेगी। दिशा की बैठक में क्षेत्रीय सांसद श्री पटेल ने आजीविका मिशन के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों व समुहों के बारे में जानकारी ली। राष्ट्रीय आजीविका मिशन की अधिकारी श्रीमती सीमा निगवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पहली बार गणवेश बनाने का कार्य स्व. सहायता समुहों को प्राप्त होगा। इसके लिए विभाग ने विस्तृत रूप रेखा तैयार की है। जिले में 51 सिलाई केंद्र बनाए जाएंगे, जिनमें 244 स्व सहायता समुह कार्य करेंगे। इसके लिए केंद्रों में 799 सिलाई मशीनें उपलब्ध रहेगी। इनमें सिलाई कार्य में दक्ष महिलाएं कार्य करेंगी। फिलहाल जिले में 210 सिलाई मशीनें उपलब्ध है। इस तरह गणवेश सिलाई के कार्य में 1009 कुल मशीनों की आवश्यकता होगी। जहां 1312 महिलाएं कार्य में लगेगी। श्रीमती निगवाल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान स्व. सहायता समुह के माध्यम से पीपीई किट, मास्क व सेनिटाईजर बनाकर खरगोन के अलावा झाबुआ में भी विक्रय किए गए। क्षेत्रीय सांसद ने स्व. सहायता समुह को अधिक से अधिक प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए स्थानीय विभाग, जहां फिनाईल, मास्क, सेनिटाईजर या अन्य सामग्री की आवश्यकता है, तो स्थानीय समुह से ही खरीदें।
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इन बिंदुओं पर भी की गई चर्चा
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क्षेत्रीय सांसद श्री पटेल ने बैठक के अंत में सभी अधिकारियों से कहा कि प्रथम बैठक में परिचयात्मक रूप में रखी गई थी। अगली बैठक में अधिकारी अपनी तैयारी से आएं और संबंधित ब्लॉक के गांव व हितग्राही तक पहुंचे लाभ के बारे में भी चर्चा की जाएगी। धरातल पर कार्य करना हम आप सभी की जिम्मेदारी है। अगली बैठक में धरातल स्तर पर पहुंचे लाभ व विकास पर चर्चा होगी। कलेक्टर श्री डाड ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने विभाग की योजनाओं की माईक्रो डाटा तैयार रखें, जिसे विस्तार से समझाया जा सके।
:: प्रधानमंत्री आवास शहरी व ग्रामीण।
:: प्रधानमंत्री उज्जवला योजना।
:: सर्व शिक्षा अभियान।
:: समेकित बाल विकास योजना।
:: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कोरोना व अन्य योजना पर समीक्षा की गई।
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